सोनल मैडम और उसकी सहेली रश्मि-1
मैं रश्मि के बालों को सहला रहा था, मेरी आँखें बंद हो गई, वो बहुत अच्छे से मेरा लंड चूस रही थी, इतने में सोनल मेरे पास आई और देखने लगी !
मैं रश्मि के बालों को सहला रहा था, मेरी आँखें बंद हो गई, वो बहुत अच्छे से मेरा लंड चूस रही थी, इतने में सोनल मेरे पास आई और देखने लगी !
दोस्तों, मेरी कहानी सम्भोग : एक अद्भुत अनुभूति पर आपके इतने मेल आए कि क्या कहूँ। सबको मैं जवाब नहीं दे पाया इसके लिए क्षमाप्रार्थी हूँ। पर मैं सबको धन्यवाद कहता हूँ और खुद को सौभाग्यशाली समझता हूँ कि मेरी कहानी आपको पसंद आई। अब अगली कहानी। यह मेरी कहानी नहीं है, मैंने बस लिखी […]
मुझे लगा कि इस बार मैं पहले शहीद हो गई हूँ। अरूण का दण्ड नीचे से लगातार मेरी बच्चेदानी तक चोट कर रहा था। तभी मुझे नीचे से अरूण का फव्वारा फूटता हुआ महसूस हुआ। अरूण ने अचानक मुझे अपने बाहुपाश में जकड़ लिया और मेरी योनि में अपना काम प्रसाद अर्पण कर दिया। मैं […]
तभी अचानक मुझे अपने अन्दर झरना सा चलता महसूस हुआ। अरूण का प्रेम दण्ड मेरे अन्दर प्रेमवर्षा करने लगा। अरूण के हाथ खुद ही ढीले हो गये… और उसी पल… आह… उईईईई… मांऽऽऽऽऽ… मैं भी गई… हम दोनों का स्खलन एक साथ हुआ… मैं अब धीरे धीरे उस स्वर्ग से बाहर निकलने लगी। मैं अरूण […]
उन्होंने अपने हाथ से मेरी ठोड़ी को पकड़ कर ऊपर किया और मेरी आँखों में झांकते हुए विनती सी करने लगे जैसे कह रहे हों, “प्लीज, मुझे अपनी प्राकृतिक अवस्था का दर्शन कराओ।” उनकी नजरों में देखते देखते पता नहीं कब मेरी पकड़ ढीली हुई और वो मुझसे थोड़ा सा अलग हुए… मेरी ब्रा और […]
अरूण मेरे बिल्कुल नजदीक आ गये। मेरी सांस धौंकनी की तरह चलने लगी। अरूण ने चेहरा ऊपर करके अपने होंठ मेरे होठों पर रख दिया। आहहहह… कितना मीठा अहसास था। उम्म्म्म्म… बहुत मजा आ रहा था। मेरी आँखें खुद-ब-खुद बन्द हो गई। संजय के बाद वो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने मेरे होठों को चूमा था… […]
आखिर इंतजार की घड़ी समाप्त हुई और बुधवार भी आ ही गया। संजय के जाते ही मैंने अरूण के मोबाइल पर फोन किया। तो उन्होंने कहा, “बस एक घंटे में गाड़ी दिल्ली स्टेशन पर पहुँच जायेगी… और हाँ, अभी फोन मत करना मेरे साथ और लोग भी हैं हम तुरन्त मीटिंग में जायेंगे। मीटिंग खत्म […]
मुझे पुरूष देह की आवश्यकता महसूस होने लगी थी। काश: इस समय कोई पुरूष मेरे पास होता जो आकर मुझे निचोड़ देता… मेरा रोम रोम आनन्दित कर देता… मैं तो सच्ची धन्य ही हो जाती। मेरा दायें हाथ अब खुद-ब-खुद तेजी से चलने लगा था। आहह हह… उफ़्फ़फ… उईई ई… की मिश्रित ध्वनि मेरे कंठ […]
दोनों लड़कियाँ आपस में एक दूसरे से अपनी योनि रगड़ रही थी। ऊफ़्फ़…!! मेरी उत्तेजना भी लगातार बढ़ने लगी। परन्तु मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ? कैसे खुद को सन्तुष्ट करूँ? मुझे बहुत परेशानी होने लगी। वो दोनों लड़कियाँ लगातार योनि मर्दन कर रही थी। मुझे मेरी योनि में बहुत […]
संजय ने कभी मेरी योनि को प्यार नहीं किया तो मैं भी एक शर्मीली नारी बनी रही, मैंने भी कभी संजय के लिंग को प्यार नहीं किया। मुझे लगता था कि अपनी तरफ से पहल करने पर संजय मुझे चरित्रहीन ना समझ लें।
वैसे तो संजय से मेरा रोज ही सोने से पहले एकाकार होता था। परन्तु वो पति-पत्नी वाला सम्भोग ही होता था। उस दिन मेरी शादी की 11वीं सालगिरह थी। संजय ने मुझे बड़ा सरप्राइज देने का वादा किया था। मैं बहुत उत्सुक थी। कई बार संजय से पूछ भी चुकी थी कि वो मुझे क्या […]
इस सच्ची घटना के द्वारा मैं सबको यही बताना चाहती हूँ कि अगर पति-पत्नी थोड़ी समझदारी से काम लें तो एक नर्क भरी जिंदगी भी स्वर्ग बन जाती है। डॉक्टर अनुराधा शर्मा प्यारे दोस्तो, मैं अनुराधा चण्डीगढ़ से हूँ। मैं एक सरकारी अस्पताल में लेडी स्पेशलिस्ट डिपार्टमेंट में हूँ। मैं आपको अपनी दो सहेलियों की […]
वो आनन्द से छ्टपटा रही थी और आह-उह और जाने क्या क्या बोल रही थी। प्रेषक : रोहित दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित और पुराना पाठक हूँ। अन्तर्वासना पर कहानियाँ पढ़कर मुझे भी अपनी कहानी आप लोगों को बताने की इच्छा हो रही है। बात उन दिनों की है जब मैं बैंगलोर में पढ़ता था। […]
आःह्ह… मर गई… धीरे से डालो ना ! फाड़ डालोगे क्या ! प्रेषक : देवाशीष पटेल दोस्तो, आपने मेरी कहानी पढ़ी होगी, आपको पसंद भी आई होगी ! आज मैं आपको और एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जो रीना की देवरानी मेघा के बारे में है। एक आध बार मैंने मेघा से बातचीत […]
मेरे पड़ोस में एक देसी गर्ल अपनी मौसी के पास रहने आई थी. उसे पटा कर उसकी बुर की ऎसी चुदाई की कि वो ढंग से न तो मूत पा रही थी, न ही चल पा रही थी।
“साहब, आप बहुत अच्छा चोद रहे हैं, चोदिये खूब चोदिये, चोदना बन्द मत कीजिये !” प्रेषक : रोहित शर्मा मेरा नाम रोहित है ! मैं गंगानगर में अपने गाँव से पढ़ने आया था, मेरी बचपन से ही सेक्स में रूचि रही है। हमारे कमरे में खाना बनाने के लिए एक औरत आती थी, उसकी एक […]
मेरी बीवी ने मेरे लण्ड से अपनी भाभी की चूत की प्यास बुझवाई प्रेषक : कर्ण ठक्कर मैं अपने बीवी से सन्तुष्ट हूँ और वह मुझसे सन्तुष्ट है, हम लोगों का यौन जीवन पूर्ण रूप से सफल है, अर्थात मेरा लन्ड लगभग आठ इन्च का है और जब मैं अपनी बीवी की चुदाई करता हूँ […]
मैं पिछले दो सालों से अन्तर्वासना को रोज़ ही देखता हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मैंने कई कहानियाँ पढ़ी हैं और आज मैं उनसे प्रेरणा लेकर अपनी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। मेरी यह कहानी सच्ची है और मेरे साथ बीते हुए पलों को मैं आप के साथ बाँटना चाहता हूँ। पहले […]
लेखक : अनुज पटियाला मैं पूना में पढ़ता था तब की यह कहानी है। मैंने एक फ़्लैट किराये पर लिया था। हमारे घर मालिक अरुण पी दामलेजी खुद के ऊपर के मंज़िल वाले फ़्लैट में रहते थे। उनकी दो बेटियाँ शर्वरी और शलाका बहुत ही खूबसूरत थी। दोनों में केवल एक साल का अंतर था। […]
इशरत की गोरी गोरी मुलायम टाँगें, मांसल जाँघें और गोल गोल चूतड़ का क्या नज़ारा दिख रहा था.. और पीछे से उस आदमी का लंड इशरत की गाण्ड की दरार की बीच से होता होता हुआ चूत में घचागच घुसे जा रहा था.. फ़च फ़च की आवाज़ से कमरा गूँज रहा था। सच बताऊँ तो […]