रेशु आण्टी ने सिखा दिया-2
प्रेषक : प्रेम सिंह सिसोदिया “अरे बाप रे, रेशू आण्टी, मुझे तो देर हो गई।” कॉलेज में देर हो जाने से मैं घबरा गया था। “रेशू जी, लौट कर आऊँगा तो प्यार करेंगे।” “अरे नहीं, उनके सामने नहीं करना, अकेले में चुपके से, यानि कल सुबह को, उनके ऑफ़िस जाने के बाद।” “हाँ ठीक है… […]