दिल अटका अटका सा-2
लेखिका : कामिनी सक्सेना नेहा के हाथों की गति तेज होती जा रही थी… और फिर स्पर्श ने एक तेज चीख सी निकाली और उसके लण्ड ने जोर से पिचकारी छोड़ दी। नेहा तो जानती ही थी यह सब… उसने लपक कर नल से अपना मुख लगा लिया और उसका पानी पीने लगी। “निकालो… और […]