चूत चुदाई का मज़ा दो सहेलियों को -1

(Chut Chudai ka maza do saheliyon ko -1)

This story is part of a series:

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मैं प्रेम मिश्रा कानपुर से, मैं एक कॉल बॉय हूँ और मेरी उम्र 23 साल है।
आपने मेरी कहानी ‘प्रियंका के साथ एक रात की चुदाई‘ पढ़ी और सभी ने इसे पसंद किया, मेरे पास अनगिनत मेल भी आए, इसके लिए सबका शुक्रिया अदा करता हूँ।

इस बार मैं आप लोगों से अपना एक नया अनुभव शेयर करना चाहता हूँ।

प्रियंका मुझसे चुदने के बाद बहुत खुश रहने लगी, हमारी बहुत सारी बातें होने लगीं, वो मेरी बेस्ट फ्रेंड बन गई।
उसने मेरे साथ की हुई चुदाई के बारे में अपनी बेस्ट फ्रेंड शिवि को बताया तो शिवि का मन भी चुदाई का होने लगा।

कुछ दिन बाद शिवि का बर्थडे आया तो प्रियंका ने बर्थडे पार्टी अपने रूम पर रखी और मुझे भी कॉल कर के बुला लिया।

मैं 6 बजे वहाँ पहुँच गया, मैं प्रियंका से मिला, उसने मुझे शिवि से मिलवाया। वो स्लिम थी, साइज़ 32-28-32 था लेकिन उसका रंग साफ़ था और उसकी काली आँखें तो गजब ढा रही थीं।

मैंने उसे नमस्ते कहा तो उसने मुझसे हाथ मिलाया।
मैं अंदर आया और हम लोगों ने बर्थडे सेलिब्रेट किया।
फिर हम लोगों ने डांस शुरू किया। मैं भी डांस करते हुए उनसे छेड़छाड़ करने लगा। प्रियंका इस समय सलवार कुर्ते में थी और शिवि ने स्लीवलेस पिंक टॉप और ब्लैक जीन्स पहनी थी।

मैंने प्रियंका का कुरता उतारा और उसकी बगलों को चूमने लगा।
वो सिसकारने लगी।
कुछ देर बाद ऐसा लगा कि वो पागल हो गई हो।

शिवि भी हम लोगों को देख कर गर्म हो गई, वो भी मुझसे लिपटने लगी, मैंने उसका टॉप उतार दिया और उसे भी उसी तरह प्यार करने लगा।
मैंने शिवि की जीन्स भी उतार दी और पैंटी को भी अलग कर दिया। उसकी चूत क्लीन शेव थी, शिवि को मैंने अलग कर दिया और कहा कि वो मुझे और प्रियंका को चुदाई करते देखे।
वो भी मान गई।

मैंने प्रियंका को किस किया, 10 मिनट किस करने के बाद मैं ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स दबाने लगा। फिर मैंने उसकी पीठ पर किस किया।
वो अब बहुत गर्म हो गई थी। मैंने उसकी ब्रा उतारी और उसका दूध पीने लगा औरे हाथ की उँगलियों से उसका दूसरा निप्पल मसलने लगा।
अब शिवि भी गर्म हो गई वो मेरे पास आई और मेरे पेंट की ज़िप खोलकर मेरा लिंग सहलाने लगी।

यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !
अब मैंने शिवि की ब्रा भी खोल दी और प्रियंका को भी नंगा कर दिया।
अब मैं शिवि का एक बूब चूस रहा था और दूसरे के निप्पल को खींच रहा था, साथ में शिवि की चूत में उंगली करने लगा और मैंने ऐसी पोजीशन बनाई कि मैं साथ में प्रियंका की चूत को भी चाटने लगा।
10 मिनट बाद दोनों झड़ गई।

हम लोग कुछ देर ऐसे ही घूमते रहे, फिर हम से कण्ट्रोल नहीं हुआ अब शिवि चुदाई चाहती थी। इस बार हम लोगों ने ऐसी पोजीशन
बनाई कि मैं शिवि को चोदता भी रहूँ और प्रियंका को भी मज़ा देता रहूँ।

लेकिन शिवि का यह पहला सेक्स था। तो मैं नहीं चाहता था कि उसे कोई प्रॉब्लम हो।
मैंने 15 मिनट तक शिवि के बूब्स चूसे और दबाए फिर जब उसकी चूत गीली हो गई तो मैंने अपने लिंग को उसकी चूत पर टिकाया और अंदर डाला।

अब मैं प्रियंका की चूत भी चाटने लगा लेकिन शिवि की चूत में सुपाड़ा जाते ही वो जोर से चीखी तो मैं रुक गया।

कुछ देर तक निप्पल चूसने पर जब वो नार्मल हुई तो मैंने फिर थोड़ा और अन्दर डाला।
मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था लेकिन वो मेरी नयी क्लाइन्ट थी तो मैं उसे दर्द देना नहीं चाहता था।

इस बार लिंग अंदर करने पर शिवि की चूत की सील टूट गई और वो चिल्लाने लगी। फिर मैं उसके साथ उसकी कान की लौ पर किस करने लगा और वो मज़े लेने लगी।

अब मैंने चुदाई शुरू की।
जैसे ही मेंरा लिंग अंदर जाता तो शिवि ख़ुशी से चीख जाती और उसी समय मेरी जीभ प्रियंका की चूत में घुस जाती!
इस तरह मैं एक ही टाइम पर दो लड़कियों को संतुष्ट कर रहा था।
20 मिनट में दोनों फिर से झड़ गईं।

अब मेरा भी आने वाला था, मैंने शिवि से कहा कि मेरा आने वाला है तो वो बोली- अंदर ही झड़ जाना।
जब मैं उसके अंदर झड़ा तो उसने मुझे गले से लगा लिया।
उस रात मैंने दोनों को 3-3 बार और चोदा।

अगले दिन शिवि को चलने में बहुत प्रॉब्लम हो रही थी। सुबह हम लोग नाश्ता कर रहे थे तो सब अपनी सेक्स लाइफ़ की स्टार्टिंग बता रह थे।

प्रियंका ने बताया कि शिवि बहुत शर्मीली लड़की थी और उन दोनों की दोस्ती कॉलेज टाइम से थी और फिर एक रात दोनों में लेस्बियन रिलेशन भी बन गए।
अब वो सब अगली कहानी में। तब तक के लिए नमस्कार!

कहानी के सम्बन्ध में आप लोग अपनी राय इस ई-मेल पर दे सकते हैँ
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