पार्ट टाइम वेश्या बन कर पैसे कमाए- 3

(Kothe Ki Randi Xxx Kahani)

रत्न दत्त 2024-03-14 Comments

कोठे की रंडी Xxx कहानी में पढ़ें कि गांव की दो शादीशुदा लड़कियां कमाई करने पुणे के बुधवार पैठ बाजार में धंधा करने गयी. दोनों जवान और देसी माल थी, पहली रात ही बढ़िया कमाई हुई.

मैं रतन आपके सामने पुन: हाजिर हूँ.

मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग
ठेकेदार ने घर बुलाकर चोदा
में आपने पढ़ा था कि कमली और मालती कमसिन उम्र की थीं और मजदूरी करती थीं. मालती का पति कमजोर था, कमली का पति वसंत शराबी था.
जो ठेकेदार उन दोनों को काम देता था, वह कमली मालती की चुदाई भी करता था. उसके चार दोस्तों ने भी उन दोनों लड़कियों की सामूहिक चुदाई की और उन्हें रूपए दिए.
वे दोनों अपने घर आ गईं.

पहले पहल कमली मालती मजबूरी में गयी थीं, बाद में उनको भी अलग अलग लौड़ों से चुदने में मजा आने लगा था.

अब आगे कोठे की रंडी Xxx कहानी:

उसके बाद कई बार ठेकेदार मालती कमली को उस फार्म हाउस ले गया, कभी वही चार मर्द रहते, कभी दूसरे 3-4 मर्द. हर बार घमासान चुदाई होती.

कमली अब सब आसानी से झेल लेती, उसे मजा भी आता.

दो बार जब ठेकेदार ने मालती कमली को आने कहा, मालती ने मासिक धर्म चल रहा था या उसने ‘तबियत ख़राब है.’ कहा तब ठेकेदार सिर्फ कमली को ले गया.

कमली ने चारों को आसानी से झेल लिया.
चारों ने दो दो बार चुदाई की, गांड भी मारी.

वह बारिश का मौसम था, काम बहुत कम था.
मालती ने कमली को बताया कि वह पुणे जा रही है, कुछ दिन कोठे पर वेश्या का काम करेगी. यदि तू चाहे तो मेरे साथ चल सकती है.

कमली भी घर बैठकर बोर हो गयी थी.
ठेकेदार भी काफी दिनों से कहीं गया था.

कमली की चूत में खुजली हो रही थी.
वह भी पुणे जाने के लिए तैयार हो गयी.

तो मालती ने पुणे की सहेली लता को फ़ोन किया.

मालती कमली शाम को बस से पुणे पहुंची, लता के घर गयी.

लता फ्लैट में रहती थी, उसने शहर की लड़की के समान जींस टी-शर्ट पहनी थी, बाल स्टाइल में कटे थे, वह सुन्दर लग रही थी.

लता का पति भी घर पर मिला.
रात के खाने के बाद लता बोली कि मुझे और मेरे पति को काम पर जाना है, सुबह वापस आ जाएंगे.
उनके जाने के बाद.

मालती- लता और उसका पति जिस बंगले में काम करते हैं, उसके मालिक का बड़ा बिज़नेस है. वह करीब 60 साल का है. मालकिन करीब 20 साल की है. वह मालिक की दूसरी बीवी है. मालकिन ने पैसे के लिए बूढ़े आदमी से शादी की है. मालिक अपना बिज़नेस बढ़ाने के लिए बड़े अफसरों और नेताओं के पास उनको खुश करने मालकिन को भेज देता है. वह छोटे अफसर या नेता के चमचों के पास लता को भेजता है. मालिक अक्सर बिज़नेस के काम से दूसरे शहर जाता है, उस समय लता का पति मालकिन की शारीरिक जरूरतें पूरी करता है. बहुत अमीर और बहुत गरीब दोनों में से काफी स्त्रियां वेश्या का काम करती हैं और मजे लेती हैं. दोनों का सोचना है चूत चमड़ी की है, अलग लंड से चुदने से घिस नहीं जाएगी.

यह सारा ज्ञान पाकर कमली बड़ी खुश हुई.

सुबह लता और उसके पति वापस आए.

लता ने मालती से कहा- हम दोनों बहुत थके हैं. मालिक के जवान लड़के और उसके दोस्तों ने रात भर मुझे चोदा. मेरे पति मालकिन के साथ थे. उधर मालकिन की बहन भी आ गयी थी. दोनों को सेक्स में खुश करते करते मेरे पति भी थक गए.

मालती, कमली ने नाश्ता बनाया.
नाश्ते के बाद कमली, मालती कोठे पर जाने के लिए निकल गईं.

ऑटो में बैठकर दोनों बुधवार पेठ पहुंचे.
यह पुणे का रेड लाइट एरिया है.

ऑटो में मालती ने बताया कि कोठे की मालकिन तंगम है.
वहां सभी लड़कियां अपनी मर्जी से धंधा करने आती हैं.

कानूनन एक वयस्क लड़की का अपनी मर्जी से वेश्या का काम करना जुर्म नहीं है पर सार्वजनिक जगह ग्राहक लुभाना मना है.

तंगम को सभी मौसी कहते हैं. तंगम मौसी सब लड़कियों का ख्याल रखती है.

मौसी का कोठा एक बड़े बिल्डिंग में था. ग्राउंड फ्लोर में बैंक था, कोठा फर्स्ट फ्लोर में था.
कोठे में प्लाई वुड से बने 6 कमरे थे. हर कमरे में बड़ा पलंग, गद्दे पर साफ़ चादर थी.

मौसी- कमली, तुम्हारे लिए कपड़े खरीदने है. यह पैसे तुम्हारी कमाई से काट लूँगी!

तब मौसी कमली को लेकर टेलर के पास गयी; उसकी नाप का ब्लाउज बनाने, बिना पैड का ब्रा, पैंटी, साड़ी, साया ख़रीदा.

वह कमली को अपने डॉक्टर के पास ले गयी.
वहां उसको हार्ट की बीमारी, यौन और चमड़ी की बीमारी, ब्लड प्रेशर आदि तो नहीं है, यह जाँच करवाने ले गई थी.

मालती पहले भी कोठे पर आ चुकी थी, उसकी जाँच हो गयी थी.
उसके पास अच्छे कपड़े भी थे.

रात को ब्लाउज सिलकर आ गया, सेक्सी ब्लाउज खुले गले का था. पीठ पर पतली पट्टी थी.

मौसी- कमली, ग्राहक को होंठ चूसने मत देना, सर घुमा लेना. ग्राहक को कोई बीमारी हुई तो होंठ चूसने से तुमको हो सकती है. थोड़ी देर ग्राहक को चूचे दबाने देना, फिर नंगी होकर लेटकर पैर फैलाकर कहना बैठ (चोद), जब ज्यादा ग्राहक होते हैं, तो समय कम होता है. कंडोम का इस्तेमाल करना, यदि ग्राहक जबरदस्ती करे या ज्यादा मारे या तुमको पसन्द नहीं आए फिर भी गांड मारने की कोशिश करे, तो मौसी कहकर बुलाना. मेरा आदमी बचाने आ जाएगा. जब थक जाओ शरीर ढीला छोड़ देना, ग्राहक को चोदने से मना नहीं करना.

कमली- मौसी यदि यहां आने वाले ग्राहकों में से कुछ को गांड मारने का शौक है, तो आप गांडू लड़के या हिजड़े क्यों नहीं रख लेतीं.

मौसी- मेरे ग्राहकों को हिजड़े पसंद नहीं, गांडू लड़का मिलता नहीं है.

कमली- मेरे पति वसंत को गांड मरवाना अच्छा लगता है, कहो तो बुला लूँ. पर वह शराब पीता है?
मौसी ने कहा- बुला लो, धंधे के समय वह अपनी मर्जी से शराब नहीं पी सकता. ग्राहक पिलाए तो पी सकता है या ग्राहक के जाने के बाद पी सकता है.

कमली ने पति को फ़ोन किया, बता दिया कि वह जब ग्राहक के साथ होगा शराब नहीं पी सकता.
वसंत बोला- कल सुबह आता हूँ.

शाम को मौसी ने सब लड़कियों को तैयार होने कहा. सभी नहाकर, अच्छे कपड़े और मेकअप करके, नकली गहने आदि पहनकर तैयार हो गईं.
उन्होंने साड़ी का पल्लू इस तरह कंधे पर रखा था कि उससे एक चूची ढक गयी, दूसरी चूची दिख रही थी.

मौसी ने बताया कि वह लड़कियों को पैडेड ब्रा नहीं पहनने देती थी क्योंकि वह ग्राहकों को चूची की साइज़ के बारे में धोखा नहीं देना चाहती.

रात आठ बजे से ग्राहक आने लगे.
वे लड़की पसंद करते, रेट पूछते, उनको कमरे में ले जाते, उसको रूपए देते.
लड़की रूपए बाहर आकर मौसी को दे जाती.

कमली को एक अधेड़ ग्राहक ने पसंद किया.
उसने कमरे ले जाकर रूपए दिए. कमली ने मौसी को रूपए दिए.

कमली कमरे में पहुंचते ही ग्राहक उसके चूचे दबाने लगा, उसके गाल गर्दन चूमने लगा.
जब ग्राहक कमली के गाल चूमने के बाद उसके होंठ चूसने की कोशिश करने लगता, तो कमली मुँह घुमा लेती.
कमली को मजा आ रहा था.

ग्राहक ने कमली की साड़ी ब्लाउज ब्रा पैटी उतार दी, खुद भी नंगा हो गया.
ग्राहक का लंड पतला और लम्बा था.

कमली पलंग पर चित लेटकर पैर फैलाकर बोली- कंडोम लगाकर बैठिये अब इन्तजार नहीं होता!

ग्राहक बोला- रानी, लौड़े को रेनकोट तुम ही पहना दो.
कमली ने मुस्कुराकर कंडोम पहना दिया.
ग्राहक चुदाई करने लगा.

कोठे की रंडी Xxx कमली कमर उछालकर साथ दे रही थी.
ग्राहक ने झड़ने के बाद, कपड़े पहने और चला गया.

कमली ने कपड़े पहने मेकअप ठीक किया और कमरे से बाहर बाहर आ गयी.
बाहर काफी ग्राहक थे.

कमली को उस रात चार ग्राहक मिले, किसी ने उसे घोड़ी बनाकर चोदा, किसी ने कमली को पैर अपनी छाती की तरफ करने को कहा, उसकी घमासान चुदाई की.

दूसरे ग्राहक का लंड छोटा और मोटा था, तीसरे का छोटा और पतला.

जब चौथा ग्राहक आया तो उसका लंड लम्बा और मोटा था.

कमली थोड़ी थक गयी थी, उसे चूचे दबवाने से जोश नहीं आ रहा था.

ग्राहक ने चूचे दबाने के बाद उसके ऊपर चढ़कर चुदाई शुरू की, कमली ने बदन ढीला छोड़ दिया.

ग्राहकों के जाने के बाद, रात के एक बजे सभी लड़कियों ने खाना खाया और सो गईं.

सुबह कमली का पति बसंत कोठे पर आ गया.

मौसी वसंत को कमरे में ले गईं, वसंत को नंगा करके देखा.
उसके शरीर पर काफी बाल थे.

मौसी ने शरीर के बाल ट्रिमर से छोटे कर दिए.
उसके कूल्हे, कांख के बाल की शेविंग की.
उसको दाढ़ी मूछ शेविंग से साफ़ करने को कहा.

मौसी वसंत को डॉक्टर के पास जाँच करने ले गयी.
उसके लिए छोटा काला हाफ पैंट बिना बांह की गुलाबी टी-शर्ट खरीदा.

रात को लड़कियां सजकर बैठक में खड़ी थीं.
वंसत को कमरे में बिठा रखा था.

मौसी ने कागज पर बड़े अक्षरों में लिखा: गांड मारने के शौकीनों के लिए खास इंतजाम है.

आज कमली की कोठे में दूसरी रात थी कल रात की अच्छी चुदाई से कमली, मालती का चेहरा खिल उठा था.

दोनों को पांच पांच ग्राहकों ने पसंद किया.
वसंत को दो ग्राहक मिले, वह खुश था.

ग्राहक जाने के बाद वसंत एक कमरे में दारू पीने लगा, उसका खाना भी कमरे में दे दिया गया था.
सभी लड़किया खाना खा रही थीं.

मौसी- कमली, कोई तकलीफ तो नहीं हुई पांच ग्राहक सँभालने में?
कमली- थोड़ा थक गयी, पर मजा आया. जब तक दो तीन मर्द मेरा बदन नहीं तोड़ते, मुझे अच्छी नींद नहीं आती.

तीसरे दिन शाम 5 बजे सभी लड़कियां दोपहर की नींद पूरी करके बैठक में चाय पी रही थीं.
तभी एक अधेड़ लम्बा चौड़ा मर्द आकर मौसी से बात करने लगा.

लड़कियां उसको देखकर कमरे में छुपने लगीं.
वे कमली को भी साथ ले गईं.

लड़कियों ने बताया वह मर्द पुलिस थानेदार है. वह बहुत निर्ममता से बहुत देर तक चोदता है और पैसे भी नहीं देता.

कमली- अरे मर्द ही तो है, कोई शेर नहीं, जो खा जाएगा.
कमली कमरे से बैठक में आ गयी.

मौसी थानेदार से बोली- यही वह नयी लड़की है. कमली नाम है इसका!

थानेदार कमली को एक कमरे में ले जाकर बोला- कपड़े उतार!

फिर वह नंगा होकर बेल्ट हाथ में लेकर पलंग पर पांव फैलाकर बैठ गया.

कमली नंगी खड़ी होकर अगले हुक्म का इन्तजार कर रही थी.

थानेदार- कमली तेरा बदन तो मस्त है, लंड पर कंडोम चढ़ा और चूस!
कमली ने कंडोम चढ़ाते समय देखा, लंड काफी मोटा और लम्बा था; पत्थर की तरह सख्त.

कमली ने सामने झुककर पलंग पर हाथ रखा और थानेदार का लंड चूसने लगी.
थानेदार उसके चूचे मसलने लगा.

उसने बेल्ट से कमली के कूल्हों पर मारकर कहा- पूरा लंड चूस.
कमली लंड गले तक लेकर चूसने लगी.

थोड़ी देर लंड चुसवाने बाद थानेदार ने कमली को पलंग पर चित लिटा दिया, उसके पैर छाती की तरफ ले जाकर कहा कि अपने पैर पकड़.

थानेदार ने पूरा लंड कमली की चूत में झटके से पेल दिया.
इतना बड़ा मोटा लंड एक झटके में अन्दर जाने से कमली की चीख निकल गयी- आ आह … फट गयी चूत!

थानेदार कमली की जांघों को पकड़ कर घमासान चोदने लगा.
कमली जितना चीखती तड़फती, थानेदार को और आनन्द आता.

थोड़ी देर बाद कमली की चूत फ़ैल गयी, उसे थोड़ा दर्द और ज्यादा मजा आने लगा.
अब वह भी अपनी कमर हिलाने लगी.

कोई 15 मिनट तक थानेदार ने रुक रुक कर चोदा.
कमली की चूत से कामरस का फव्वारा निकलने लगा.

आपको कोठे की रंडी Xxx कहानी कैसी लगीं, जरूर बताएं.
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कोठे की रंडी Xxx कहानी का अगला भाग: पार्ट टाइम वेश्या बन कर पैसे कमाए- 4

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