अभी ना जाओ चोद के!

मेरी शादी हुए दशक से ज्यादा बीत गया है. घर में ऐश-ओ-आराम की कमी नहीं. मगर बढ़ती उम्र के साथ चूत की आग बढ़ने लगी. बता रही हूँ कि इस चूत की गर्मी को किसने शांत किया.

अभी ना जाओ चोद के !-3

On 2009-08-17 Category: पड़ोसी Tags:

हल्का सा शावर लेने के बाद मैंने उसे बाहर भेज दिया। वो मुझे साथ ही ले जाना चाहता था पर मैंने कहा- तुम चल कर दूध पीओ मैं आती हूँ। मिट्ठू जब बाथरूम से बाहर चला गया तो मैंने दरवाजे की चिटकनी लगा ली। आप सोच रही होंगी अब भला दरवाजा बंद करने की क्या […]

अभी ना जाओ चोद के ! -2

On 2009-08-16 Category: पड़ोसी Tags:

आप यकीन नहीं करेंगी मेरी संगेमरमर सी मखमली जांघें और काली पैंटी में फंसी पाँव रोटी की तरह फूली हुई चूत के निकलते सैलाब से पूरी पैंटी ही गीली हो गई थी। मैंने पैंटी उतार दी।

अभी ना जाओ चोद के !-1

On 2009-08-15 Category: पड़ोसी Tags:

मैं चाहती थी कि वो पहले मुझे चूमे चाटे और मेरे शरीर के सारे अंगों को सहलाए और उन्हें प्यार करे, उसे भी तो पता चलना चाहिए कि औरत के पास लुटाने के लिए केवल चूत ही नहीं होती और भी बहुत कुछ होता है। … प्रेम गुरु की कलम से ये गुलाबो भी एक […]

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