पड़ोसन भाभी से प्यार और फिर चुदाई-2
मैं पड़ोसन भाभी की चुदाई के लिए तड़प रहा था. जब मुझे मौका मिला तो मैंने भाभी के साथ सुहागरात मनाने के लिए कहा. हम दोनों ने अपनी सुहागरात कैसे मनायी?
आशिक और माशूका के बीच प्यार मुहब्बत भरा रोमांस और उसके बाद जोश से भरा सेक्स आह … मजा आ जाता है. असली चुदाई का मजा तो रोमांस के बाद ही आता है.
मैं पड़ोसन भाभी की चुदाई के लिए तड़प रहा था. जब मुझे मौका मिला तो मैंने भाभी के साथ सुहागरात मनाने के लिए कहा. हम दोनों ने अपनी सुहागरात कैसे मनायी?
हर लड़के का सपना होता है कि उसकी ज़िन्दगी में कोई लड़की ऐसी आये जो उसे यौन सुख दे. और लड़की भी यही चाहती है लड़का उसके जीवन को सुख से भर दे। लेकिन ...
बेहिसाब चुम्बनों का आदान-प्रदान जारी था. हम दोनों अपनेआप से बेसुध, तेज़ी से एक-दूसरे में समा जाने का उपक्रम कर रहे थे. दोनों की सांसें भारी और बेतरतीब हो रहीं थी.
मैं वसुंधरा वस्त्र-विहीन जिस्म पर ऊपर-नीचे अपनी जीभ फेरता या चुम्बन लेता, वसुन्धरा का पूरा शरीर तन जाता और सिहरन की लहरें वसुन्धरा के शरीर में उठनी शुरू जाती.
वसुंधरा ने तत्काल अपने होंठ खोल दिए. मैंने बहुत कोमलता से उसके अधीर अधरों का एक चुम्बन लिया और हौले से अपनी जीभ वसुंधरा के मुंह में डाल दी.
मेरे होंठ, नाक उसकी नाईटी, पैंटी के आवरणों सहित दोनों जांघों में ठीक उसकी योनि पर थे. मैंने लम्बी सांस ली. मेरे नथुनों में योनि से निकली जानी-पहचानी मादक महक भर गयी.
मैंने पैंटी में से हाथ निकाल कर अपने नाक के पास करके लम्बी सी सांस ली. मेरी हथेली से वसुंधरा के जिस्म के पसीने और डियो की मिलीजुली, सौंधी सी महक आ रही थी.
अचानक ही हवा में एक जादू सा घुल गया, यूं लगा कि फ़िज़ां कुछ और रंगीन हो गयी हो जैसे. सच कहता हूँ दोस्तों! कुछ मुस्कुराहटें होती ही इतनी दिलकश हैं कि पूछिए मत.
जिंदगी में याद रखने लायक सिर्फ एक रात ही तो है. जब-जब जी डोलता है, मन विचलित होता है ... तब-तब मैं उस रात की याद को कलेज़े से और ज़ोर से लगा लेती हूँ!
मेरे घर के सामने एक मस्त जवान लड़की रहती थी. मैं उस की चुदाई करना चाहता था. एक बार वो मेरे पास किसी प्रोजेक्ट में मदद लेने आयी. तो मैंने उसकी हर तरह से मदद की.
मेरी गर्लफ्रेंड की शादी के बाद हम दोनों होटल में मिले और वहां हमने सेक्स करके पुरानी यादें ताजा की और उसके ससुराल जाने के एक साल बाद उससे सम्पर्क हुआ तो ...
लड़कों को लड़कियों के साथ घूमते देख मेरा मन करता था कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड हो. लेकिन मुझे सेक्स के बारे में कुछ नहीं पता था. एक लड़की मेरी गर्लफ्रेंड बनी तो क्या हुआ?
हम तीनों सहेलियां लेस्बियन सेक्स के मजे और डिल्डो से चरमानंद की प्राप्ति कर चुकी थी. मेरा मन अब किसी लड़के के संग कामुक पलों उसके लंड के लिए मचलने लगा था.
तो मेरी क्लास में एक लड़की थी वो दिखने में फिल्म एक्ट्रेस कियारा आडवाणी ही लगती थी. मैंने कैसे से अपनी सेक्सी गर्लफ्रेंड बनाया और फिर उसकी चुदाई की तमन्ना पूरी की.
वो पीछे मुड़कर मुझे देख रही थी। मैंने भी उसकी तरफ़ देख कर स्माइल पास कर दी, उसने भी स्माइल दी। शक्ल सूरत से एकदम काम की देवी रति सी लगती है वो!
मैंने अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदाई की छूट दे रखी थी. एक दिन उसने पूछा कि क्या मैं किसी लड़की को चोदना चाहता हूँ तो मैंने उसके भाई की बीवी का नाम के दिया.
मेरे पति मुझे बहुत प्यार करते हैं। लेकिन मेरे देवर भी मेरा बहुत ख्याल रखते हैं. हम दोनों में लगाव हो गया था. देवर भाभी का यह प्रेम एक रात देवर भाभी सेक्स में बदल गया.
बात करते करते मैंने उसकी जांघों पे हाथ रख दिया और सहलाने लगा। चिकनी चिकनी जांघों पे हाथ फेरते हुए मैं कभी कभी अपना हाथ उसकी शॉर्ट्स में डाल देता।
मैं न्यूज़ एंकर के साथ उसके फ़्लैट में उसे मजा दे रहा था. हमने खुल कर ओरल सेक्स किया. मुझे बहुत मजा आया उसकी कुंवारी चूत चाट कर! लेकिन उसके बाद ...
जिम में सुबह के समय एक लड़की आती थी. जिस लड़के को पटाने के सपने मैं देख रहा था वो दरअसल उस लड़की की चूत चोदने की फिराक में था. मुझे जलन हो रही थी.