जानबूझ कर अपने अंग प्रदर्शन की कहानियाँ

हिंदी सेक्सी स्टोरीज जानबूझ कर अंग प्रदर्शन नंगी चूची, नंगी बुर, शरीर दिखा कर उत्तेजित करने व सेक्स के लिए लुभाने की कहानियाँ

Hindi Sexy Stories Ang Pradarshan karke, nangi chuchi, nangi choot, nangi bur dikha kar ladkon aur mardon ko lubhane wali

Hindi Sex Stories About sexually sensually exposing body, boobs and thighs

एक भाई की वासना -9

फैजान उसी को देखता रहा फिर मुझसे बोला- यह तुम बाइक पर बैठे क्या शरारतें कर रही थीं।

मैं मुस्कुराई और अंजान बनते हुए बोली- कौन सी शरारत?

फैजान- वो जो मेरे लण्ड को दबा रही थी।

मैं हंस कर बोली- मैंने सोचा कि आज मैं अपनी चूचियों को तुम्हारी पीठ पर रगड़ नहीं सकती.. तो ऐसी ही थोड़ा सा तुम को मज़ा दे दूँ।

एक भाई की वासना -8

जाहिरा के कमसिन बदन को उसके भाई के सामने गीले सफ़ेद कपड़ों में नुमाया करने के बाद मुझे एक और शरारत सूझी। मैंने बाइक पे बाहर घूमने का कार्यक्रम बनाया और जाहिरा को बीच में बैठाया।

एक भाई की वासना -7

जाहिरा के कपड़े भीग चुके थे, सफ़ेद कमीज गोरे बदन पर चिपक कर काली ब्रा ऐसे दिख रही थी कि शर्ट पहनी ही ना हो। उसके भाई की नजर तो उसके जिस्म पर ही चिपक गई थी।

एक भाई की वासना -6

मैंने अपनी ननद को सेक्सी लिबास पहनना सिखा दिया और अब मैं अपने शौहर को अपनी बहन के सेक्सी बदन के उभारों, कटावों को तकते हुए देख कर मज़ा ले रही थी.

एक भाई की वासना -5

लेग्गी पहन कर जाहिरा अपने भाई के सामने आई तो फैजान की निगाहें जाहिरा की टाँगें देखने को उतावली थी. एक दिन उसे छोटा शर्ट पहना तो वो तो उसकी जांघें और चूतड़...

मेरा चोदू यार-1

मेरे चोदू यार की बातें हैं इस कहानी में.. पढाई के दिनों में वो दूध देने घर घर जाया करता था, कहानी का पहला भाग सुबह सुबह एक आंटी को उसकी रसोई में चोदने का है

भाभी की तड़पती जवानी की चुदास

मैं जब कॉलेज जाता था तो मेरी पड़ोसन भाभी भी अपने बेटे को छोड़ने स्कूल जाती थी उसी रास्ते से… वो मुझे देख कर मुस्कुराती थी। एक दिन मैं उसके घर गया तो मुझे पता लगा कि वो पोर्न मूवी देख रही थी।

एक भाई की वासना -4

मेरी ननद शर्मीली थी, एक दिन मैंने उसे जीन्स दिलवाई और एक दिन उसे अपनी लेगी पहनने को दी। वो अपने भाई के सामने लेगी पहन कर आने मे शर्मा रही थी। लेकिन मेरे पति की नजर उसके बदन की गोलाइयों पर थी

एक भाई की वासना -3

मैंने अपने शौहर को उनकी बहन की नंगी टाँगें घूरते देखा तो मन में उनको सताने का ख्याल आया, मैं चाह रही थी कि इनको जाहिरा के बदन की सारी गोलाइयाँ दिखा दूँ !

एक भाई की वासना -2

एक दिन मेरी ननद जाहिरा गिर गई। हम उसे कमरे में लाए, मैं उसकी सलवार ऊपर सरका कर उसके पैर पर दवा लगाने लगी तो मेरे शौहर उसकी गोरी चिकनी जांघ को घूरने लगे।

एक भाई की वासना -1

यह कहानी पड़ोसी मुल्क से एक लड़की की है, वो अपने शौहर के साथ शहर में मस्ती से रहती है, सेक्स का मज़ा लेती है। तभी उसकी ननद पढ़ने के लिये गाँव से उसके पास आती है

कविता की गालियों भरी चूत चुदाई

कॉलेज के दिनों में याहू चैट पर मुझे एक शादीशुदा युवती मिली, बातें हुई और एक दिन मॉल में मिले, घूमे फ़िरे। कुछ दिन बाद उसने मुझे अपने घर बुलाया

मारवाड़ी भाभी की वासना -1

मैं ट्यूशन पढ़ने मारवाड़ी मास्टर के घर जाता था, उसकी बीवी काफ़ी युवा थी, सेक्सी थी। एक दिन वो बाथरूम से सिर्फ़ पेटिकोट चूचियों पे बान्धे निकली। उसकी गोरी टाँगें…

दर्जी के लौड़े पर हूर की चूत -1

मैं महिलाओं की पोशाक सिलता हूँ. एक दिन एक युवती मेरे पास कुछ कपड़े सिलवाने आई. उसके पास नाप के कपड़े नहीं थे तो मैं उसे अन्दर वाले कमरे में ले गया नाप के लिए...

मेरा गुप्त जीवन -25

मैं निर्मला संग नदी के घाट पर नंगी औरतों को देखने गया, झाड़ी के पीछे छिप कर हम चुदाई करने लगे साथ ही घाट पर देखा तो एक नई दुल्हन अपना ब्लाऊज उतार रही थी..

दोस्त की मम्मी और उनकी सहेली की चूत चुदाई -2

निशी आन्टी जानबूझ कर मुझे अपना बदन दिखा रही थी कि उन्होंने मुझे उनकी ब्रा का हुक बन्द करने बुलाया। फ़िर मन्जू आन्टी से फ़ोन पर बातें और अडल्ट चुटकुले शुरु हुए।

किराना दुकान वाली आंटी की चुदाई

मैं एक दुकान से सिगरेट लेता हूँ, उस दुकान को एक आन्टी सम्भालती हैं। एक दिन आन्टी ने अपना फ़ोन नम्बर देकर बात करने को कहा। उसने प्यार की बात की तो मैंने चूत की बात कर दी…

धोबी घाट पर माँ और मैं -12

मैं मां के सोते हुए उसके पेटिकोट में झांक रहा था, माँ जाग गई और मेरी लालसा को जानकर यह कहते हुए कि 'चल मैं ही दिखा देती हूँ' वो अपने कपड़े उतारने लगी।

मैं जन्नत की सैर कराऊँगी -2

पड़ोसन युवती से मैंने अपने दिल की इच्छा बताई, वो मान गई और नंगी हो गई लेकिन उसने नौकर को बुला कर अपना बदन चटवाया। अगले दिन वो मेरे घर अपना वादा पूरा करने आई

धोबी घाट पर माँ और मैं -11

रात को छत पर मैंने माँ की मिन्नतें की चूत दिखाने के लिए, वो ना मानी और तभी बारिश शुरु हो गई… नीचे आकर मैंने माँ को फ़िर से कहा लेकिन वो मेरी मुठ मारने लगी।

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