ऑफिस की लड़की से जिस्मानी रिश्ता सही या गलत-1
दफ़्तर में नई स्टेनो रखी। उस्का विवाहित जीवन सुखी नहीं था पर मेरी रुचि उसके बदन में नहीं थी। लेकिन हालात कुछ ऐसे बनते गए कि मैं उसके बदन को प्यार करने लगा।
Chuchi Chusai Boobs Nipple sucking चूची चुसाई
दफ़्तर में नई स्टेनो रखी। उस्का विवाहित जीवन सुखी नहीं था पर मेरी रुचि उसके बदन में नहीं थी। लेकिन हालात कुछ ऐसे बनते गए कि मैं उसके बदन को प्यार करने लगा।
सुबह उठ कर नीचे जाने लगा तो सीढ़ियों में आपी मिली, उन्होंने अपनी छाती प्लास्टिक के टब से छिपाई हुई थी। देखा तो उनकी कमीज भीगी थी और चूचियाँ पूरी नुमाया थी।
दोपहर को सोते हुए मैंने देखा कि सिर्फ़ ब्लाऊज़ पेटिकोट में भाभी मेरी बगल में सो रही थी। मैं उनके बदन को छूने लगा, ब्लाउज़ खोल कर चूचियाँ चूसने लगा।
मौसी और किरण मेरा डांस देखने लगी, मेरे साथ चिपको डांस करने लगी. दोनों ही अपने बदन को मेरे बदन से सटाए जा रही थी. फिर जब मैं मौसी के कमरे में सोने लगा तो..
मैं अपनी ज़ुबान से चाटता हुआ रान से घुटने.. और फिर पिण्डलियों से हो कर पाँव तक पहुँचा और आपी की सलवार को उनके जिस्म से अलग करके पीछे फेंक दिया।
मैंने आपी की टाँगों को खुलता महसूस कर लिया था और उनकी चूत से बहते पानी ने भी मुझे यह समझा दिया था कि अब आपी का दिमाग उनकी चूत के कंट्रोल में आ गया है..
मैंने अपनी उंगलियाँ आपी की चूत के दाने से उठाईं और चूत के अन्दर दाखिल करने के लिए नीचे दबाव दिया ही था कि आपी फ़ौरन बोलीं- सगीर.. रुको ना.. हाय प्लीज.. उईईई.. और ऊपर.. रगड़ो ना.. आआहह..
अंजलि सवा पांच फुट की थी और बहुत गोरी तो नहीं थी.. और ना बहुत सुंदर थी.. फिर भी चोदने लायक तो थी। उसको बाँहों में लेने के बाद मैंने उसके होंठों पर किस कर दिया। वो अपने पुराने ब्वॉयफ्रेंड से पहले भी करवा चुकी थी..
मैं मम्मी पापा को रोज चुदाई करते देखती थी, चाहने लगी थी कि पापा मेरे साथ भी ऐसा करें! एक बार मम्मी बाहर गई तो पापा ने मुझे कमरे में बुलाकर मेरे साथ वही किया
मैं दवा कम्पनी में काम करता हूँ तो एक औरत ने अपने पति के लिये मुझसे दवा मंगाई, वो अपने पति से खुश नहीं थी। बात आगे बढ़ी और वो एक दिन मुझे होटल में ले गई।
उसने चादर अपने ऊपर ओढ़ ली। अब तो वो मुझसे और भी सटकर लेट गई.. उसने अपनी दोनों बाहें मेरी गर्दन में डाल लीं। मैंने अपना हाथ उसकी चूची पर फेरना शुरू कर दिया.. इस पर वो थोड़ा सीधी लेट गई।
पड़ोस की एक लड़की मेरे पास पढ़ने आ जाती थी। एक दिन मैं अकेला था तो वो आ गई और बायोलोजी के प्रश्न पूछने लगी। बहाने से उसने मेरा लंड पकड़ लिया।
उन्होंने अपना हाथ आगे लाकर मेरे लण्ड को पकड़ कर चूत पर सैट करके नीचे से एक तेज ठोकर मारी और ‘गप्प..’ की आवाज़ के साथ मेरा आधा लंड उनकी चूत की गहराई में उतर गया।
मेरी दोनों बहनों के चूतड़ों के उभार मस्त दिख रहे थे और चोलियाँ चूचियों तक ही थीं। चोली और लहंगे के अलावा बाकी का भाग नंगा था.. मतलब कमर.. पेट पूरा नंगा था.. मेरा तो फिर से लंड खड़ा हो गया।
मैं शमा अपना चुदाई का अनुभव आपके साथ शेयर करने जा रही हूँ। यह मेरी पहली चुदाई नहीं थी.. मेरी ज़िंदगी में आने वाला तीसरा लड़का था। मेरी उम्र उस वक्त 20 साल थी।
मेरा लण्ड अब और इंतज़ार करने को तैयार नहीं था.. मैंने नीलम चाची की कमर के नीचे एक तकिया रख दिया। नीलम चाची ने ख़ुशी से अपने पैर खोल दिए।
जिस रात मेरे भैया नहीं रहते.. मैं सारी रात भाभी के साथ होता हूँ और उन्हें चोदता हूँ। मेरा और मेरी भाभी का कमरा एकदम अगल-बगल में है। मेरे पापा-मम्मी का कमरा थोड़ा हट कर है..
हाँ जीजू.. उस दिन आपके लण्ड को देखकर मेरा हाल बेहाल हो गया था.. और जब आपका चुदाई वाला वीडियो देखा.. तो मेरे अन्दर की अन्तर्वासना ने जवाब ही दे दिया.. और देखो अब आपके लण्ड की सैर कर रही हूँ।
कल्पना ने जेम्स के बार-बार इसरार पर एक बार ठहरकर अच्छे से लिंग को अंदर-बाहर होते देखा, फिर आँखें बंद कर लीं। उसने योनि को मथते लिंग को कमर उचकाकर और नजदीकी दी!
यह कहानी मेरी और पड़ोस की एक चालू भाभी की है! मैं उनके घर गया तो वो मुझे छेड़ने लगी. वो कमरे में गई तो मैं उसके पीछे लग गया. कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरे और भाभी के बीच शारीरिक रिश्ते बने!