पड़ोसन आंटी की चूत चौड़ी कर दी -2
मैंने उनको दीवार के पास खड़ा किया और उनकी एक टांग को टेबल पर रखा.. दूसरी को फर्श पर रहने दिया। इससे उनकी चूत खुल कर सामने दिखने लगी।
किसी लड़की भाभी को उसकी चूत में उंगली डाल कर मज़ा देने और उंगली से चूत चोदने की कहानियाँ
kisi ladki bhabhi ko usaki choot me ungli daal kar maza dene aur ungli se choot chodne ki kahaniyaan
Fucking any girl, bhabhi, aunty with finger
मैंने उनको दीवार के पास खड़ा किया और उनकी एक टांग को टेबल पर रखा.. दूसरी को फर्श पर रहने दिया। इससे उनकी चूत खुल कर सामने दिखने लगी।
साली की शादी से कुछ दिन पहले मैं किसी काम से ससुराल गया तो साली को देखा कर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया. मौक़ा देखकर मैंने उसे पकड़ा तो बोली- सुहागरात का डर लग रहा है.
उन्होंने अपना हाथ आगे लाकर मेरे लण्ड को पकड़ कर चूत पर सैट करके नीचे से एक तेज ठोकर मारी और ‘गप्प..’ की आवाज़ के साथ मेरा आधा लंड उनकी चूत की गहराई में उतर गया।
मैं 12वीं के पेपर दे कर फ्री हुआ तो उन दिनों मैंने काफ़ी पोर्न देखा और मैंने काफ़ी जवान लौंडों को मैच्योर आंटीज को चोदते हुए देख कर अब मेरा दिल भी किसी आंटी को चोदने को किया।
ट्रेन में मिली एक लड़की मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी, जब सब सो गये तो उसने मुझे अपनी बर्थ पर बुला लिया। धीरे धीरे हमारे बदन छू गये और हम दोनों अन्तर्वासना की आग में जलने लगे।
मुझे अपनी बीवी से अलग रहना पड़ रहा था, दोनों अन्तर्वासना की आग में जल रहे थे. मेरे पड़ोस का एक युवक और उसकी पत्नी मेरे मित्र थे और सेक्स की बात खुले आम करते थे.
दूसरी सुबह अपने कमरे में से बाहर निकला और ऊपर गैलरी की तरफ देखा.. तो वो मेरे इंतज़ार में पहले से ही मौजूद थी। मुझे देख कर मेरी प्यारी भाभी मुस्कुरा दी और ऊपर आने का इशारा दिया।
मैडम- अब तुम्हें चुदाई का चस्का लग गया है.. अब तुम दूसरा शिकार ढूँढ लो और आज आखिरी बार मेरी चुदाई कर लो। मेरी चुदाई करके मुझे गुरूदक्षिणा दे दो।
मुझे जल्दी तुम्हारा लण्ड अपनी चूत में चाहिए। तुम लण्ड पहले मेरी चूत पर रगड़ना.. फिर लण्ड को मेरी चूत में डालना, पहले लण्ड का जो लाल भाग है.. उसे अन्दर डालना।
मेरा लण्ड अब और इंतज़ार करने को तैयार नहीं था.. मैंने नीलम चाची की कमर के नीचे एक तकिया रख दिया। नीलम चाची ने ख़ुशी से अपने पैर खोल दिए।
मैं गर्ल हॉस्टल में रहती थी। एक बार लड़कियों ने मुझे ब्ल्यू फ़िल्म दिखाई और मेरे बदन को छेड़ने लगी। मेरी चूत गीली हो गई और उसके बाद… कहानी में पढ़िए, मज़ा लीजिए!!
इतना मज़ा तो हम दोनों होटल में भी नहीं करते जितना आज यहाँ कर रहे हैं। भैया और भाभी दोनों इतने कमाल के होंगे, मैंने कभी सोचा भी नहीं था। इनके खेल में मैं दो बार गीली हो चुकी हूँ।
वो मदहोश होने लगी, मेरे बालों में प्यार से उँगलियाँ फेर रही थी कि उसने मुझे धक्का देकर नीचे कर दिया, खुद मेरे ऊपर आ गई और मेरे होठों को और सीने पर पागलों की तरह चूमने लगी.
नौकरी की तलाश से हताश सड़क किनारे बैठा मैं अपने गले में रूमाल डाल कर सोचने लगा कि अब आगे क्या करना है। तभी एक डस्टर कार मेरे सामने आ कर रुकी और देखा कि कोई 31-32 साल की शादी-शुदा युवती थी।
जिस रात मेरे भैया नहीं रहते.. मैं सारी रात भाभी के साथ होता हूँ और उन्हें चोदता हूँ। मेरा और मेरी भाभी का कमरा एकदम अगल-बगल में है। मेरे पापा-मम्मी का कमरा थोड़ा हट कर है..
मैंने उसके एक हाथ को अपनी जीन्स की ज़िप पर रख दिया और कहा- धीरे-धीरे सहलाओ। मैं उसको उसके चेहरे पर.. गालों पर.. गर्दन पर.. होंठों पर.. चुम्मी करता रहा, फिर कुछ देर में लगा कि मैं बह जाऊँगा.. तो मैंने पूनम को रुकने के लिए कहा..
स्लीपर बस में रात में मेरी नजर एक हसीं कली पर पड़ी, वो मुझे ही देख रही थी मेरे लंड ने हलचल शुरू कर दी। कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने एक अनजानी को जानी पहचानी बनाया!
मेरा दोस्त अपनी गर्लफ्रेन्ड की चिपकू आदत से तंग आ गया था पर मुझे उसकी गर्लफ्रेंड पसंद थी. मैंने दोस्त से मिल कर ऐसा चक्कर चलाया कि वो लंड के लिए तड़पने लगी.
क्या चूत थी उसकी, क्लीन शेव ! फूली हुई.. एकदम गुलाबी ! मैंने चूत में उंगली डाली तो वो एकदम टाइट थी, जैसे ही उंगली अन्दर घुसी वो उछल पड़ी, बोली- दर्द हो रहा है.
रणवीर ने मेरी चूत की तरफ रुख किया और उसके मेरी चूत पर मुँह रखते ही मेरे जिस्म में बिजली सी दौड़ पड़ी और मैं सिसकारी भरने लगी. रणवीर तो मेरी चूत को ऐसे चाट रहा था, जैसे आज वो इससे कच्चा ही चबा जाएगा.