मेरा लण्ड और चाची की चूत
चाची भी देर ना करते हुए बेड पर सीधी लेट गईं, अपने पैरों को थोड़ा ऊपर उठाया और साथ में दोनों पैर चौड़े कर दिए जिससे चाची की चूत साफ दिख रही थी।
किसी लड़की भाभी को उसकी चूत में उंगली डाल कर मज़ा देने और उंगली से चूत चोदने की कहानियाँ
kisi ladki bhabhi ko usaki choot me ungli daal kar maza dene aur ungli se choot chodne ki kahaniyaan
Fucking any girl, bhabhi, aunty with finger
चाची भी देर ना करते हुए बेड पर सीधी लेट गईं, अपने पैरों को थोड़ा ऊपर उठाया और साथ में दोनों पैर चौड़े कर दिए जिससे चाची की चूत साफ दिख रही थी।
उसने अपना हाथ पेंटी के अन्दर धीरे से खिसकाया। मेरे बदन में एक बिजली सी दौड़ गई। मैंने अपने पैर थोड़े फैला लिए जिससे कि उसका हाथ ठीक से मेरी चूत पर जा सके।
कमर के नीचे वो पूरी नंगी थी। उसकी गुलाबी चूत, उसकी भूरे रंग की गांड का छेद और उसके गुदाज चूतड़ मेरी आँखों के सामने खुले पड़े थे और मुझे अपनी ओर खींच रहे थे।
लो मैं भी आ गई अपनी कहानी लेकर, पता नहीं आप लोग मेरी आपबीती को क्या समझें? सही या गलत, फ़ैसला आपका। यह कहानी सुनें. मैं आरती एक बेहद सुशील और खूबसूरत लड़की। बात उस समय की है जब मैं अट्ठारह साल की थी और मैंने बारहवीं कक्षा में प्रवेश लिया था। स्कूल मेरे घर […]
मैंने उनका पेटीकोट ऊपर किया और उनकी चूत को अपनी उंगलियों से सहलाने लगी। उन्होंने मेरी चूत को सहलाते हुए उसमें अपनी एक उंगली डाल दी और उसे मेरी चूत में अन्दर–बाहर करने लगी।
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार! मेरा नाम सतीश है और मैं जलगाँव (महाराष्ट्र) से हूँ। मैं बहुत समय से अन्तर्वासना का पाठक रहा हूँ। मैं इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा हूँ। मेरी उम्र 21 साल है, लम्बाई 6 फीट है। मेरा हथियार 6.5 इंच का है। मैं यह पहली कहानी लिख रहा हूँ। यह […]
मैंने सासू माँ की पेंटी धीरे से सरका कर हटा दी, उनको उल्टा लिटाया बैठी हुई घोड़ी के स्टाइल से. मैं सासू के पीछे बैठ गया और सासू माँ की गुदा को देखने लगा.
मेरी विधवा सासू माँ आज भी आकर्षक और मदहोश कर देने वाली हैं, उनका फिगर किसी 24 वर्ष की लड़की से कम नहीं. मेरा तो मन करता है कि सासू माँ से भी शादी कर लूँ,
मेरी बहन पढ़ाई के लिए मेरे साथ दिल्ली रहने आ गई थी। होली वाले दिन अचानक मैंने अपनी बहन की चुदाई कैसे कर दी और मेरी बीवी ने इसमें मेरा साथ कैसे दिया.
मैं बहुत दिनों से तुमसे मिलना चाहती थी। लेकिन मैं डरती थी, आज कुछ भी हो जाए, आज अपनी इच्छा पूरी करके ही रहूँगी। और अब तो तुम्हारे खड़े लंड को भी देख लिया है!
एक दिन मेरा दोस्त ऑफिस गया था तो मैंने उससे मिलने के लिए बुलाया। पहले तो उसने बहुत नखरे दिखाए पर फिर उसने बोला कि तुम कुछ करोगे तो नहीं?
पतली कमर, चिकनी गोरी जांघें और जाँघों के बीच फ़ूली हुई गुलाबी छोटी सी योनि जिस पर हल्के रोयें ही आए थे और योनि के बीच हल्का सा दिखाई देता गुलाबी दाना..
मैंने पहली बार बुर देखी थी, मैं अचम्भे में रह गया... फ़िर बाल बनाने शुरू किये, धीरे बाल साफ़ हो गये, अब भाभी की बुर एक दम चिकनी लग रही थी...
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार! मित्रो, मेरा नाम फौजी भाई है, उम्र 22 वर्ष है, मैं भारतीय सेना का सिपाही हूँ। अन्तर्वासना को मैं तकरीबन तीन वर्ष से पढ़ रहा हूँ पर आज मौका मिला है लिखने का! आज मैं जो कहानी पेश करनेवाला हूँ वो मेरी नहीं है, अपितु मेरे […]
उस रात को मैं कैसे भूला दूँ जब जीजा कपिल ने मेरे कुंवारेपन की झिल्ली फाड़ी थी और अपना मजबूत लौड़ा मेरी चूत में गाड़ दिया था। कभी कभी मैं नींद से जाग जाती हूँ क्यूंकि मुझे आज भी वो लौड़ा याद आता है; लेकिन मज़बूरी है और वो लौड़ा अब मुझे शायद कभी नहीं मिलेगा।
जब मैं अट्ठारह साल की थी, मेरे कूल्हे बड़े हो रहे थे... मेरे मम्मे भी बड़े हो रहे थे... सेक्स क्या होता है मुझे अच्छे से पता था.. मेरे दोस्त हुआ करते थे दानिश, रौनक और संजय। एक शाम हम चारों लुक्का-छुप्पी खेल रहे थे...
मैं चूमते हुए धीरे धीरे नाभि के नीचे पहुँचा और अब मेरा मुँह उसकी पेंटी के ऊपर था... पेंटी से ही उसकी चूत को चूमा और मुँह को दबाया उसकी चूत पर और...
मैंने उसकी नाइटी को ऊपर करते हुए अपना हाथ उसकी जाँघों के बीच डाल कर उसकी चूत की दरार में अपनी अंगुली फिराई और फिर उसके रस भरे छेद में डाल दी।
सुबह साढ़े नौ बजे किसी के दरवाजे की घंटी बजाए जाने पर नींद खुली तो मैंने पाया कि मेरा पूरा बदन दर्द कर रहा था। मैंने अपने शरीर का जायजा लिया। मैं बिस्तर पर आखरी चुदाई के वक़्त जैसे लेटी थी, अभी तक उसी तरह ही लेटी हुई थी। इंग्लिश के X अक्षर की तरह। […]
मेरी नंगी जवानी-1 सायरा चिकनी चूत है या नहीं इसका अभी पता चल जायेगा! सोनिया ने मेरी तरफ देखा और कहा- सायरा, अपनी चड्डी उतार! यह सुनकर मेरे तो पैरों तले ज़मीन ही खिसक गई, मैंने कहा- सोनिया, तुम पागल हो गई हो, अब मैं तुम्हारी कोई बात नहीं मानूँगी, मैं यहाँ से जा रही […]