निदा की अन्तर्वासना-1
मेरा ठिकाना लखनऊ में हुआ, यहाँ ननद-भाभी की चूत के दर्शन सुलभ हुए तो वारे न्यारे हो गए, जब दोनों के बीच सब साफ़ हो गया तो मेरी उँगलियाँ समझो कि घी में तैर गईं।
दोस्त की बीवी की चूत चुदाई की कहानियाँ
Dost Ki Biwi Ki Chut Chudai ki kahaniyan
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मेरा ठिकाना लखनऊ में हुआ, यहाँ ननद-भाभी की चूत के दर्शन सुलभ हुए तो वारे न्यारे हो गए, जब दोनों के बीच सब साफ़ हो गया तो मेरी उँगलियाँ समझो कि घी में तैर गईं।
भाभी की चुदाई के चार रोज़ बाद एक रात ऐसा मौका भी आया… जब रात के किसी पहर मेरी आँख खुल गई। खुलने का कारण मेरे लंड का खड़ा होना और उसका गीला होना था। मैंने अपनी इंद्रियों को सचेत कर के सोचा तो समझ में आया कि कोई मेरे लंड को अपने गीले-गीले मुँह […]
चूत की खुजली एक शाम मैंने फिर मुठ्ठ मार कर उसकी चड्डी में पोंछ कर टांग दिया और अपने कमरे की खिड़की से उसकी प्रतिक्रिया देखने लगा। उसने जब कपड़े समेटे तभी महसूस कर लिया कि मैंने फिर वही हरकत की थी लेकिन इस बार उसने नीम अँधेरे में चड्डी को गौर से देखा, फिर […]
प्रेषक : अशोक कुमार सभी सुलगती हुई चूतों को मेरे खडे लण्ड का नमस्कार। मेरा नाम अशोक है, मैं फरीदाबाद का रहने वाला हूँ, उम्र 25 साल है और अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। जितनी भी लड़कियाँ अब तक मिली है, मेरे 8 इँच लम्बे लंड पर फिदा होकर बिना चुदे बच नहीं पाई हैं। […]
पत्नियों की अदला बदली, शेयरिंग आफ वाइव्स का खेल जो अब तक हाई प्रोफाइल सोसायटी/परिवारों या अमीरों का फंडा माना जाता रहा है, अब ग्रामीण क्षेत्र में भी पसरने लगा है।
सोनू मुझे चूमते चूमते मेरे मम्मे दबा रहा था। मुझे इतना होश तो था कि कोई मेरे मम्मे दबा रहा है पर इतनी हिम्मत नहीं थी कि उसके हाथ हटा दूँ या कुछ बोल पाऊँ। उसके चूसने का अंदाज़ और नशे में होने के कारण मैं तो जन्नत की सैर कर रही थी।
मैंने ऊषा से कहा- अब किसी भी तरह हमें कोई जुगाड़ कर के निधि को भी नंगी करना होगा। ऊषा बोली- ओहो ! क्या बात है, इज्जत का डर है या नई चूत की कामना? मैंने कहा- फिलहाल तो इज्जत ! यह कहते हुए मेरी आँखों के सामने निधि की चूत की काल्पनिक छवि उभर […]
आनन्द की बात से हमें उसके साथ सहानुभूति हुई। ऊषा ने कहा- कोई बात नहीं देवर जी, सब्र का फल बड़ा नमकीन होता है। आनन्द चला गया पर हम दोनों इस वार्तालाप से पुनः अति वासनामय थे। अतः एक और दौर चुदाई में समय कब बीत गया पता ही नहीं चला। अब हम अपने सेक्स […]
मेरा नाम राजीव है, उम्र 32 वर्ष, मैं एक प्राइवेट फर्म में ऑफिस इंचार्ज के पद पर हूँ। मेरी पत्नी ऊषा 24 वर्ष की है, बेहद सुंदर एवं गदराई हुई। हमारी शादी को अभी केवल एक साल ही हुआ है। हाल ही में मैंने कई सेक्स कहानियाँ पढ़ी हैं एवं मेरा मन भी आपको अपनी […]
दोस्तों मेरा नाम दलबीर सिंह है और दिल्ली में रहता हूँ। और पेशे से डाक्टर हूँ। मेरी उम्र अब 35 साल है। मैं अंतरवासना का पिछले 4 साल से पाठक हूँ। अपनी कहानियाँ मैं भेजना चाहता था, पर हिंदी टाइप नहीं आने के कारण ऐसा नहीं कर पाता था। यूँ तो मेरे कई किस्से हैं […]
प्रिय पाठको नमस्कार ! दोस्तों मेरा नाम शुभम है, मेरी उम्र 28 साल है और मैं गोरखपुर का रहने वाला हूँ। अभी दिल्ली में नौकरी करता हूँ और अपनी बीवी के साथ रहता हूँ। मैं शुरू से सेक्स का आदि हूँ और सेक्स करने में मुझे बहुत आनन्द आता है। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक […]
मेरा नाम करुणा है, अपने पति को मैं प्यार से गुड्डू कहती हूँ। यूँ तो हमारी शादी को 4 साल हो गए हैं और मेरी एक साल की बेटी भी है। वैसे तो मैं सुखी हूँ पर लगता था कि कुछ कमी सी है, मेरे वो बहुत सीधे हैं और मैं भी उनको बहुत प्यार […]
उसने अचानक मेरे लंड पर अपना हाथ रख दिया और बताने लगी- सौरभ मुझे कभी संतुष्ट नहीं कर पाता ! उसका लंड पतला और छोटा है, मैं तुम्हारे लिए पागल हो गई हूँ, मुझे तुम्हारे शरीर की गठीलापन बहुत आकर्षित करता है।
मेरी जांघ पर हाथ रखे रखे कार आहिस्ता आहिस्ता सहलाने लगे तो मेरे तन बदन में एक आग सी लग गई। उनका हाथ मेरी चूत के करीब आता और वापस चला जाता, मेरी चूत गीली हो रही थी।
जब मैंने टाइम देखने के लिए फोन उठाया तो पता चला कि मेरा फोन तो चालू ही रह गया था और शायद विनोद ने बात सुन ली है। मैं डर गई, मैंने सुनील को बताया और अपना फोन बंद कर दिया। मैंने कहा- अब क्या होगा होगा सुनील? सुनील- कुछ नहीं उसी ने तो इजाजत […]
विजय अग्रवाल, दिल्ली हम पांच दोस्त हैं, सभी शादीशुदा। मैं विजय और मेरी पत्नी मानसी, गपिल और अंशु, विकास और आरुशी, सजल और मनु, अजय और नीतू। हम सभी के परिवार आपस में दोस्ताना हैं और अक्सर साथ साथ बैठ कर दारू पीते हैं, हमारी बीवियाँ भी दारू पीती हैं। हम लोग साल में एक […]
लेखक : अरुण रात बहुत हो चुकी थी। शेविंग का सामान मैंने दोस्त को संभलवा दिया। वो मेरी बीबी से बोला- आर यू रेडी? उसने अपनी आदत के मुताबिक़ ही उसे जवाब भी पकड़ा दिया- पूरी नंगी तो बैठी हूँ ! और क्या तैयारी करनी है? लो संभालो इसे ! और ऐसा कहते हुए अपने […]
प्रेषक : नवीन सिंह मैंने रात को ही रचित को फोन किया- लाइन साफ़ है, कल का कार्यक्रम तय है भाई ! और फोन सुजाता के कान में लगा दिया। वो बोला- ठीक है भाई, कल देख तू तेरे बीवी को कैसे चोदता हूँ। वो बोलेगी कि मजा आ गया, ऐसा कभी नवीन ने कभी […]
प्रेषक : नवीन सिंह बीच में बात काट कर रचित बोला- अरे क्या बात करता है यार नवीन? सुजाता भाभी का क्या बदन है यार ! क्या चीज है यार वो ! आई लव हर ! भाभी बीच में बात काट कर बोली- यार नवीन भैया, क्यों न हम चारों साथ में सेक्स करें? ये […]
प्रेषक : नवीन सिंह भाभी भी बोली- क्या बात कर रहे हो रचित तुम? वो बोला- यार, अब नाटक मत करो, तुम दोनों को पता है कि क्या हो रहा है और तुम्हें एक दूसरे में रुचि भी है तो फिर क्यों समय ख़राब करते हो? और मेरा हाथ पकड़ कर भाभी के वक्ष पर […]