मैं अपने जेठ की पत्नी बन कर चुदी -17
मैं धीमे-धीमे चलते हुए लेटने से पहले अपने टॉप को निकाल कर केवल ब्रा और स्कर्ट में लेट गई। मेरी ब्रा में कसी चूचियों को देख कर संतोष एकटक मुझे देखने लगा।
अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ
Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan
Stories about sex relations of girls and ladies with a man not her husband
मैं धीमे-धीमे चलते हुए लेटने से पहले अपने टॉप को निकाल कर केवल ब्रा और स्कर्ट में लेट गई। मेरी ब्रा में कसी चूचियों को देख कर संतोष एकटक मुझे देखने लगा।
रोहन बेड पर बैठे बैठे नीचे खड़ी पायल की चूचियाँ चूस रहा था और उसके हाथ पायल की नंगी पीठ पर, पायल की गदराए चूतड़ों पर घूम रहे थे, वो मस्ती के मारे कांपने लगी थी।
थोड़ी देर उंगली से खेलने के बाद मेरी योनि को उन्होंने और फैला दिया.. तो मैं कराह उठी और अपनी जुबान मेरी योनि से चिपका दी। वो मेरी योनि को चूसने लगे और जुबान को मेरी चूत के छेद पर धकेलने लगे।
मैं बिलकुल नंगी किसी दूसरे की छत पर क्या कर रही हूँ.. मेरी हया और हालत इस बात की चीख-चीख कर गवाही दे रही थी कि मैं चुदने आई हूँ।
मैंने उसकी चूत को चोदने के लिए उसकी दोनों टाँगें ऊपर उठा दीं और दोनों टांगों को फैला भी दिया.. जिससे उसकी चूत हल्की सी फ़ैल गई। उसकी चूत बिल्कुल लाल-लाल और छोटे छेद वाली थी.. जैसे कमसिन लड़की की हो।
मैंने राजे को फर्श पर घुटनों के बल बिठा दिया, अपनी टाँगें खूब चौड़ी करके मैं बिस्तर के सिरे पर बैठ गई और उसके मुंह से चूत लगा दी। बहुत टाइम से रुका हुआ स्वर्ण अमृत की सुरर्र सुरर्र सुरर्र करती हुई धारा राजे के मुंह में जाने लगी।
मेरा दोस्त मेरे घर खाना खाता था. एक बार मॉडलिंग के शूट के कारण दो दिन बाद घर आया.. तो हालात कुछ बदले-बदले से लगे, कीर्ति मुझसे नजरें नहीं मिला रही थी। दोस्त से पूछा तो उसने बताया.
चुदाई की फच्च फच्च, मेरी आहें व सीत्कारें, राजे के मुंह से निकलती हुई हैं हैं हैं और मस्त गालियों की आवाज़ों से कमरा गूंज उठा। यदि कोई घर के बाहर सुन रहा होता तो फ़ौरन समझ लेता यहाँ एक मस्त चुदाई का खेल चल रहा है।
राजे भी बिस्तर पे चढ़ गया और मेरी टाँगें खूब चौड़ी कर के फैला दीं, एक तकिया उठाकर मेरे चूतड़ों के नीचे जमाया तो बुर उसके लंड का स्वागत करने के लिए ऊपर को उठ गई।
मेरी कहानी मेरे साथ बीती एक सच्ची घटना है जो मेरे और मेरे एक क्लाइंट की पत्नी के बीच मे 3 महीने पहले घटी। वो मेरे ऑफ़िस में आई, काफ़ी देर बिजनेस की बात हुई, मैं सोचता रहा कि इसकी मिल जाए तो… जाते हुए उसने मेरा फ़ोन नम्बर लिया और कुछ दिन बाद उसका फ़ोन भी आया।
एक लड़की मेरे पास आई और बोली- ये टॉप निकाल दो.. यहाँ पर सिर्फ़ ब्रा में ही घूमना पड़ता है.. जब तक कस्टमर को कुछ दिखाओगी नहीं.. तो कैसे कस्टमर को फंसाओगी।
मैं उनके ऊपर अपनी टाँगें फैला कर बैठ गई। मैंने एक हाथ से योनि को फ़ैलाने की कोशिश की.. और दूसरे हाथ से लिंग को पकड़ सीधा कर योनि के छेद पर रास्ता दिखाते हुए कमर नीचे दबाने लगी।
मैंने सबसे पहले अपनी साड़ी निकाली और बोली- ये नीचे टाँगों और मेरी चूचियों को ढकने में काम आती है। अब बारी थी मेरे ब्लाउज की.. तो मैं उसके हुक एक-एक करके खोलने लगी।
वह कोशिश कर रहा था कि मेरी मुनिया दिखे.. मैंने भी संतोष की यह कोशिश जरा आसान कर दी। मैंने पूरी तरह सोफे पर लेटकर पैरों को चौड़ा कर दिया। मेरा ऐसा करने से मानो संतोष के लिए किसी जन्नत का दरवाजा खुल गया हो.. वह आँखें फाड़े मेरी मुनिया को देखने लगा।
उन्होंने मुस्कुराते हुए मेरी योनि के दोनों होंठों को दोनों हाथों की उंगलियों से फैला कर छेद को चूम लिया.. ऐसा लगा जैसे एक बिजली का झटका मेरी योनि से होता हुआ मेरे दिमाग में चला गया।
मैंने उतनी ही बेशर्मी से कहा- ...मुझसे मत छुपाइये... क्या आपने राज का लंड नहीं पिया... क्या आपने राज की गांड नहीं मारी... और क्या राज ने आपका लंड नहीं पिया। अगर आप लोग कर सकते हैं तो मैं और लीना एक दूसरे की चूत क्यों नहीं पी सकते?
ठीक है.. मेरी रानी.. मैं देखती हूँ.. अब तू तैयार हो जा अच्छे से.. तेरे जिस्म पर एक भी बाल नहीं होना चाहिए.. ना नीचे.. ना बगलों में.. और ये वाले ब्रा-पैन्टी पहनना नए वाले.. क्योंकि इसमें तेरी चूचियों का साइज़ अच्छा उभर कर आएगा।
मैं घबरा सी गई और पता नहीं मेरे मुँह से ऐसा क्यों निकल गया कि जल्दी कर लो.. मुझे शाम तक जाना है। इतना सुनने की देर थी कि उन्होंने मुझे अपनी बाँहों में भर लिया।
मेरे पति विदेश में रहते हैं, मैं शॉपिंग माल गई तो वहाँ एक लम्बे चौड़े काले अजनबी अफ्रीकन को देख कर मेरे चूत कुलबुला उठी। मैंने उससे चुदने की ठान ली। तो पढ़िए एक अफ़्रीकी से चुदाई की कहानी!
निधि बड़ी मुश्किल से लौड़े को चूस पा रही थी.. क्योंकि इतना बड़ा लौड़ा पूरा उसके गले तक जा फँसा था। दस मिनट तक अर्जुन बड़ी बेरहमी से निधि के मुँह को चोदता रहा.. उसकी आँखे लाल हो गईं.. और आँसू भी आ गए..