गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ

अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ

Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan

Stories about sex relations of girls and ladies with a man not her husband

वीर्यदान महादान-4

विक्की कुमार हम दोनों उठे, शावर लिया व कपड़े पहन कर बाहर होटल के गार्डन रेस्टोरेंट में आ गये। कामना ने गहरे रंग के गॉगल्ज़ पहन लिए थे व सिर पर दुपट्टा भी डाल दिया था। अब हम गार्डन के एक कोने में बैठ गये कि किसी की हम पर नजर आसानी से ना पड़ […]

जब संजना ने स्पेनिश लौड़ा लिया-1

दोस्तो, मैं आपकी दोस्त संजना, लुधियाना से एक बार फिर आपके के लिए एक और कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी काल्पनिक नहीं है, कुछ-कुछ सच है और बाकी मेरी कल्पना है। मेरी कुछ ख्वाहिशें थीं जो पूरी हुईं तो मैंने उसे एक कहानी का रूप दे दिया और अब आपके मनोरंजन के लिए पेश […]

और प्यार हो गया-1

On 2014-08-21 Category: पड़ोसी Tags: गैर मर्द, चुदास

सोनाली हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम सोनाली है (बदला हुआ) मेरी शादी को डेढ़ साल हो गया है और मैं गाज़ियाबाद में हाइराइज़ बिल्डिंग के एक 2 BHK फ्लैट में रहती हूँ। शादी से पहले मेरे पति एक तलाकशुदा थे। मेरे पापा के पास पैसा ना होने की वजह से मेरी शादी ऐसी जगह करवा दी […]

वीर्यदान महादान-3

विक्की कुमार जैसे ही कामना मेरी बाहों में आई तब मुझे आभास हुआ कि हम दोनों के मध्य दो विशाल पहाड़ टकरा रहे हों, अहा ! तो ये कामना के वक्ष थे जो शोले से दहक रहे थे, ऐसा लग रहा था जैसे उनमें से आग की लपटें निकल रही थी, जो मेरे बदन को […]

तलाकशुदा सुनन्दा की ठुकाई

मेरे मसाला-कारखाने में सुनन्दा दो साल से काम कर रही थी। मैं उस से 2-3 बार मिल चुका हूँ। 27 साल की सुनन्दा सांवली सुडौल शादी-शुदा महिला है। वो जब भी मिलती, तो मुझे अजीब निगाहों से देखती थी। मुझे देख कर उसकी नज़रों में एक अजीब नशा सा छा जाता था या यूँ कहिए […]

सेक्स भरी कुछ पुरानी यादें-6

On 2014-08-19 Category: पड़ोसी Tags: गैर मर्द, चुदास

भाभी, ज़रा आप अपनी टाँगें मोड़ लो, मैं बैठ कर आपकी योनि चाटता हूँ। उन्होंने जैसे ही अपनी टाँगें मोड़ीं, मैंने भी फुर्ती में अपना लिंग उनकी योनि में डाल दिया।

वीर्यदान महादान-2

मैं अपने लण्ड की आग ज्यों ज्यों मैं दबाता तो फिर यह त्यों त्यों और भड़कती। मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि मैं कैसे इस आग को बुझाऊँ। इसी तरह समय गुजरता गया। फिर एक दिन मैं इन्टरनेट पर अपना ऑफ़िस का काम कर रहा था कि अचानक एक वेब साईट […]

सेक्स भरी कुछ पुरानी यादें-4

मैंने अपना हाथ अब उसकी पैन्टी के अन्दर डाला ही था कि अचानक मेरे कमरे की डोरबेल बजी। हम दोनों चौंक गए कि इस समय कौन आया होगा। मेरी योनि देखने को हसरत आज फिर अधूरी रह गई।

मेरी चालू बीवी-89

वो मेरे सीने से लगी रही, मेरा हाथ कभी उसके नंगे चूतड़ों के सम्पूर्ण भाग को सहलाता, कभी उसके चूतड़ों की दरार तो कभी उसके गुदाद्वार को कुरेदता, तो कभी मैं चूतड़ों के नीचे उसकी चूत को भी सहला देता।

मैं सैंडविच बन कर चुदी-1

दोस्तो, मैं संजना लुधियाना वाली, आप सबके लिए एक नई कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी बिल्कुल काल्पनिक है। यह सिर्फ़ उन लड़के-लड़कियों के लिए है, जिनके कोई गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड नहीं हैं और वो इस कहानी को पढ़ कर अपने हाथ से अपनी काम की भूख शांत करेंगे। इसमें कोई ग़लत बात भी नहीं […]

कंप्यूटर है तो लौड़े की क्या कमी

पूजा पटेल नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम पूजा है। बहुत सारी कहानियाँ पढ़ने के बाद आज में आप लोगों को अपनी कहानी बताने जा रही हूँ। पहले मुझे यह सब बताने में बहुत अटपटा सा लगता था लेकिन अब मैं अन्तर्वासना की प्रशंसक हूँ। खैर आपका ज्यादा समय बरबाद नहीं करते हुए अपनी कहानी पर आती […]

मेरी चालू बीवी-88

मैं चूत से लेकर गांड तक सब कुछ चाट रहा था, जो रोज़ी केवल 1-2 बार में साफ़ करने की बात कर रही थी, वो अब सिसकारियों के साथ-साथ चटवाने में सहयोग भी कर रही थी, वो खुद अपनी चूत मेरे मुँह से चिपकाये जा रही थी।

मेरी चालू बीवी-87

मैं दस मिनट तक उसके होंठों को चूसता रहा, मैं लगातार उसके पेट को सहलाते हुए अपना हाथ साड़ी के ऊपर से ही उसके बेशकीमती खजाने, रोज़ी की चूत के ऊपर ले गया और साड़ी के ऊपर से उसकी चूत को अपनी मुट्ठी में भर लिया।

हाय रे मेरा नामर्द मुकद्दर..!

पूनम मेरा नाम पूनम है। मेरी ऊम्र 28 साल है। मैं तलाकशुदा हूँ। मेरे पति नामर्द थे इसीलिए मैंने उनसे पीछा छुड़ा लिया। मैं एक कोचिंग में बायोलॉजी पढ़ाती थी। हमेशा कोई न कोई कुत्ते की तरह मेरे भरे हुए बदन को घूरा करता था। चाहे वो मेरे छात्र हों या फिर चपरासी या साथी […]

अंगूर का मजा किशमिश में-12

सारिका कंवल हम तीनों काफी थक चुके थे, फिर हमने खुद को पानी से साफ़ करके कपड़े पहने और वापस घर को आ गए। रास्ते में मैंने उनको बताया, “मेरे पति ने मुझे कल वापस बुलाया है।” इस पर विजय को दु:ख हुआ क्योंकि वो मेरे साथ कुछ समय और बिताना चाहता था। पर उसने […]

प्रशंसकों की खातिर चुदी

मैंने अपनी पेंटी खोली और अपनी चूत में उंगली करते हुए आनन्द को अपनी चूत चाटने का हुक्म दिया, मैंने रजनी को भी शामिल करते हुए अपनी तरफ खींचा और उसके होंठों का रसपान किया।

अंगूर का मजा किशमिश में-11

सारिका कंवल मैं गर्म होने लगी थी, उधर मेरे सहलाने की वजह से विजय का लिंग भी सख्त हो चुका था। विजय ने तब मेरी टाँगों को फैला कर अपने कमर के दोनों तरफ कर मुझे गोद में उठा लिया। उसने मेरी दोनों जाँघों को पकड़ कर सहारा दिया और मैं उसके गले में दोनों […]

मेरी चालू बीवी-85

अब उसके चेहरे पर एक कातिल सी मुस्कान आ गई थी... वो कल की तरह ही खुलने लगी थी... कभी लगता था कि उसको पटाने में समय लगेगा और कभी यह लगता था कि वो तैयार है... बस साड़ी उठाओ और डाल दो लण्ड।

अंगूर का मजा किशमिश में-10

सारिका कंवल मैं अगले दिन उठी और अपने भाई और भाभी से कहा- आज दोपहर में मैं सुधा और विजय के साथ उनको गाँव दिखाने और गाँव के बारे में बताने के लिए जा रही हूँ तो देर हो जाएगी। मैंने तौलिया और बाकी का सामान साथ ले लिया। मैं घर से निकल ही रही […]

मेरी चालू बीवी-84

उसकी पीठ मेरी ओर थी... उसकी स्कर्ट ऊपर तक हो गई और उसके नंगे चूतड़... कयामत चूतड़... क्या मजेदार गोल गोल चूतड़ थे... पूरे नंगे ही दिख रहे थे... क्योंकि उसकी पैंटी की डोरी बहुत पतली थी जो चूतड़ों की दरार से चिपकी थी।

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