चालू शालू की मस्ती-2
भरी सर्दी में शाम के समय जयपुर हाईवे पर मेरी कार खराब हो गयी और एक मकैनिक के साथ उसके गेराज में चली गयी. कार ठीक करते करते वहाँ और क्या हुआ?
कामुकता यानी Lust or sex desire.
वासना से भरी हुई चुदाई की कहानियां. सेक्सी औरतों के साथ कामक्रीड़ा करने की महेच्छाओं की पूर्ति और फेंटेसी.
Kamukta kahani Sexy ladkiya, bhabhiya aur aunties ko chodne ki.
भरी सर्दी में शाम के समय जयपुर हाईवे पर मेरी कार खराब हो गयी और एक मकैनिक के साथ उसके गेराज में चली गयी. कार ठीक करते करते वहाँ और क्या हुआ?
आज तक सिर्फ पॉर्न मूवी में देखा था, पर अब उस पल को महसूस कर रही थी. मेरी मुलायम गोरी जाँघों और चूतड़ों को उसने चूसा चाटा और धीरे से काटा, उसने मेरी गांड को भी सूंघा.
मैं गर्मी की छुट्टियों में अपने मामी के घर गया हुआ था. मामी के ऑफिस जाने के बाद मैं मामी की दो बेटियों के साथ खूब खेलता था. खेल-खेल में मैंने मामी की बेटी की चूत कैसे चोद दी!
अपनी चूत में से उंगली निकाल कर वो बड़े सेक्सी तरीके से मुँह में चूसती, फिर उंगली को वापस चूत में अन्दर बाहर करती. मैं पहली बार अपने सामने किसी औरत को हस्तमैथुन करते हुए देख रहा था.
ऑटो रिक्शा में मिली एक प्यासी औरत को मैं कैसे पटा कर अपने दोस्त के कमरे ले गया और वहां उसे कैसे गर्म करके सता सता कर चोदा. पढ़ें इस नंगी कहानी में!
मैं जयपुर में ऑनलाइन मार्केटिंग कम्पनी में काम करता हूँ. हमरे ऑफिस में बहुत स्टाफ है. मेरे साथ की एक लड़की को मैंने रात में ऑफिस में कैसे चोदा, पढ़ें मेरी इस सेक्स स्टोरी में!
मैं एक एग्जाम देने के लिए गया तो वहां निरीक्षक टीचर लड़की थी. उसकी गांड देख मेरा लंड उछल गया. तो मैंने क्या किया, हमारे बीच क्या हुआ, इस टीचर सेक्स कहानी में पढ़ें.
मैं अपनी छोटी बहन के साथ ट्रेन से बिहार से दिल्ली आ रहा था. रास्ते में हम दोनों ने कुत्ते-कुतिया की चुदाई देख ली और मेरी बहन की चूत मेरे दिमाग में घूमने लगी. तो फिर ...
चेहरे, गले, कंधे पसीने की हल्की परत। इसे (रति के क्षणों में) चाटूंगा। यह पसीना अंदर स्तनों पर भी होगा? गोल गले की चोली। उभारों की शुरुआत के जरा सा नीचे काटती हुई।
एक बार मुझे मेरे किरायेदार अपने घर ले गए. वहां पर उनके छोटे भाई की पत्नी को मैंने आधी रात में रोते देखा. मैंने उनसे कारण पूछा तो उन्होंने कुछ नहीं बताया. लेकिन ...
मैं भाई-भाभी और भाभी के भाई के साथ एक शादी में गयी थी. मुझे लगा कि भाभी का भाई मेरी तरफ आकर्षित है. उसने बहाने से मुझे कई बार छुआ भी. उसके बाद क्या हुआ?
पुरुष को भी सबसे अधिक आनन्द अपनी पत्नी को आनन्द लेते देखने में ही आता है। वह स्वयं सेक्स कर रहा हो तब भी पत्नी के रिस्पॉन्स से ही उसे संतोष होता है।
मेरे पड़ोस में एक भैया हैं. वे मुझे हवस भरी नजरों से देखते थे. मैं अपने बॉयफ्रेंड से चुद कर बोर हो चुकी थी तो मैंने बदलाव के लिए उन भैया से ही चुदाई का मन बना लिया.
वसुन्धरा के नंगे, गर्म जवान जिस्म को पीछे से रगड़ कर मेरा नंगा जिस्म आग पैदा कर रहा था. मेरा गर्म लिंग उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसके नितम्बों की दरार पर रगड़ खा रहा था.
मैं अपने यार और उसके दोस्त से जम कर चुद रही थी. दोनों ने मेरी चूत के साथ साथ मेरी गांड भी चोद चोद कर खुली कर दी थी. मेरी गांड में 2-3 उंगलियाँ एक साथ जा रही थी.
मैं कपड़े उतार खूंटी पर टांगने लगा तो खूँटी पर टंगा वसुन्धरा का नाईटगाउन नीचे गिरा और गाउन के नीचे टंगी कल की पहन कर उतारी हुई उसकी ब्रा और जाली वाली काली पेंटी नुमाया हो गयी.
मैं अपनी मौसी को चोदना चाहता था, शुरू में तो मौसी ने नखरे लिए लेकिन एक रात मौसी मेरी बगल में सोयी थी बात बन गयी. उस रात क्या और कैसे हुआ? पढ़ें कहानी और मजा लें!
मैंने कांपते हाथों को स्थिर किया और वसुन्धरा की के पैरों के बीच जमीन पर पड़ा लहंगा ऊपर उठाना शुरू किया, उसकी जांघों के में पेंटी कुछ-कुछ गीली हो गयी दिख रही थी.
नाड़ा कटते ही लहँगा उसके पैरों में ऐसे गिरा जैसे किसी मूर्ति के अनावरण समारोह में मूर्ति का पर्दा नीचे गिरता है. वसुंधरा की केले के तने सी चिकनी दोनों टाँगें नंगी मेरे सामने थी.
मैं अपने शौहर से खुश नहीं थी, ना ही उसके डील डौल और चेहरे से और ना ही उसकी बिस्तर की कारगुजारी से ... तो मैंने क्या किया? मेरी एक सहेली ने भी मेरी मदद की. कैसे?