जिस्मानी रिश्तों की चाह -42
मेरी छेड़छाड़ से आपी गर्म होकर अपने कमरे में हाथ से मज़ा लेने लगी। रात को हमारे कमरे में आई तो एकदम नंगी हो कर अपने नंगे बदन को शीशे में जो देखना शुरू किया तो…
किसी लड़की का नंगा बदन देखने को मिल जाए तो क्या कहने… ऐसे ही जवान भाभी, आंटी, गर्ल्स का नग्न शरीर देख कर मजा लूटने की कहानियां यहाँ पढ़ा कर मजा लें!
मेरी छेड़छाड़ से आपी गर्म होकर अपने कमरे में हाथ से मज़ा लेने लगी। रात को हमारे कमरे में आई तो एकदम नंगी हो कर अपने नंगे बदन को शीशे में जो देखना शुरू किया तो…
मेरी चाची बहुत सेक्सी है, मैं उनकी ब्रा लंड पर लपेट कर मुठ मारा करता था। एक दिन चाची ने मुझे रंगे हाथों पकड़ लिया। उसके बाद क्या हुआ, कहानी पढ़ कर पता लगाइये।
भाभी को मुझसे प्यार हो गया। एक बार भैया ने मुझे घर बुलाया, भाभी बाथरूम में नहा रही थी, भैया ने मुझे बाथरूम में घुसा दिया। कहानी में पढ़ें कि आगे क्या हुआ!
मेरे पड़ोस की कुंवारी लड़की आधुनिक लड़कियों की भान्ति हर चीज का आनन्द लेना चाहती थी। इसके लिये उसने मुझे चुना। पढ़ें कि कैसे मैं उसे प्रथम चरमोत्कर्ष तक ले गया।
भाभी की चुदाई के बाद भाभी ने मुझे बताया कि वो मुझे चाहने लगी है लेकिन अपने पति के शक से डरती हैं। भाभी मुझे रोज फ़ोन करने लगी और एक दिन हम तीनों घूमने गए।
मेरी भाभी अक्सर अकेली रहती थी क्योंकि भैया बाहर काम करते थे। मैं उनके करीब हो गया था, हम खुल कर बात कर लेते थे। एक दिन मैं भाभी के लिए ब्रा पैन्टी लाया तो भाभी ने पहन कर दिखाई।
मेरी गर्लफ्रेंड मेरे कमरे पर अक्सर चुदाने आती थी. मुझे पता लगा कि वो चालू है तो मैंने कई और गर्लफ्रेंड बना ली. एक दिन पहली गर्लफ्रेंड आई तो मैंने अपनी नई गर्लफ्रेंड को भी बुला लिया.
बेटी दामाद के उन्मुक्त सेक्स को देख कर अपने पति से असन्तुष्ट मां ने सभी बन्धन तोड़ते हुए अपनी बेटी से उसके पति के साथ सेक्स करने की इच्छा जाहिर की तो बेटी की क्या प्रतिक्रिया हुई? इस कहानी में पढ़िए!
मैंने अपनी बहन के हसीन उभारों को देखा और अपने दोनों हाथों में आपी के उभार पकड़ कर दबाए और निप्पल को सहलाने के फ़ौरन बाद ही अचानक से आगे बढ़ कर आपी का खूबसूरत गुलाबी निप्पल अपने मुँह में ले लिया।
मेरी माँ की चूचियाँ और उनके उठे हुए चूतड़ बहुत सेक्सी हैं। मेरे पड़ोसी लड़के ने नदी में नहाते वक्त मेरी सेक्सी खूबसूरत माँ की गांड कैसे मारी, इस कहानी में पढ़िए!
ओह कोमल मेरी जान, एक दिन ऐसा आए जब तुम जागते हुये, मेरा यह लंड अपनी चूत में लो जानेमन… चाट चाट कर ही तेरी चूत का पानी निकाल दूँगा मैं, एक बार मेरी हो जा!
मैंने लंड बाहर निकाला और पिचकारी पिच पिच… सलोनी ने खुद घूम कर मेरे लंड को हाथ से पकड़ा, दरवाज़े की तरफ़ देखते हुये मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसे साफ करने लगी।
मैंने अपनी उंगलियाँ आपी की चूत के दाने से उठाईं और चूत के अन्दर दाखिल करने के लिए नीचे दबाव दिया ही था कि आपी फ़ौरन बोलीं- सगीर.. रुको ना.. हाय प्लीज.. उईईई.. और ऊपर.. रगड़ो ना.. आआहह..
सुमन चाची की गाण्ड भी बहुत मस्त व टाइट थी और मैं उनकी गाण्ड में भी अपना लंड पेलना चाहता था पर सुमन चाची गाण्ड मरवाने के नाम से ही बिदक जातीं और कहतीं- इसे तो तेरे चाचा भी नहीं मार सके..
मेरा लंड कमल के पेट पे रगड़ खा रहा था, मेरा दिल चाह रहा था कि इसको अभी नंगी करूँ और अपना लंड इसकी कुँवारी चूत में डाल दूँ। मगर मैं ऐसा नहीं कर सकता था क्योंकि उसकी माँ सामने लेटी सब कुछ देख रही थी।
मेरे और आपी के जिस्म पर सिर्फ़ हमारी सलवारें ही थीं और आपी के सीने के उभारों पर उनकी खुली हुई ब्रा रखी हुई थी। मैंने अपने दोनों घुटने आपी की टाँगों के इर्द-गिर्द टिकाए और उनके सीने के उभारों पर अपना सीना रखते हो आपी के ऊपर लेट गया।
मैं उसकी दोनों टाँगें चौड़ी कर के अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करने लगा। पूरी लाइट जल रही थी, सारा परिवार हमारे आस पास सोया था, और हम दोनों जीजा साली बिल्कुल नंगे चोदापट्टी में लगे थे।
अंकल का लंड… मैंने पहले भी छुआ तो था, जब गोदी में बिठाते थे तो अपने चूतड़ों में और जांघों में महसूस होता था पर इस वक्त तो मैं बिना किसी डर के पहली बार पूरा नंगा लंड देख रही थी।
मुझे तो सलोनी की पहली चुदाई की गाथा सुनने में रुचि थी कि कैसे उस के अंकल ने कमसिन सलोनी को गर्म किया होगा और फ़िर कैसे चुदाई शुरू की होगी।
रेनू की चूत तो शायद तभी गीली होना शुरू हो गई थी जब वो शावर लेने जा रही थी। उसके गीले बदन पर चिपक कर फिसलने का लुफ्त एक अनोखा अनुभव था।