जीजा जी गांव में और बहन भाई चूत चुदाई की मौज में
मैं बड़ी बहन के घर में रहता हूँ। उनके बड़े-बड़े मम्मे और उनकी मटकती गाण्ड देखकर मेरा लंड तुरंत खड़ा हो जाता है। अपनी बहन की चूत मैंने कैसे मारी, इस कहानी में पढ़ें!
किसी लड़की का नंगा बदन देखने को मिल जाए तो क्या कहने… ऐसे ही जवान भाभी, आंटी, गर्ल्स का नग्न शरीर देख कर मजा लूटने की कहानियां यहाँ पढ़ा कर मजा लें!
मैं बड़ी बहन के घर में रहता हूँ। उनके बड़े-बड़े मम्मे और उनकी मटकती गाण्ड देखकर मेरा लंड तुरंत खड़ा हो जाता है। अपनी बहन की चूत मैंने कैसे मारी, इस कहानी में पढ़ें!
एक बार मैंने भाभी को कपड़े बदलते हुए देखा.. तब उन्होंने सिर्फ ब्रा और पैन्टी पहनी थी, उनको शायद नहीं पता था कि मैं उन्हें देख रहा हूँ। उस दिन से वो रोज मेरे ख्वाबों में आती थीं।
नया शहर, नये लोग, नया मकान मालिक... और नोटबंदी... दफ़्तर की एक लड़की से बात की तो उसने मुझसे कहा कि बॉस से बात कर लो। यह बताते हुए वो शरारती अंदाज में मुस्कराई।
मैंने अपनी ननद को जीजा से गांड मरवाने के लिए राजी कर लिया और रात को हम दोनों पूरी नंगी होकर ऊपर जीजा के पास गई। मेरी ननद की गांड कैसे चुदी, कहानी में पढ़िए।
मेरे पड़ोस में एक पंजाबी लड़की मेरे से पढ़ने आने लगी। एक दिन मेरे घर में कोई नहीं था, मैं उसके कपड़ों के अन्दर झाँकने लगा। उसने मुझे उसके मम्मों को निहारते हुए पकड़ लिया!
मेरी ननद सेक्स में जैसे अपने पति से बर्ताव कर रही थी, लगा कि नमिता के लिये सेक्स केवल एक मजबूरी वाला काम है और उसे निबटाना है। मैंने उसे सेक्स सिखाने की सोची।
जीजा से बदला लेने के लिये मैंने उसे पटाने की सोची और मौका मिलते ही उसे अपने सेक्सी बदन के दर्शन कराने लगी। मेरे उद्देश्य उसे अपनी चूत देकर भी अपना पेशाब पिलाना था।
मेरे पीछे देवर दौड़ रहा था.. अचानक उसका हाथ मेरे ब्लाउज पर पड़ा और मेरा ब्लाउज चर्र... की आवाज के साथ फट गया। मेरे मुंह से निकला- नहीं पुनीत, ऐसा मत करो.. मैं तुम्हारी भाभी हूं...
मैं एक लड़की को पसन्द करता था, एक दिन छुट्टी के बाद उसे पकड़ लिया और हम चूमा चाटी करने लगे। हम दोनों को एक मैडम ने देख लिया और हमें स्टाफ़ रूम में ले गई।
पहले दिन लेस्बीयन सेक्स के बाद अगले दिन उन लड़कियों ने दो जिगोलो काल बॉय बुलाये। दो लड़कियां अधनंगी होकर मालिश करवाने लगी, बाकी दो उन्हें देखने लगी।
मेरी सौतेली माँ फोन पर अपने यार से कह रही थी कि वो चुदाई के लिए तड़फती रहती है। यह सुन मेरे मन में अपनी माँ की चूत चोदने का ख्याल आया। वो कैसे चुदी?
बचपन की सहेलियों के फेसबुक पर मिलने और उन सभी के बीच बढ़ी अंतरंगता से रंगी कहानी है यह! चार बचपन की सहेलियां थीं, नर्सरी से साथ पढ़ी और इन्टर तक साथ रहीं।
कम्प्यूटर ठीक करने के लिए मुझे एक भाभी ने बुलाया और चूत चुदवा ली. मैं दोबारा भाभी के घर गया, मुझे आज भी भाभी को बहुत प्यार करना था.. जाते ही भाभी को पकड़ लिया.
एक शादी में मेरी मुलाकात एक लड़की से हुई.. मैं भी उसके पीछे गया। वो समझ गई। खाना खाते समय उसकी स्कर्ट पर सब्जी गिर गई, मैंने साफ़ की। कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
मुझे बस में एक चालू लड़की मिली। उसे पट कर मैंने होटल में लेजाकर पेला। उसके बाद उसने मुझे अपनी चुदाई की दास्तान सुनाई। इस कहानी में पढ़ें एक मजेदार चूत चुदाई!
मैं और मेरी एक सहेली बाज़ार में थी तो हमारी एक और सहेली मिल गई जो मेरे साथ लेस्बीयन सेक्स का मज़ा लेती थी। मैंने तीनों का एक साथ सेक्स का कार्यक्रम बनाया।
मैंने नंगी अंजलि को बिस्तर पर पटक दिया और कहा- साली ड्रामा क्यों कर रही हो.. मुझे सब पता है तुम ब्लू-फिल्म्स देखती हो और सेक्सी चैट भी करती हो।
उसने कहा- मेरे पास शाम तक का समय है और मैं ये सारे पल तुम्हारी बाँहों में गुज़ारना चाहती हूँ। मानसी मुझे प्यार करने के लिए मचल रही थी.. वो बुरी तरह तड़प रही थी।
दो सहेलियों ने मुझे अपने घर कम्पयूटर ठीक करने के लिये बुलाया। उन दोनों का बदन बड़ा ही जालिम किस्म का था। दोनों ने मुझे कैसे अपना बदन दिखा कर गर्म किया।
वो खड़े-खड़े आँखें बंद किए ऊपर की तरफ देख रही थी, उसका बायां हाथ उसके उरोजों पर था और दायां हाथ कुछ नीचे उसके कुर्ते में घुसा हुआ था। ऐसा लग रहा था जैसे उसका हाथ नीचे से हिल रहा हो।