नयना भाभी की मस्त चूत चुदाई
मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी नयना की है, उनका फिगर बड़ा मस्त है। हम दोनों की अच्छी जमती थी और हम दोनों ही एक-दूसरे से बात करने का बहाना ढूंढते रहते थे।
ओरल सेक्स की हिंदी चुदाई कहानियों का मजा लें जिनमें लड़की द्वारा लंड चूसने और लड़के द्वारा चूत चाट के एक दूसरे को मजा देने का वर्णन है.
Oral Sex ki Hindi chudai kahani
मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी नयना की है, उनका फिगर बड़ा मस्त है। हम दोनों की अच्छी जमती थी और हम दोनों ही एक-दूसरे से बात करने का बहाना ढूंढते रहते थे।
चेतना ने मुझको लण्ड को पैंट के अन्दर डालते हुए देख लिया। फ़िर हम साथ बैठ कर पढ़ने लगे। मैंने उसको बोला- तुम बहुत ही खूबसूरत लग रही हो। इतना कह कर मैंने अपना हाथ चेतना की टांगों पर रख दिया।
मेरे पति मुझे छोड़ काम से कहीं चले गये और तभी अरुण जी मुझे मिल गये। वो मुझे कमरे में आने को कहने लगे। गलियारा खाली देख मैं उनके कमरे में घुस गई। वो बाथरूम में चले गये और मैं नंगी होकर बिस्तर में लेट गई।
बहन की चूत चूस ने के बाद पुनीत ने अपनी बहन को लौड़ा चुसवाया और उसके मुँह में झड़वा दिया। अब पायल अपने भाई का लौड़ा चूत में लेने को तड़प रही थी। पढ़िए कहानी में…
मैं सपने में तीन हसीन लड़कियों के साथ धक्कमपेल में लगा हुआ था कि एक लड़की ने मेरे लण्ड पर जोर से काटा, मैं चिल्लाया और उठ कर बैठ गया, मेरी नींद टूट चुकी थी। इसके बाद मेरी बीवी के साथ की मस्ती की दास्ताँ !
जैसे ही मेरी छाती नंगी हुई वैसे ही मैडम की ब्रा खुल कर नीचे गिरी और उसके मुम्मे उछल कर बाहर आ गए। अब मैडम ने अपने सिल्क के चमकते हुए पेटीकोट में हाथ डाला और मैंने अपनी पैंट के बटन खोलना शुरू कर दिया।
मैं रोशनी के घर पढ़ने के लिए जाने लगा, वो बड़ी कमाल की माल दिखती थी, उसका शरीर किसी भी कुंवारी लड़की को हरा दे.. ऐसा था। पहले ही दिन मैं वो मुझे भा गई और मेरे मन में उसे चोदने की इच्छा जागृत होने लगी।
मैं ऑनलाइन सर्फ़िंग करता था तो एक इमेल आई और एक फ़ौजी की बीवी ने मुझे मिलने के लिये बुलाया क्योंकि उसका पति कई कई महीने बाद घर आता था। वो मजे ले लेकर चुदी।
मेरा हाथ मेरी पैन्टी के अन्दर चला गया और मेरी उंगली मेरी चूत में आगे-पीछे होने लगी। मैं एक हाथ से अपने चूचों को दबाने लगी। उधर मम्मी पापा का लण्ड चूस रही थीं
वन्दना की मम्मी रेणुका को गोद में उठाये हुए मैं धीरे-धीरे बिस्तर की तरफ बढ़ा और हौले से उसे बिस्तर पर लिटा दिया... उनकी चिकनी जांघों को चूमते चाटते जैसे ही चूत पर जीभ लगी…
सर्दी की एक रात में अपनी माशूका खुशी की कुंवारी चूत की चुदाई पहली बार की, मैं शहर में पढ़ता था, मेरी प्रेयसी गाँव में थी, कजिन की शादी में गाँव आया तो...
चाची की चिकनी चूत देख कर मेरा मन ललच गया और मैं चूत चाटने लगा। फ़िर चाची की चुदाई की और उन्हें परम आनन्द दिलाया। चाची की गान्ड की बात करते ही वो बिदक गई।
पुनीत ने पायल को गेम के लिये मनाना था और पायल अपने भाई पुनीत से ही अपनी चूत चटवाई के सपने देख रही थी। सपने में वो पूरी नंगी होकर अपने भाई से अपनी चटवाती है।
नायिका का नाम है आँचल… एक खूबसूरत, हसीं, फूलों की जैसी, एक बार देखने पर बार बार देखने को जी चाहे, ऐसी खूबसूरती जिसे देखकर कोई भी दीवाना हो जाये। आँचल से पहली मुलाकात एक इत्तफ़ाक थी!
मैं पड़ोस की लड़की को पटाना चाह रहा था कि एक दिन मेरे दोस्त से पता लगा कि उस लड़की का भाई गांडू है. तो मेरे दोस्त ने उस गांडू को कहा कर उसकी बहन मुझसे चुदवाई...
वह मेरे सीने से लिपट गई। एक अल्हड़ गदराया माल मेरे आगोश में सिमटा हुआ था, मैंने उसके होंठों पर होंठ रख रसीले अधर चूसने लगा, उसकी चूत लंड का इंतजार कर रही थी
मेरी आँखें बंद थीं लेकिन फिर भी मैं इशानी को अपनी बाँहों में भर कर उसके अंग-अंग को छू कर महसूस कर रहा था हम दोनों ही अपने प्रेम की उत्तेजना से सराबोर थे। यह वो कामोत्तेजना थी.. जो युग-युग से प्यासे प्रेमियों पर आज जी भर कर बरसने वाली थी।
मैंने मामी को बताया कि मेरी पेशाब की जगह पर कुछ गर्म गर्म लग रहा है। मामी ने पूछा कि क्या मैंने पहले कभी ऐसे मजे लिए थे, और मेरे न कहने पर उसने कहा कि कोई बात नहीं!
असल काम की घड़ी, वर्षों प्रतीक्षा की घड़ी, मेरी पतिव्रता बीवी के व्यभिचार की घड़ी, उसकी योनि में परपुरूष के प्रवेश की घड़ी… मैं - उसका पति - उत्साह से उसकी योनि के होंठों को फैलाकर उसके शीलभंग में मदद कर रहा था।
सोनाली अपनी गाण्ड मेरे मुँह के सामने हिलाने लगी। कुछ देर ऐसा करने के बाद दीदी लंड पर से हटी.. और सोनाली जा कर लौड़े पर बैठ गई। अब दीदी ने अपनी चूत मेरे मुँह के पास रख दी.. चूसने के लिए..