सिनेमा की बैक सीट में

(Cinema ki Back Seat Mein)

शीला 2014-12-12 Comments

हाय डार्लिंग, इतने दिनों से मेंरे कन्फेशन्स लगातार सुनने के लिए थैंक्स।
एक तुम्ही हो जिसे मैं अपनी दिल की बातें बता सकती हूँ।

तुम्हे मैंने बताया था कि कैसे मैं कुछ दिनों पहले रीतिन से मिली और कैसे हम दोनो को एक दूसरे से प्यार हो गया।

इतने में मेरी दोस्त महक का किसी ने दिल तोड़ दिया।

मुझे पता नहीं था कि वो लड़का कोई और नहीं बल्कि मेरा न्यू बाय्फ्रेंड रीतिन था।

ज़ाहिर है, इस कारण बहुत बड़ी प्राब्लम हो गई। यह बात मुझे पहले पता होती तो मैं उससे दूर ही रहती, और फिर जब ऐसा नहीं हुआ, तो महक ने हमें बिस्तर पर ऐसी कॉंप्रमाइज़िंग सिचुएशन में पाया कि मैं जब भी उस के बारे में सोचती हूँ, शर्म से लाल हो जाती हूँ।

उस इन्सिडेंट के बाद मैंने रीतिन से ज़्यादा बात नहीं की, हम ब्रेकअप की कगार पर थे।
मैं उसे भुला नहीं पा रही थी!

फिर एक दिन अचानक मुझे उसका कॉल आया।

उसने कहा कि वो मुझसे मिलना चाहता है। मेरे अंदर एक खुशी की लहर दौड़ पड़ी और मैंने हाँ कर दी।

अपने अपार्टमेंट के बाहर उसका वेट करते वक़्त मुझे उसके साथ बिताए पल की याद आ रही थी।
मैं उससे मिलने को उत्सुक थी… मैं उसके गरम हाथों को अपने बॉडी पर फील करना चाहती थी।
उसके गीले होंठों को अपने होंठों पर महसूस करना चाहती थी।

रीतिन की कार मेंरे घर के सामने आकर रुकी, मैं जैसे ही अंदर बैठी रीतिन ने मुझे अपनी ओर खींचा और मुझे गले लगाया।

वो मेरे कानो में विस्पर कर रहा था कि उसने मुझे कितना मिस किया।

फिर रीतिन ने गाड़ी स्टार्ट कर दी और ड्राइव करने लगा।

हम ड्राइव करते समय बातें करते गये और कुछ देर में गाड़ी एक थियेटर के सामने रुकी।

मैंने पूछा कि हम कहाँ आ गये?

उसने कहा कि मेरे साथ अकेले टाइम स्पेंड करने के लिए वो मुझे यहाँ लाया हैं।

थियेटर में एक थ्री वीक्स पहले रिलीज़ हुई मूवी चल रही थी तो क्राउड कम था, और ऐसे सिचुएशन में वो मुझसे सिर्फ़ एक चीज़ ही चाह सकता है… तुम समझ गये ना?

मूवी तो चल रही थी लेकिन मैं और रीतिन उसकी परवाह किए बगैर एक कॉर्नर में अंधेरे का फ़ायदा उठा रहे थे।

रीतिन मुझे स्मूच कर रहा था और मैं उसके होंठों का आनंद ले रही थी।

मैंने अपने आप को रोका और उस से पूछा कि वो कैसा है।

तो उसने जवाब दिया कि मेरे बिना उसकी हालत बुरी थी।

इसके पहले मैं कुछ और पूछती वो फिर मुझे पागलों की तरह चूमने लगा।

उसके होंठ कितने टेस्टी हैं… मैं जानती हूँ कि मैं तुम्हे यह कई बार बता चुकी हूँ… लेकिन… क्या करूँ, मैं उसके होंठों की दीवानी हूँ… उसके होंठों को रेज़िस्ट नहीं कर सकती।

रीतिन के हाथ फिर मेरे टॉप के बटन्स खोलने लगे।

मैंने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन उसने मेरी एक ना सुनी।

उसके हाथ ने मेरे ड्रेस के अंदर प्रवेश किया और मेरी ब्रा को डिसप्लेस करते हुए मेरे सीने को छुआ।

मैं तो इस फीलिंग को भूल ही गई थी… उन मर्दाने हाथों का फील मेरे सॉफ्ट बदन पर… मैंने अपनी आँखे बंद कर दी और रीतिन के हाथों ने मुझे अच्छे से मसला।

कुछ देर बाद रीतिन ने मेरी स्कर्ट के अंदर हाथ डाला और उसके वहाँ टच करने से मैं ऑलमोस्ट पागल हो गयी।

मेरी वजह से उसकी उंगलियां गीली हो गई और रीतिन बस मुझ पर अपनी उंगलियों से जादू करने लगा।

रीतिन ने मुझे बहुत प्लेजर दिया…
मैं तुम्हे बता नहीं सकती कि कितना, बस समझ लो कि उसकी उंगलियों ने मेरे होश उड़ा दिए।

और एक पल ऐसा आया जब मुझे इतना प्लेजर मिला कि मैं ज़ोर से चिल्ला बैठी उईमा…

कुछ देर में इंटर्वल हो गया और हम दोनों ने अपने आपको अड्जस्ट किया।

मूवी जब रेज्युम हुई तो रीतिन अपनी पेंट उतार रहा था।

मैंने शॉक होके कहा कि मैं पब्लिक प्लेस में कुछ इतना एक्सट्रीम नहीं कर सकती!

रीतिन ने कहा कि अगर मैं वो नहीं कर सकती तो मुझे कुछ और करना होगा।

और इस तरह रीतिन ने मुझे अपने लेप पर बेंड किया और मैंने उसे उतना ही प्लेजर दिया जितना उसने मुझे दिया था लेकिन अपनी उंगलियो से नहीं… अपने….तुम समझ गये ना… मैंने क्या किया…

हमने थियेटर में जो किया उसका एक अलग ही मज़ा था।

एक सेन्स ऑफ अड्वेंचर.. शायद इस कारण मुझे एक्सट्रा मज़ा आया।

हमारा काम जल्द ख़त्म हो गया।

फिल्म ख़त्म नहीं हुई थी इसलिए हम उसे देखने लगे, मूवी में एक लड़की का डबल रोल था और हीरो दोनो में से एक को प्यार करता था।

मैंने रियलाइज़ किया कि यह स्टोरी मेरी लाइफ से सिमिलर थी, रीतिन शीला से प्यार करता था….क्या वो मुझे मेरे नेचुरल लुक में पसंद करेगा?

अचानक रीतिन ने मुझे बताया कि अब वो और महक फिर से दोस्त बन गये हैं, लेकिन वो महक से नहीं मुझसे प्यार करता है।

रीतिन ने कहा कि महक उसे वापिस पाना चाहती है।

और मजबूरी में रीतिन ने उसे प्रॉमिस किया की अगर उसका मुझसे ब्रेकअप हो गया तो वो सोच सकता है… वरना नहीं।

इस बात से मुझे समझ आया कि क्यूँ महक मुझसे कुछ दिनों से बात नहीं कर रही थी…
वो अभी भी इस होप में थी की मेरा रीतिन से ब्रेकअप हो जाए और उसका फ़ायदा महक को हो।

मेरा मन बहुत उदास था। एक तरफ थी मेरी दोस्त जिसने मेरी इतनी हेल्प की है।
और दूसरी तरफ मेरा प्यार रीतिन, मैं किसे चूज़ करूँ?

थियेटर से निकलते समय मैंने डिसिशन लिया, अगर रीतिन मुझे मेंरे नॉर्मल लुक यानि सायना के लुक में पसंद नहीं करेगा तो मैं उसे महक के लिए छोड़ दूँगी…

मेरी स्टोरी मेरे कन्फेशन्स के थ्रू सुनते रहना जान…
तब तक के लिए बाइ.. मुआह…

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