बेस्ट फ्रेंड के साथ ही मचा ली चोदमपट्टी

(Hot Dost Sex Ki Kahani)

वंशिका 2023-06-29 Comments

हॉट दोस्त सेक्स कहानी में पढ़ें कि कॉलेज में पढ़ते हुए मेरी दोस्ती एक बहुत हैण्डसम लड़के से हो गयी. एक बार मेरी तबीयत खराब हुई तो वह मुझे डॉक्टर के पास ले गया. रास्ते में क्या हुआ?

यह कहानी सुनें.

फ्रेंड्स, मैं वंशिका, आपको पहले मैं अपने बारे मैं बता देती हूँ.
मेरी उम्र 21 साल है.
मैं अपने फिगर के बारे में बताऊं तो मैं बहुत ही ज्यादा कामुक शरीर की लड़की हूँ. मेरा साइज 36-34-38 का है. काफी भरे हुए बूब्स और उभरी हुई गांड है.
कोई भी लड़का मुझे देखता है, तो वह कुछ मिनट तक मुझे देखता ही रहता है.

मैं अन्तर्वासना की सेक्स स्टोरी रोज पढ़ कर अपनी चूत में उंगली करती हूँ और रस निकाल लेती हूँ.

एक दिन ऐसे ही सेक्स स्टोरी पढ़ते पढ़ते मन किया कि मैं भी अपनी सच्ची घटना को एक हॉट दोस्त सेक्स कहानी के रूप में लिखूँ और आप सभी को सुनाऊं.

यह घटना मेरे साथ एक साल पहले तब हुई थी, जब मैं कॉलेज में थी.
तब मेरी ज्यादा किसी से बातचीत नहीं होती थी.

एक दिन मैं एक लड़के से टकरा गई.
गलती उसकी थी तो उसने मुझसे सॉरी बोला.
मैंने उसे देखा तो न जाने क्यों मुझे अपने आप उससे बात करने का दिल किया.

मैंने उससे कहा- अरे सॉरी रहने दीजिए. मेरी भी गलती थी.
इस तरह से उसके साथ मेरी थोड़ी बहुत हैलो हाय के साथ बात भी हुई.

फिर हम दोनों एक दूसरे के बारे थोड़ा बहुत जानकर अपने अपने रास्ते चले गए.
उस दिन मैं कॉलेज की लाइब्रेरी में बैठी हुई थी, तभी अचानक से वह मुझे दुबारा दिखा.

वह भी मुझे ही देख रहा था. हम दोनों की नजरें टकराईं तो मैंने मुस्कुरा दिया.
वह तुरंत मेरी डेस्क के करीब आ गया.

फिर हम दोनों ने बातें की, एक दूसरे के बारे काफी कुछ जाना.
उसके बाद से कुछ ऐसा जमा कि हम दोनों साथ में ही पढ़ने लगे, साथ में ही लंच करने लगे.

क्लास के बाद उसके साथ घूमना भी पता नहीं कब चालू हो गया, कुछ होश ही न रहा.
धीरे धीरे हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त बन गए.

सहेलियों को मैं अपने उस दोस्त के बारे में बता दूँ ताकि उनकी चूत में भी सनसनी होना शुरू हो जाए.
उसकी हाइट 6 फुट 4 इंच है, जिम वाली बॉडी है, वह दिखने में बहुत ही ज्यादा अच्छा दिखता है. कोई भी लड़की उससे एक मिनट में सैट हो जाए, जैसे मैं हो गई थी.

फिर एक दिन मेरी तबियत अचानक खराब हो गई तो मैं अस्पताल में एडमिट हो गई थी.
मैंने उसे कॉल करके बताया- ऋषभ, मेरी तबियत अचानक खराब हो गई है.

उसने सारी जानकारी की और वह तुरंत अपनी कार लेकर आया.
मेरी तबीयत अब ठीक थी तब भी वह मान नहीं रहा था.

वह मुझे एक दूसरे डॉक्टर के पास ले गया.
उधर से सब ओके मिलने के बाद वह मुझे वापस ले जाने लगा.

फिर जब हम लौट रहे थे, तब अचानक से उसने कार की ब्रेक लगा दी.
मैं आगे की तरफ को गिरी, तो उसने मुझे बचाने के लिए मेरी छाती के आगे हाथ कर दिया.
मेरे बूब्स उसके हाथ से दब गए.

मैंने पहले कभी उसे इस नजर से नहीं देखा था पर तब मेरे अन्दर की वासना जाग गई थी.
उसके अन्दर भी कुछ हुआ था, पर मैंने कुछ नहीं कहा.

हम दोनों ने उस चीज को एक तरह से नजरअंदाज कर दिया था.

फिर गाड़ी का गियर बदलते समय वह मेरे बूब्स को टच कर रहा था, तो कभी मेरी जांघों पर हाथ फेर देता था.
मेरे अन्दर पहले ही बहुत तेज कामेच्छा हो रही थी और लंड लेने की इच्छा बलवती होती जा रही थी.

वह मुझे और पागल करने लगा था.
मैंने भी सोचा कि क्यों ना मौके का फायदा उठा ही लिया जाए. पसंद तो मैं इसे करती ही हूँ. इसके साथ सेक्स कर लूँगी तो मेरा क्या घिस जाएगा.

अब मैंने मन पक्का कर लिया था और उसे रोका नहीं.
बल्कि मैं भी उसकी जांघों पर अपना हाथ ऐसे ले गई, जैसे मुझे उसके सहारे की जरूरत हो.
फिर से ब्रेक लगने के कारण यदि झटका लगे, तो मैँ उसके सहारे से खुद को गिरने से रोक सकूँ.

अब जैसे ही मेरा हाथ उसकी जांघों पर गया, वह समझ गया.
कुछ दूर कार चलाने के बाद उसने एक सुनसान जगह पर गाड़ी रोक दी.

मैंने उसे देखा और हल्के से मुस्कुरा दी.
वह भी मुस्कुरा दिया और अपने हाथ से मुझे पकड़ कर अपनी तरफ खींच कर मुझे किस करने लगा.

मैं भी उसका साथ दे रही थी.
वह किस करते करते कभी मेरे बूब्स दबा रहा था, तो कभी मेरी गांड सहला रहा था.
मैं पागलों की तरह उसको चूम रही थी और उसके बालों में हाथ घुमा रही थी.

कुछ पल बाद ऋषभ बोला- वंशिका, उठ कर मेरी गोद में आ जा.
मैं गेट खोलकर उसके पास गई तो उसने अपने ऊपर मुझे बिठा लिया.

उसे अपनी सीट को पीछे फैला दिया था.
मैं उसके मुँह की तरफ अपने मुँह को करके बैठी थी.

हम दोनों लिप किस करने लगे.
कभी एक दूसरे के गाल पर चूमते … तो कभी गाल काट लेते थे. कभी मैं उसकी गर्दन को चूमती … तो कभी वह अपने हाथों से मेरे दूध दबा देता था.

मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.

बीच बीच में वह मेरी गांड पर चांटे भी मार रहा था.

कुछ देर बाद ऋषभ उठा और मुझे पीछे वाली सीट पर ले गया.
उसने मुझे सीट पर लिटा दिया और मेरी शर्ट उतार दी.

मेरे बूब्स ब्लैक ब्रा मचल रहे थे.
वह मेरे गोरे गोरे चूचों को काली ब्रा में कसा हुआ देख एकदम से पगला गया.

आप भी सोचो कि एक जवान लड़की के 38 साइज की सफेद चूचियां ब्लैक ब्रा मैं कैसी लगेंगी … लंड खड़ा हो जाएगा कि नहीं!

ऋषभ बोला- वंशिका, आज से पहले तुझे कभी ऐसे क्यों नहीं देखा … तू क्या माल है यार … साला रोज ही मजा मिल सकता था.
मैंने उसका मुँह खींच कर उसे अपने बूब्स पर लगा दिया और कहा- अब तो ले लो मजा मेरे आशिक.

मैं उसका मुँह अपने मम्मों के बीच में रगड़ रही थी और वह दोनों हाथों से मेरे दोनों मम्मों को बहुत जोर जोर से दबा रहा था.

मुझे दर्द भी हो रहा था, पर मज़ा उससे ज्यादा आ रहा था.
मेरे मुँह से बस ‘आह आह आह ऋषभ प्लीज़ थोड़ा आराम से करो …’ की आवाज निकल रही थी.

पर वह नहीं रुका.
उसके हाथ मैं मेरे टाइट टाइट मम्मे जो पड़ गए थे, अब वह कहां छोड़ने वाला था.

फिर उसने मेरी ब्रा में से बूब्स निकाले और एक को चूसने लगा, दूसरे को मसलने लगा.
वह एक एक करके मेरे दोनों मम्मों का हलवा बनाने मैं लगा था और मेरे निप्पल को अपने मुँह भर भर कर खींच रहा था.

लड़की के दूध जब चूसे जाते हैं न दोस्तो … तो उसकी चूत से रस टपकने लगता है. यही मेरी दोनों टांगों के बीच हो रहा था. चूत से रस धार निकल कर चड्डी को भिगोने लगी थी और मेरे मुँह से बस ‘आह आह ऋषभ की आवाज निकल रही थी.
वह बीच बीच में मेरे मम्मों के बीच में … और होंठों को किस भी कर रहा था.

हम दोनों की जीभें भी मजा देने लगी थीं.

तभी एकदम से किसी कार के तेज गति से निकलने की आवाज आई.
वह कार कुछ आगे जाकर वापस आई और उसमें से आवाज आई कि मेरी जरूरत हो बता देना भाई.

तब तक हम दोनों संभल चुके थे और अलग अलग हो गए थे.

वह कार एकदम से आगे बढ़ गई.

एक मिनट तक तो हम दोनों सनाका खाए हुए बैठे रहे, फिर एक दूसरे को देख कर हंस पड़े.
अब मैंने अपने कपड़े पहन लिए. मेरी शर्ट उतारते समय थोड़ी फट गई थी, लेकिन इतनी सही थी वह कि पहनी जा सकती थी.

ऋषभ ने गाड़ी चालू कर दी.

पर अब तक मेरी चूत आग मच लग गई थी.
मैं उसके लंड के लिए तड़प रही थी. उसका भी लंड बहुत टाइट हो रहा था, पैंट मैं से साफ दिख रहा था.

मेरे से रहा नहीं गया और मैं अपना हाथ उसके लंड पर फेरने लगी.
वह भी पागल हो रहा था.

फिर मैंने उसके पैंट को खोला और उसके अंडरवियर में से लंड निकाल लिया.

मैं उसका लंड देखते ही डर गई … इतना मोटा और लंबा था … ये कम से कम 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा रहा होगा.

लंड बाहर निकाल कर पहले उस पर अपना हाथ ऊपर नीचे कर रही थी.

फिर ऋषभ ने मुझसे लंड चूसने का कहा.
मैं कुछ बोलती, उससे पहले ही उसने मेरा सिर पकड़कर लंड पर दबा दिया.

मैंने भी झट से उसके लौड़े को अपने मुँह मैं ले लिया.
अब वह कार चला रहा था और मैं उसका लंड चूसे जा रही थी.

उसकी भी मस्ती में आंखें बंद हो रही थीं; उसके मुँह से भी आह निकल रही थी.
वह अपने एक हाथ से मेरे सिर को दबाए जा रहा था.

मैंने उसका पूरा लंड मुँह में ले लिया.
मुझे तो उसका टेस्ट इतना अच्छा लगा था कि आज भी उसका लंड सोचने पर मुँह में टेस्ट याद आ जाता है.

फिर हम लोग एक फ्रेंड के रूम पर आ गए.
उसका दोस्त कहीं बाहर गया था.
दोस्त ने बताया कि चाभी गमले के नीचे है.

हम दोनों वहां आ गए.
फ्लैट में कोई नहीं था.

हम दोनों ने मौके का फायदा उठाया और अन्दर चले गए.
मैं बिस्तर पर लेट गई; वह गेट लॉक करके जल्दी से अन्दर आ गया.

अन्दर आते ही उसने मुझे किस किया और हम दोनों एक एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे.
एक दूसरे के शरीर को चूमने लगे.

उसने मेरी ब्रा भी उतार दी थी.

मेरे दोनों बूब्स अपने कब्जे में लेकर वह उनसे खेलने लगा था.
एक को मुँह में लेकर चूसे जा रहा था और दूसरे को मसल रहा था.
मैं सिर्फ पैंटी में थी.

मैंने भी उसकी चड्डी को उतार दिया और लंड को वापस चूसने लगी.
मैं उसे अपनी गांड हिला हिला कर दिखा रही थी.

वह बार बार मेरी गांड पर चमाट मार रहा था. कभी मेरी चूत में उंगली डाल देता तो मैं और जोर जोर से उसका लौड़ा चूसने लगती.

फिर हम दोनों 69 की अवस्था में आ गए.
उसने मुझे अपने ऊपर ले लिया.
वह मेरी चूत चाट रहा था और मैं उसका लंड चूस रही थी.

कुछ देर बाद उसने मुझे सीधा लिटाया और मेरे ऊपर आ गया, आते ही किस करने लगा.
फिर पता नहीं कब उसने मेरी चूत में लंड डाल दिया.

मेरे मुँह से बहुत तेज चीख निकली पर वह किस करता रहा.

मैं रोने लगी थी.
वह धक्के नहीं दे रहा था.

जब मैंने रोना बंद कर दिया, तब उसने धक्के देना चालू कर दिए.
वह जोर जोर से धक्के देने लगा.
मेरे मुँह से आह आह आह ऋषभ की आवाज निकल रही थी.

वह मेरे दूध चूसते हुए मुझे चोदे जा रहा था … और तेज तेज धक्के मारता हुआ मेरी चूत का भोसड़ा बना रहा था.
थोड़ी देर बाद हम दोनों शांत हो गए और एक दूसरे को किस करके लिपट कर नंगे ही सो गए.

करीब एक घंटा बाद मेरी आंख खुली तो वह मेरी चूत चाट रहा था.
दुबारा से हॉट दोस्त सेक्स शुरू हो गया.

इस बार उसने मुझे अपने लौड़े की सवारी करने को कहा.
मैंने मजे से लंड की सवारी की और अपने आशिक को अपनी चूचियां पिलाईं.

उस दिन की चुदाई के बाद मैं अब तक न जाने कितनी बार ऋषभ से चुद चुकी हूँ.
आपको मेरी हॉट दोस्त सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज कमेंट्स से बताएं.
[email protected]

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