स्कूल गर्ल को कमरे में लाकर चोदा- 1

(Hot School Girl Romance Story)

हॉट स्कूल गर्ल रोमांस स्टोरी में पढ़ें कि मैं एक स्कूल के पास खड़ा था कि स्कूल की एक लड़की मुझसे टकरा गयी. गजब क्यूट चीज थी वो! उससे मेरी दोस्ती हो गयी.

दोस्तो, मेरा नाम अभय है. मेरी उम्र 30 साल है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूं, रंग थोड़ा सांवला है, पर दिखने में ठीक-ठाक हूं.

मेरे लंड का साइज काफी अच्छा है. लंड का रंग भी थोड़ा सांवला है पर लंड का टोपा थोड़ा गुलाबी है जो पूरा खुला हुआ है.

दोस्तो, ये जो हॉट स्कूल गर्ल रोमांस स्टोरी मैं आपको बताने जा रहा हूं, वह शत प्रतिशत सच है.
इस कहानी को पढ़ने के बाद कुंवारी लड़की हो, या शादीशुदा, स्कूल गर्ल हो या कॉलेज गर्ल … गारंटी से उन सभी की बुर रस से उनकी पैंटी गीली हो जाएगी.
लंडधारियों का पानी बिना मुट्ठ मारे ही निकल जाएगा.

यह बात आज से 6 महीने पहले की है.
मैं सड़क पर अपने एक दोस्त का इंतजार कर रहा था.
बगल में ही एक स्कूल था.
स्कूल की छुट्टी होने वाली थी.

जैसे ही छुट्टी हुई, सभी स्टूडेंट स्कूल से बाहर निकलने लगे.

मैं थोड़ा आगे बढ़ा ही था कि एक लड़की जल्दी से निकलने के चक्कर में मुझसे टकरा गई.

जैसे ही मेरी नजर उस लड़की पर गई, मैं उसे देखता ही रह गया.
एकदम गोरी-चिट्टी, देखने में क़यामत लग रही थी.

वह स्कूल ड्रेस में मस्त सेक्सी माल लग रही थी.

सफ़ेद शर्ट के ऊपर से उसकी चूचियां मस्त उभरी हुई थीं.
ऐसा लग रहा था कि चूचियां शर्ट फाड़ कर बाहर आ जाएंगी.

नीचे उसकी स्कर्ट, जो उसके घुटनों तक आ रही थी … उस वजह से उसकी गोरी गोरी टांगें बहुत चमक रही थीं और बिजली सी ढा रही थीं.

सच कहूँ तो मैं उसकी सुंदरता को शब्दों में बयान नहीं कर सकता.

जैसे ही वह मुझसे टकराई, उसका बैग नीचे गिर गया.
उसने मुझे प्यार भरे शब्दों में सॉरी बोला और बैग उठाने के लिए झुक गई.

जैसे ही वह झुकी, तो मैं भी उसका बैग उठाने के लिए झुक गया.
मेरा सर उसकी मुंडी से टकरा गया.
उसने फिर से सॉरी बोला.

फिर वह बैग लेकर बोली- थोड़ी जल्दी में थी, इसलिए टकरा गई!
मैंने कहा- कोई बात नहीं.

फिर वह एक छोटी सी स्माइल के साथ जाने लगी.
उसको जाते हुए मैं पीछे से देखने लगा.

थोड़ी आगे जाकर उसने भी एक बार घूम कर देखा और एक स्माइल देकर जाने लगी.

अब मैं आप लोगों को उस लड़की के बारे में थोड़ा बता देता हूँ.
उसका नाम प्रिया था, जो मुझे बाद में मालूम हुआ था. उसकी उम्र 18 या 19 की रही होगी.

उसकी चूचियों की साइज 34B, कमर 30 और गांड की साइज 36 की थी, जो उसकी चुदाई के टाइम मुझे पता चला.

उसके बाद मैं भी अपने दोस्त से मिला और अपने रूम पर आ गया.

रूम पर आने के बाद भी मुझे उसकी याद बार बार आ रही थी.
उसकी उभरी हुई गोल गोल चूचियां, उसके उभरे हुए चूतड़, मेरे लंड को खड़ा कर रहे थे.

उस रात उसको याद करके मैंने दो बार मुट्ठ मारी.

अगले दिन मैं फिर से वहीं गया; मुझे लगा शायद वह आज भी मिल जाए.
हुआ भी वही, छुट्टी होने के बाद वह बाहर निकली.

मैंने उसे देख लिया और उसने भी मुझे देख लिया.

वह एक स्माइल देकर आगे निकल गई.
मैंने भी उसे देख कर स्माइल दे दी.

उसने थोड़ी आगे जाकर फिर से मुड़ कर देखा और फिर से स्माइल देती हुई आगे चली गई.

मैं भी चला गया और मैंने घर जाकर सोचा कि कल उससे बात करूँगा.
अगले दिन मैं फिर से वहीं गया. वह छुट्टी के बाद बाहर आई.

उसे देख कर मैंने स्माइल दी.
वह थोड़ी धीरे धीरे आगे को चल कर एक जगह पर रुक गई और मुड़ कर मुझे देखती हुई मुस्कुराने लगी.

मैं उसके पास गया और स्माइल करते हुए बोला- मैं अभय, सेल्स मार्केटिंग का जॉब करता हूँ.
वह बोली- मैं प्रिया.

मैंने पूछा- किस क्लास में हो प्रिया?
उसने बताया कि वह 12वीं में है.

फिर हमने एक दूसरे का नंबर लिया और चले गए.

रूम पर जाने के बाद मैं प्रिया के मैसेज आने का इंतजार करने लगा.

रात के 10:30 बजे मेरे मोबइल पर एक मैसेज आया.

मैंने व्हाट्सप्प खोल कर देखा तो प्रिया का मैसेज था.

पहले हम दोनों एक दूसरे के बारे में नॉर्मल बातें करने लगे, एक दूसरे के बारे में जानने लगे.

फिर हमारे बीच थोड़ी सेक्सी बातें होने लगीं.

मैं उसको सेक्सी शायरी भेजने लगा.
उसको भी ये सब अच्छा लगता था.

फिर एक दिन प्रिया से पूछा- तुम वर्जिन हो प्रिया?
प्रिया बोली- हां, अभी तक मैं वर्जिन हूँ.

मैं सुनकर बहुत खुश हुआ कि शायद मुझे ही इसकी सील तोड़ने का अवसर मिलेगा.

अब हम रोज सेक्सी सेक्सी बातें करने लगे थे.

एक दिन मैंने प्रिया से पूछा- तुम्हें किस कलर की ब्रा पैंटी पसंद है?
प्रिया बोली- मुझे रेड और पिंक कलर की ब्रा पैंटी पहनना पसंद है.

मैंने साइज़ पूछा तो प्रिया ने मुझे अपनी साइज बताई.

मैंने उसे दो सैट ब्रा पैंटी के गिफ्ट किए, एक गुलाबी था और दूसरा लाल.
वह काफी खुश हुई.

मैंने उससे कहा- पहन कर देखे?
वह बोली- हां, लाल वाला सैट देखा था और अभी वही पहनी हूँ.
मैंने कहा- काश मैं देख पाता!

वह हंसने लगी. हालांकि उसने दिखाया नहीं.

अब हमारी रोज सेक्सी बातें होने लगी थीं.
प्रिया को भी बहुत मज़ा आने लगा था. सेक्सी बातों से प्रिया गर्म होने लगी.

वह कुंवारी थी, इसलिए वह और जल्दी गर्म होने लगती थी.
मेरी सेक्सी बातें और सेक्सी शायरी उसे बहुत तड़पाने लगी थीं.

प्रिया बोली- अब मुझे पढ़ाई में भी मन नहीं लग रहा है … बस आपके साथ सेक्सी बातें करने का मन होता है.

शायद उसे सब कुछ करने का मन था.
मैं भी उसे उकसाता रहता था.

प्रिया बोली- अभय कुछ करो, नहीं तो मैं फेल हो जाऊंगी.

मैं समझ गया कि प्रिया अब चुदाई के लिए तड़प रही है.

मैंने प्रिया को समझाया- तुम्हारे अन्दर जो वासना जगी है, वह हम दोनों के मिलन से ही जाएगी.
प्रिया ने पहले तो मना किया लेकिन उसकी वासना उसे मेरे पास आने के लिए मजबूर कर रही थी.

उसका पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लग रहा था, उसे फेल होने का डर सताने लगा.
आखिर प्रिया मेरे पास आने को तैयार हो गई.

मैं मार्किट में गया और प्रिया के लिए दो जोड़ी रेड और पिंक कलर की सेक्सी ब्रा पैंटी ले लिए.

छुट्टी के टाइम पर मैंने उसे ब्रा पैंटी दे दी और रूम पर आ गया.

रात को हमने बात की और अगले दिन मिलने का प्लान किया.
मैंने प्रिया को बोल दिया. वह पिंक ब्रा पैंटी पहनने के लिए भी राजी हो गई.

अगले दिन वह स्कूल के बहाने घर से निकली और रास्ते में मुझे मिली.

प्रिया अपनी स्कूल ड्रेस में आई थी.
उसको देख कर मैं पागल हो गया.

मैंने उसे बाइक पर बैठाया और अपने रूम पर लेकर आ गया.
जैसे ही हम रूम के अन्दर आए, रूम को लॉक करके मैंने प्रिया को अपनी बांहों में कस लिया, उसकी उभरी हुई चूचियां मेरी छाती से टकरा कर गड़ गईं.

उसको बांहों में भरते हुए, उसके गोरे गोरे गालों को चूमने लगा.
गाल चूमते हुए उसके गुलाबी होंठों को मैंने अपने होंठों में ले लिया.

उसके गुलाबी होठों को चूमने के बाद ऐसा लगा, जैसे जन्नत में हूं.

प्रिया की सांसें भी तेज़ हो गई थीं और मेरी छुअन से उसकी सांसें और तेज़ हो रही थीं जो इस बात की गवाह थीं कि उसके लिए सब पहली बार हो रहा था.

अब प्रिया को अपनी गोद में उठा कर बेड पर लाया और बैठा दिया.

मैंने प्रिया की आंखों में देखा, वह शर्म से पूरी लाल हो गई थीं.
प्रिया स्कूल ड्रेस में बहुत क़यामत लग रही थी.

उसकी स्कर्ट उसकी जांघों से थोड़े ही नीचे तक आ रही थी.

अगर उसके स्कर्ट थोड़ी सी भी ऊपर उठा दी जाती तो उसकी जांघों के बीच में फंसी उसकी पैंटी दिख जाती.

उसकी शर्ट के ऊपर से उसकी चूचियां इतनी सख्त हो गई थीं कि ऐसा लग रहा था बस ये गुब्बारे अभी उसकी शर्ट को फाड़ कर बाहर आ जाएंगे.

उसकी शर्ट के ऊपर से उसके निप्पल की चोटियां साफ साफ देखने को मिल रही थी जो काफ़ी टाइट हो चुकी थीं.

अब मैंने देर ना करते हुए, प्रिया को अपनी बांहों में भर लिया और उसे चूमने लगा.
वह भी मेरा साथ दे रही थी.

प्रिया को चूमते हुए हुए बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया.

मैं उसको अपनी बांहों में लेकर उसे चूमता रहा.
उसके गालों को, उसके होंठों को चूमते चूमते जैसे ही उसके कान के पास गया और उसके कान के लौ को अपने मुँह में लेकर जैसे ही चूसा, वह आअह्ह्ह करके मचल उठी.

उसके एक कान को चूसते हुए, जैसे ही मैंने उसके कान में फुसफुसाया- प्रिया, क्या मदमस्त जवानी है.
यह सुनते ही प्रिया और मचलने लगी. उसकी सांसें और तेज़ हो गईं.
उसके दोनों पैर आपस में रगड़ खाने लगे.

अब मैं प्रिया को चूमते हुए धीरे धीरे नीचे की ओर आने लगा.
मैंने शर्ट के ऊपर से ही उसकी टाइट चूचिओं को दबाया और उसके निप्पल को मुँह में ले लिया.

प्रिया के मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकली- आअह्ह्ह.
फिर एक एक करके शर्ट के ऊपर से ही दोनों चूचियों को मसल कर चूसने लगा.

इससे उसकी सिसकारियां और तेज़ हो गईं.
उसकी सिसकारियों के साथ पूरा रूम वासनामय हो गया.

अब मैं थोड़ा और नीचे आया, शर्ट के ऊपर से मैंने उसके पेट को चूम लिया.
जैसे ही मैंने उसके पेट को चूमा, उसकी चूचियां ऊपर को तन गईं.

मेरी चुसाई के कारण उसकी शर्ट के ऊपर से ही उसके निप्पलों का उभार दिखने लगा.
वह बहुत ही मादक दृश्य लग रहा था.

फिर मैं थोड़ा और नीचे आया और उसकी स्कर्ट के ऊपर से उसकी जांघों से होते हुए उसके पैरों तक गया.

उसकी टांगें बहुत गोरी और चिकनी दिख रही थीं.
उन गोरी गोरी टांगों पर मैंने जैसे ही हाथ फिराया, वह मचल उठी.
उसके मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकली- उउफ्फ्फ … मम्मीई.

फिर जैसे ही मैंने उसके पैरों को सहलाते हुए उसकी गोरी टांगों को चूमना शुरू किया तो उसकी सिसकारियां और तेज़ हो गईं ‘आहहह … उउफ़्फ़्फ़ … उईई मां.’
वह अपने हाथों से चादर को भींच रही थी और वह इतनी मादक हो गई थी कि शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता.

अब मैंने प्रिया की टांगों को थोड़ा ऊपर उठा कर घुटनों से मोड़ दिया.
इस स्थिति में उसके पैर बेड पर थे और जांघें चौड़ा गई थीं.

जैसे ही मैंने प्रिया को इस पोजीशन में किया … उसकी स्कर्ट के नीचे से बिस्तर पर आ गई और उसकी गांड दिखने लगी.
उसकी गांड नई पिंक पैंटी में कसी हुई थी.

मस्त गोरे और गोल चूतड़ थे प्रिया के!
समझने वाले समझ गए होंगे कि मैंने प्रिया को किस पोजीशन में किया था.

अब मैं अपने हाथों को प्रिया के घुटनों तक ले गया.
जैसे ही मेरे हाथ उसके घुटनों तक गए, मैंने उसके घुटने को पकड़ कर उसकी जांघें और ज्यादा खोल दीं.

उफ़्फ़्फ़ शानदार नजारा सामने था.
उसकी खुली हुई जांघों के बीच में उसकी कसी हुई भीगी सी पैंटी दिखने लगी.
मैं बता नहीं सकता कि कितना मादक दृश्य था.

उसकी दोनों जांघों के बीच में उसकी कसी हुई पैंटी के ऊपर से ही उसकी बुर देख कर मैं पागल हो उठा.

उसकी पैंटी के ऊपर से ही, उसकी फूली हुई बुर नजर आ रही थी.

उसकी बुर की फांकें पैंटी के ऊपर से साफ साफ फ़ूली हुई दिख रही थीं.

उसकी पैंटी बुर के मादक रस से पूरी तरह से भीग चुकी थी, जिसने गुलाबी पैंटी पर भीगने का साफ साफ धब्बा बना दिया.
उसकी पैंटी की ये हालत मुझे और भी ज्यादा पागल बना रही थी.

इधर मेरी हरकतों से प्रिया का बुरा हाल था, प्रिया पूरी तरह वासना के गिरफ्त में आ चुकी थी.

अब मैं प्रिया के ऊपर आ गया और उसकी शर्ट के बटन खोलने लगा.
ना चाहते हुए भी प्रिया मेरा पूरा साथ दे रही थी.

जैसे ही शर्ट के बटन खुले, प्रिया को पिंक ब्रा में देख कर मदमस्त हो गया.
उसकी चूचियां वासना के कारण पूरी टाइट हो चुकी थीं. ऐसा लग रहा था कि चूचियां ब्रा को फाड़ कर बाहर निकल आएंगी.

शर्ट निकालने के बाद जब प्रिया को निहारा, तो देख कर नशे में टल्ली हो गया.

उसका बदन इतना ज्यादा गोरा … इतना ज्यादा सेक्सी दिख रहा था कि लंड को काबू में कर पाना मुश्किल हो गया.

उसकी गोरी देह पर सपाट पेट के बीच में गहरी नाभि कहर ढहा रही थी.
मैं प्रिया की चूचियों को अपने हाथों में लेकर मसलने लगा.

मेरे हाथ का स्पर्श लगते ही प्रिया की वासना और बढ़ गई.

मैंने भी देर ना करते हुए उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए उसकी ब्रा का हुक खोल दिया.
जैसे ही ब्रा का हुक खुला, उसकी चूचियां उछल कर बाहर आ गईं.

ऐसा लग रहा था जैसे बरसों बाद किसी ने उन्हें आजाद किया हो.

बाहर आते ही दोनों चूचियां उछलने लगीं.
चूचियों के ऊपर से ब्राउन कलर का निप्पल ऐसा दिख रहा था मानो चॉकलेट से निप्पल रंग दिए गए हों.

मैं प्रिया की दोनों चूचियों को हाथ में लेकर मसलने लगा. प्रिया की सिसकारियां और ज्यादा बढ़ गईं.

जैसे ही मैंने उसके एक निप्पल को मुँह में लिया, प्रिया की तेज आवाज में आंह निकल गई- आह … उफ्फ.

उसके मुँह से मादक आवाजें आने लगीं.
‘उम्म्म आआह ओह्ह्ह …’ करके सीत्कारने लगीं.
वह अपने पैरों को रगड़ने लगी.

मैंने उसकी चूचियों को चूसते हुए धीरे धीरे उसके पेट पर आ गया.
उसके पेट पर हाथ फेरते हुए चूम लिया. इससे प्रिया अचानक से उछल पड़ी.
उसकी सिसकारियां और तेज़ हो गईं.

मैं उसके पेट को चूमते हुए, उसकी गहरी नाभि के पास आ गया, जो कि काफ़ी ज्यादा मादक दिख रही थी.
जैसे ही मेरे होंठों ने उसकी नाभि को छुआ, उसकी मुँह से फिर से एक जोर की सिसकारी निकली- आअह्ह.

इस तेज सिसकारी के साथ ही उसकी सांसें और तेज़ हो गईं. उसकी सांसों के साथ उसकी मस्त टाइट चूचियां भी ऊपर नीचे हो रही थीं.

उसकी चूचियों के ऊपर तनी हुई उसकी घुंडियां और भी ज्यादा कड़क हो गई थीं.
वह उसकी सांसों के साथ ऊपर नीचे होती हुई बड़ी ही कामुक लग रही थीं.

मैंने जैसे ही अपने जीभ को उसकी नाभि में घुसाया, उसने कसके चादर को अपने हाथों से भींच ली और जोर से सिसकारने लगी- आअह्ह उफ्फ!

मैं उसकी नाभि में जीभ और तेज़ फिराने लगा, वह भी पूरी तरह से मचलने लगी.

आखिर थी भी वह कमसिन कुंवारी कली, पहली बार उसके साथ ये सब हो रहा था इसलिए वह जोरों से मचल रही थी.

मैंने भी उसकी नाभि को चूसते हुए, एक झटके में उसकी स्कर्ट को खोल दिया.
जैसे ही प्रिया की स्कर्ट खुली … उफ्फ क्या नजारा था.
प्रिया की गोरी मांसल जांघें मेरी आंखों के सामने आ गईं.

उसकी गोरी मांसल जांघें देख कर मेरा लंड बेकाबू होने लगा.

कदली सी और चिकनी सी जांघों के बीच में उसकी पिंक पैंटी फंसी हुई थी.

चूंकि अब उसकी पैंटी साफ सीखने लगी थी तो पैंटी ऊपर से ही उसकी फूली हुई बुर की फांकें साफ साफ दिख रही थीं.

उन फांकों के मध्य से निकलता उसका नमकीन अमृत उसकी पैंटी को पूरी तरह से भिगो चुका था.
पैंटी गीली होने के कारण उसकी बुर की दरार उसकी पैंटी के ऊपर से साफ साफ दिख रही थी.

उसकी मदमस्त फांकों के सीन को देख कर किसी बूढ़े का भी लंड खड़ा हो जाए, फिर मैं तो एक जवान अश्व की भांति उसकी बुर को देख कर बेकाबू हुआ जा रहा था.

अब मैंने भी अपने पूरे कपड़े उतार दिए, सिर्फ अंडरवियर में रह गया.

मेरे अंडरवियर के ऊपर से मेरा लंड साफ साफ दिख रहा था. लंड काफी टाइट हो चुका था.

प्रिया मुझे अंडरवियर में देख कर मुस्कुरा दी पर लंड देख कर थोड़ी सहम भी गई.

अब मैं धीरे धीरे उसकी गोरी गोरी टांगों को चूमने लगा … और वह और भी ज्यादा मचलने लगी.

मैं धीरे धीरे उसकी टांगों को चूमते हुए ऊपर को आने लगा और उसकी गोरी मांसल जांघों पर हाथ फेरने लगा.

मेरी हर छुवन से वह और भी तीव्रता से मचलने लगी.
उसकी सांसों की आवाज आ रही थी, कंठ की आवाज को वह अपने होंठों से भींचे हुई थी.

मैंने जैसे ही उसकी गोरी जांघों पर अपने गर्म होंठों से चूमा, प्रिया से रहा न गया और उसके कंठ की दबी हुई आवाज जोर से निकलने लगी.
वह सिसकारने लगी- आअह्ह उफ्फ उईई मां मर गई … आह.

मैं उसकी जांघों को खोल कर उसकी जांघों के बीच में आ गया और उसकी टांगों को उठा कर अपने कंधे पर रख लिया.

उसकी टांगे अपने कंधों पर रखने से मेरा सर उसकी दोनों जांघों के बीच में आ गया था और उसकी पैंटी बिल्कुल मेरे आंखों के सामने आ गई थी.

उधर उसकी आंखों में गहरा नशा सा छाया हुआ था और वह सिर्फ मेरी हरकतों को देख रही थी.
मेरा नंगा बदन उसे काम वासना से उन्मीलित करता जा रहा था.

उसकी जांघें खुली होने के कारण उसकी बुर की फांकें साफ साफ दिख रही थीं जो पूरी पैंटी को भिगोती जा रही थीं.

मैं उसकी जांघों को चूमते हुए आगे बढ़ा और जैसे ही अपने होंठों से उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी बुर को चूमा, प्रिया पूरी तरह से सिहर उठी.

उसके मुँह से एक जोर की सिसकारी निकल गई.

मैंने अपनी जीभ को, उसकी पैंटी के ऊपर से दिख रही उसकी बुर की दरार पर लगा दी और ऊपर नीचे करते हुए जीभ फेरने लगा.
उसने कोशिश की कि उसकी टांगें आपस में मिल जाएं … मगर मेरे सर के अवरोध ने उसे ऐसा करने ही न दिया.

वह मेरी चुसाई में ही मस्त हो गई थी. अभी चुदाई का सुख मिलना तो बाकी था.
दोस्तो, हॉट स्कूल गर्ल रोमांस स्टोरी के अगले भाग में मैं आपको प्रिया की सीलपैक बुर की चुदाई की कहानी का वर्णन लिखूँगा. आप अपने मेल व कमेंट्स से बताएं कि सेक्स कहानी कैसी लग रही है.
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हॉट स्कूल गर्ल रोमांस स्टोरी का अगला भाग:

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