खड़े लंड पर धोखा इसे कहते हैं

(KLPD Story)

लव 4 यू 2022-03-30 Comments

KLPD स्टोरी मतलब खड़े लंड पर धोखा की कहानी! एक बार मेरे साथ एक सेक्सी लड़की थी. हमने सिनेमाहाल में मस्ती की, फिर कार में ओरल सेक्स किया. पर चुदाई ना मिली.

हाय फ्रेंड्स, मेरा नाम अंकित है. मैं दिल्ली के पश्चिम विहार में रहता हूँ और जॉब कर रहा हूँ.

मेरे लंड का साइज़ … मुझे लगता है कि काफी अच्छा साइज़ है.

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है. मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ और लगातार सारी कहानी पढ़ता हूँ.

जब कहानी पढ़कर बहुत गर्म हो जाता हूँ तो सेक्स करता हूँ.
मेरी सेक्स पार्ट्नर मेरी कामवाली है, वो बहुत ही नमकीन और सेक्सी है. उसको जबरदस्त तरीके से चोद देता हूँ और हम बहुत मजे करते हैं.

अपनी कामवाली के साथ की सेक्स कहानी को मैं फिर कभी सुनाऊंगा, अभी आप मेरी इस KLPD स्टोरी का मजा लें.

इस सेक्स स्टोरी की हीरोयिन सोनिया है. सोनिया और मैं एक ही स्कूल में पढ़ते थे.
पर 12वीं के बाद पढ़ाई के अलग-अलग रास्ते पर निकल गए.

मैं उससे प्यार करता था और वो किसी और के साथ फंसी थी.

स्कूल के बाद हमारी बातें अब एक-दूसरे से कम होते होते एक ऐसा टाइम आया, जब हमारे बीच बातें बंद ही हो गईं.

फिर कई साल बाद एक दिन मुझे उसकी कॉल आई.
वो रो रही थी क्योंकि उसका ब्रेकअप हो गया था.

मैंने उसकी बातें सुनी और उसको काफी समझाया.
उस दिन हमने 2 घंटे बातें की.

ऐसे ही हमारी बातें फिर से होने लगीं.

एक दिन हम दोनों ने मिलने का तय किया और हम अपने शहर के पेसिफिक मॉल में मिलने के लिए आ गए.

कुछ देर मॉल में घूमने और बात करने के बाद हमने पास में ही एक कैफे में लंच किया.
वो मेरे साथ काफी खुश दिख रही थी.

फिर मैंने उसको उसके घर के पास छोड़ दिया.
जाते वक़्त उसने मुझे मेरे गाल पर एक प्यारी सी किस पर दी और थैंक्यू बोली.

उस वक्त तक मेरे मन में ऐसा कुछ नहीं आया था कि ये मेरे साथ सैट हो सकती है या हो रही है, पर उसके चूमने से मेरे अन्दर फिर से उसके लिए प्यार उमड़ने लगा था.

अब दिन रात हमारी बातें होने लगी थीं.

फिर एक दिन ऐसे ही फोन पर हम थोड़ा नॉटी भी हो गए थे.
मैंने उससे पूछा- क्या तुम मेरे साथ मूवी देखने चलोगी?
उसने हां बोला और हम दोनों अगले दिन मूवी देखने गए.

मैंने कॉर्नर की टिकट्स ले लीं और पॉपकॉर्न और कोक लेकर अन्दर चले गए.

मूवी में काफ़ी हॉट सीन थे जिसे देखते वक़्त मैं कुछ गर्म होने लगा था.
पास में माल था तो गर्मी कुछ ज्यादा ही बढ़ने लगी थी.

मैंने सोनिया की ओर देखा तो वो अपने होंठों को काट रही थी.
मुझे पता चल गया कि हॉट सीन का उस पर भी असर हो रहा है और वो उत्तेजना महसूस कर रही है.

मैंने थोड़ी देर बाद अपना एक हाथ ले जाकर उसके कंधे पर रख दिया.
मुझे लगा कि वो कोई विरोध जताएगी पर उसने कुछ भी नहीं कहा.

थोड़ी देर बाद वो मेरी तरफ को हुई और मेरे कंधे पर अपना सिर रख कर मूवी देखने लगी.

मैंने अपना दूसरा हाथ ले जाकर उसके गाल को छुआ.
मेरे ऐसा करने से उसने मुझे 5 सेकेंड के लिए देखा.

मैंने उससे कहा- आई लाइक यू सोनिया.
वो कुछ नहीं बोली और फिर से अपना सिर मेरे कंधे पर रख कर रगड़ने लगी

फिर अचानक से उसने अपने दोनों हाथों से मेरे हाथ को पकड़ लिया.

हालांकि उसने इससे ज्यादा कुछ नहीं किया.
मैं भी शान्ति से उसकी तरफ से होने वाली किसी प्रतिक्रिया का इन्तजार करने लगा.
मगर कुछ नहीं हुआ.

फिर मध्यांतर हो गया और हम दोनों ऐसे ही बैठे रहे.

उसने मेरे चेहरे को अपनी तरफ किया और पूछा- डू यू लव मी?
मैंने कहा- हां जान … आज तक मुझे तुमसे अच्छा कोई नहीं मिला. हम दोनों की जो लाइफ है, वो बहुत सही है और मैच भी करती है.

वो कुछ नहीं बोली और मेरे सीने से टिक कर बैठ गई.
हम दोनों एक दूसरे कि महसूस करते हुए बाकी की मूवी देखने लगे.

मूवी खत्म हुई और हम दोनों थियेटर से बाहर आ गए.

फिर हमने वहां बने रेस्तरां से एक वाइट सॉस वाला पास्ता ऑर्डर किया और पैक करवा कर कार में ही बैठ कर खाने लगे.

कार में उस वक्त एक अजीब सा माहौल बना था.
ना तो वो ज़्यादा बोल रही थी और ना ही मैं.

फिर मैंने उसको उसके घर ड्रॉप किया. कार से उतरने से पहले उसने मुझे हग किया.
वो हग काफ़ी लंबा था.
हम दोनों करीब 40-50 सेकेंड्स तक एक दूसरे से गले लगे रहे.

हग के दौरान ही उसने फिर से पिछली बार की तरह मेरे गाल पर किस करते हुए मुझे बाइ कहा.

मैं उसे छोड़ कर अपने घर आ गया और उसके साथ बताए पूरे समय के बारे में सोचने लगा.

अचानक से उसका मुझे व्हाट्सैप पर मैसेज आया.

सोनिया- अंकित, मैं जानती हूँ कि तुम मुझे लाइक करते हो और मैं भी तुम्हें पसंद करती हूँ लेकिन मैं नहीं चाहती हूँ कि अगर हम अपनी फ्रेंडशिप को रिश्ते में बदलें और कभी हमारा ब्रेकअप हो.

मैंने उससे वादा किया- ऐसा कुछ नहीं होगा और हम ट्राई करके देख सकते है. अगर हमारे बीच कुछ मतभेद हुए तो भी हम दोनों फ्रेंड्स तो रहेंगे ही.

इस पर उसने कुछ जवाब नहीं दिया और मैंने भी उससे कुछ ज्यादा नहीं कहा.

ऐसे ही कुछ देर इधर उधर की चैट के बाद हम दोनों ने बाय की और मैं सो गया.

जब सुबह मैं सोकर उठा और मोबाइल में देखा तो उसका मैसेज आया हुआ था.
उसने लिखा था- मैं तुम्हारी बात से सहमत हूँ और हम दोनों को ये ट्राई करना चाहिए.
मैंने उसको ‘आइ लव यू …’ का मैसेज भेजा, तो उसने भी ‘आइ लव यू टू …’ लिख भेजा.

ऐसे ही हम फिर से मिलने लगे और रोज़ कॉल्स और व्हाट्सैप पर बातें करने लगे.

एक दिन उसका बैंक में इंटरव्यू था और मैं उसको साथ लेकर गया था.
उसके इंटरव्यू तक मैं वहीं रहा और जब इंटरव्यू खत्म हुआ तो हमने साथ में खाना खाया.

उसकी जॉब लग गई थी और अब हमारी बातें बहुत कम होने लगी थीं.

उसका काम के चलते समय निकालना बहुत मुश्किल हो गया था.
मैं भी अपनी जॉब में बिज़ी था.

फिर वैलेंटाइन डे के अगले दिन हम दोनों ने मिलने का तय किया.

वो, मैं और हमारे कुछ कॉमन फ्रेंड्स, पंजाबी बाग़ में एक क्लब में गए.
वहां हम सभी ने हुक्का, ड्रिंक्स, डांस सब किया.

सोनिया तो पीकर पूरी टल्ली हो गयी थी, पर वो खुश थी.
मुझे डांस करना ज़्यादा नहीं आता मगर वो बड़ी माहिर थी.

अचानक से वो मेरे पास आई और मेरा हाथ पकड़ कर मुझे डांस फ्लोर पर ले गयी.

उसने अपने दोनों हाथ मेरी गर्दन में डाल दिए और मेरे हाथों को अपनी कमर पर रख कर नाचने का इशारा किया.

हम दोनों डांस करने लगे.

सोनिया ने उस दिन काले कलर की मिनी-स्कर्ट और सफ़ेद शर्ट पहनी थी.
उसको देख कर मेरे लंड का वैसे ही बुरा हाल हो रहा था.

डांस के दौरान ही उसने पलट कर मेरे साथ डांस करना शुरू कर दिया.
इस पोजीशन में मेरा लंड उसकी गांड पर रगड़ मार रहा था और मैं समझ रहा था कि उसको भी मेरा कड़क लंड अपनी गांड में रगड़ता हुआ महसूस हो गया था.
क्योंकि उसी दौरान उसने मुझे पलट कर भी देखा और मुस्कुरा कर एक बार अपनी गांड को मेरे लंड पर रगड़ दिया.

वो फिर से एंजाय करने लगी.

उसने कुछ पल बाद अपनी गांड को मेरी तरफ धक्का दिया, जिससे मेरा लंड उछाल मारने लगा.
वो लंड से मस्ती कर रही थी.
मेरा लंड हद से ज्यादा हार्ड होने लगा था.

फिर अचानक से वो पलटी और उसने मेरे लंड पर हाथ रख दिया.
उसने लंड पर हाथ रखा तो मेरा लंड तो बाहर आने के लिए पागल हो गया.

उसके बाद उसने कहा- मुझे लगता है कि तुम्हारा ये कुछ ज्यादा ही मस्ती कर रहा है.
मैंने बोला- हां यार, ये काफी गर्मा गया है.

फिर उसने बोला- चलो मुझे भी आज इसके साथ मस्ती करनी है.
उसने सभी दोस्तों से बोला- मुझे कुछ काम आ गया है और इसे मेरे साथ अभी जाना पड़ेगा. आप लोग एन्जॉय करें.

फिर हम दोनों वहां से बाहर निकल कर अपनी कार लेने बेसमेंट में चले गए.

बेसमेंट में जाने के लिए हमने लिफ्ट का प्रयोग किया.
सोनिया को शराब का नशा इतना ज्यादा चढ़ गया था कि उसने लिफ्ट का दरवाजा बंद होते ही मुझे किस करना चालू कर दिया.
मैंने भी उसका साथ दिया.

मेरा एक हाथ उसकी गांड को प्रेस कर रहा था तो दूसरा उसके गाल और मम्मों को मसल रहा था.
वहीं उसका हाथ मेरे लंड को सहला रहा था.

तभी एकदम से लिफ्ट रुक गई और गेट खुल गया तो हम दोनों को होश आ गया कि हम बेसमेंट में आ गए.

अब मैं उसे अपनी बांहों का सहारा दिए हुए अपनी कार की तरफ आ गया.

कार में बैठते ही मैंने उससे पूछा- मैं ओयो बुक कर दूँ क्या?
उसने बोला- मां चुदाए ओयो … मुझे तो अभी यहीं कार में मजा लेना है.

उसके मुँह से गाली सुनकर मैं हंस पड़ा और उसकी तरफ मुँह बढ़ा दिया.

हम दोनों कार में ही शुरू हो गए.
मैं किस करने लगा. वो भी मेरे मुँह में अपनी जीभ डाल कर मस्ती करने लगी थी.

थोड़ी देर में हमारी जीभें आपस में बातें कर रही थीं और हम दोनों एक दूसरे की लार चाटते हुए मजा कर रहे थे.

इसी के साथ में ही मेरे हाथ कभी उसका एक बूब दबाता, तो कभी दूसरा!

मैं मस्ती से उसके दोनों मम्मे दबा रहा था.
उसने भी अपने हाथों की मदद से मेरी जींस की ज़िप खोल दी और मेरा लंड बाहर निकाल दिया.

अब वो पागल की तरह मेरे लंड को ऊपर-नीचे कर रही थी.

हम दोनों ने किस रोक कर एक दूसरे को देखा और वासना से भरी हुई आंखों से आगे बढ़ने का तय किया.
अब तक लगभग दस मिनट हो गए थे.

मैं उसे कोई इशारा करता, उससे पहले ही उसने बिना कुछ कहे मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया.
वो मेरे लंड को मज़े से चूस रही थी, बिल्कुल भूखी शेरनी की तरह.

मैंने भी उसके बालों को पकड़ लिया और उसे अपने लंड का मजा देने लगा.
लंड को चूसते चूसते वो अपना मुँह ऊपर करके मुझे देखती और आंख दबा कर मुझे गर्म करने लगती.

आह यार क्या बताऊं … कैसा मस्त लग रहा था.

वो मेरे लंड को और जोर से चूसने लगी. या यूं कहूँ कि वो मुझे डीप थ्रोट देने लगी थी.

मैंने दूसरे हाथ से उसके शर्ट के ऊपर के दो बटन खोल दिए और अन्दर हाथ डाल कर उसके मम्मों को दबाने लगा.

उसके निपल्स बहुत हार्ड हो गए थे, मैं उन्हें अपनी उंगलियों में भर कर मींजने लगा था.

इतने में मुझे लगा कि मैं अब झड़ने वाला हूँ, तो मैंने उसे चेताया- बेबी, मेरा आने वाला है.
उसने रुक कर लंड को जोर-जोर से अपनी जीभ पर मारना चालू किया और फिर से चूसने लगी.

मैं समझ गया कि वो चाहती है कि मैं उसके मुँह में ही झड़ जाऊं.
अब मैंने उसके सिर को पकड़ा और जोर-जोर से लंड को ऊपर-नीचे करने लगा और अगले ही पल मैं झड़ गया.

मेरे मुँह से एक तेज़ आवाज़ निकली.
वो खुशी खुशी मेरा पानी पीने लगी और पूरा माल निगल गई.

थोड़ा माल उसके गालों पर भी लग गया था जिसे उसने अपनी उंगलियों से उठा कर अपने मुँह में लेकर खा लिया.

मैं देख रहा था कि साली पूरी रांड हो गई थी.

फिर मैंने उसकी शर्ट उतार दी.
वो अब मेरे सामने ब्लैक ब्रा में थी.
मैंने अपने हाथों से उसकी ब्रा की पट्टियों को नीचे सरकाया और ब्रा को कमर तक कर दिया.

अनावृत हो चुके उसके चूचे बड़े ही शानदार थे.
मैं उसके मम्मों को अपने दोनों हाथों से दबाने लगा.

उसके मम्मों का साइज़ 34डी था.

फिर मैं उसकी गर्दन, तो कभी उसकी चूचियों की घाटी में किस करने लगा.
साथ ही मैं उसके मम्मों दबा कर मजा ले रहा था.

फिर तभी एकदम से उसके फोन की घंटी बजी.

पहले तो उसने बिना देखे ही फोन कट कर दिया, पर फिर से कॉल आई. तो उसने फोन देखा.
उसकी मॉम की कॉल थी.

हम दोनों अलग हुए और उसने जोर से सांस लेकर फोन उठाया.

उसकी मॉम ने उससे पूछा कि वो कब तक आएगी क्योंकि उसके पापा गुस्सा कर रहे थे.
वो बोली- हां मॉम, मैं पार्टी से निकल आयी हूँ. बस आती ही हूँ.

अब हम दोनों को जल्दी थी और उसकी चूत भी एकदम गीली हो चुकी थी.

मैं उसकी चुत में अपनी दो उंगली डाल कर आगे पीछे करने लगा.
वो सिसकारी भरने लगी, उसकी आवाज़ आने लगी.

सोनिया- आह चोद दो अब चोद दो मुझे … आंह फाड़ डालो मेरी … आह और जोर से करो.

तभी अचानक वो झटके लेने लगी और मुझसे जोर से चिपक गयी.
उसने मुझे दोनों हाथों से मुझे भींच लिया.
मैं समझ गया कि वो झड़ चुकी है … और आज इससे ज़्यादा कुछ नहीं होगा.

कुछ देर बाद हम दोनों अलग हुए और बाहर निकलने का कहा.
बाहर निकलने से पहले उसने अपने कपड़े और अपने बाल ठीक किए.

मैंने कार स्टार्ट कर दी.
रास्ते में उसने अपने बैग से मेकअप का सामान निकाला और अपना हुलिया ठीक कर लिया.

फिर मैंने उसको उसके घर के बाहर ड्रॉप कर दिया.

जब मैं उसे उसके घर के पास कार से छोड़ रहा था तब उसकी मॉम ने बालकनी से उसको कार से बाहर निकलते हुए देख लिया.

मेरी तो गांड ही फट गई पर मैंने उसको कुछ नहीं बताया, बस उसको वहीं उतार कर वापस आ गया.

मैं उसका वो सीन याद कर करके बहुत गर्म हो रहा था.
उधर से मैं सीधा अपने घर आ गया.

घर पर कामवाली ने दरवाजा खोला.
मैं और कामवाली लीशा पहले भी कई बार चुदाई कर चुके थे और अब भी लगातार चुदाई करते है.

मैं उससे कहा- जल्दी से मेरे कमरे में आ जा, अभी सहन नहीं हो रहा.
लीशा बोली- अभी मम्मी जी जाग रही हैं और दीदी भी पढ़ाई कर रही हैं, अभी कैसे आ सकती हूँ.

मैंने वहां देखा तो आस पास कोई नहीं था. मैंने वहीं उसको सीने से लगा लिया और उसके बूब दबा दिए.

वो हट कहकर शर्मा गयी और वहां से भाग गयी.

दोस्तो, मेरा लंड जबरदस्त खड़ा था और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करूं. KLPD हो गया था.

मैं अपने कमरे में गया और बाथरूम में घुस गया.
मैंने सारे कपड़े निकाल दिए. लंड हाथ में लेकर शॉवर चालू कर दिया.

दोस्तो, उस दिन मुठ मारने में वो मज़ा आया कि क्या बताऊं. मगर ये खड़े लंड पर धोखा हुआ था.

आप मुझे मेल जरूर करें और बताईएगा कि KLPD स्टोरी कैसी लगी.
[email protected]

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