मेरे बॉस की बेटी की अन्तर्वासना

(Rich Hot Girl Xxx Story)

रिच हॉट गर्ल Xxx स्टोरी मेरे बॉस की बेटी की है. वो मुझे उनके घर की पार्टी में मिली थी. वो गजब माल थी तो मैं उसे देख रहा था. जब उसने मुझे देखा तो …

दोस्तो, मेरा नाम आर्यन है. मैं दिल्ली में रहता हूँ.
अभी मेरी उम्र 34 साल है. मेरी हाइट 5 फुट 8 इंच है.

मैं आज जो रिच हॉट गर्ल Xxx स्टोरी आपको सुनाने जा रहा हूँ, ये मेरे कॉलेज टाइम की है.

मैं देखने में एक गुड लुकिंग लड़का हूँ, जिस समय की ये कहानी है … उस समय मेरी बहुत सी गर्लफ्रेंड्स थीं.

मैं कॉलेज से बी.कॉम. की पढ़ाई कर रहा था. पढ़ाई के साथ साथ मैं एक ऑफिस में पार्ट टाइम जॉब भी कर रहा था.
मैंने अपने काम से बहुत ही जल्दी एक अच्छी इमेज बना ली थी.

मेरे बॉस मेरे काम से बहुत इम्प्रेस हो गए थे.
कुछ ही दिनों में ही मैं उनके खास लोगों में शामिल हो गया था.

कुछ दिन बाद मेरे ओनर की शादी की सालगिरह थी. उस दिन ऑफिस जल्दी क्लोज करके हम सबको उनके घर पार्टी में बुलाया गया था.

दोस्तो ये जॉब मैं सिर्फ टाइमपास करने के लिए कर रहा था. मैं एक बहुत ही अच्छी फैमिली से हूँ.

शाम को ऑफिस से पहले मैं घर आया, मुझे रेडी होकर बॉस के घर पार्टी में जाना था.
पर न जाने क्यों मेरा जाने का मन नहीं था.

फिर यही सोच कर कि वो मुझे इतना मानते हैं. मेरे न जाने से मेरी इमेज खराब हो जाएगी, मैं चला गया.

बॉस के यहाँ बहुत शानदार पार्टी चल रही थी.
मैं उधर किसी को ज्यादा जानता नहीं था तो मैं कुछ स्नैक्स लेकर एक किनारे खड़ा हो गया.

मैंने देखा कि वहां मेरे ओनर के फैमिली वाले डांस कर रहे थे.
मैं उनकी फैमिली में अब तक सिर्फ उनके बेटे से मिला था, इसके अलावा और किसी को पहचानता ही नहीं था.

तभी मेरी नजर वहां पर डांस कर रही एक लड़की पर पड़ी.
क्या बला की खूबसूरत कांटा माल थी, गजब का फिगर था.

मैं तो उसे देखता ही रह गया.
मुझे मेरा पार्टी में आना सफल सा लगने लगा.

डांस के दौरान उस लड़की ने मुझे देखा और हम दोनों की आंखें मिल गईं.

मैंने उसकी तरफ देख कर एक स्माइल पास कर दी.
वो भी मुस्कुरा दी.

थोड़ी देर बाद अचानक वो लड़की गायब हो गई.
मेरी नजरें अब उसे ही ढूंढ रही थीं पर वो मुझे कहीं नजर ही नहीं आ रही थी.

मैं थोड़ा उदास सा हो गया.

तभी अचानक मेरे कानों में किसी की आवाज सुनाई दी- हैलो!
यह वही लड़की थी जिसे मेरी निगाहें ढूंढ रही थीं.

मैं उसे देख कर एकदम शॉक रह गया.

उसने फिर से कहा- हैलो.
अब मैंने उसे रिप्लाय दिया- या हैलो.

उसने पूछा- आपको मैंने आपको पहचाना नहीं?
मैं अपने ओनर की तरफ इशारा करके बोला- दरअसल मैं उन साहब के यहां सुपरवाईजर का काम करता हूं.

उसने कहा- ओके तो तुम ही आर्यन हो!
मैं अपना नाम सुनकर फिर से हैरान था कि उसे मेरा नाम कैसे पता.

मैंने उससे पूछा- तुम मुझे कैसे जानती हो?
उसने एक कातिल सी स्माइल दी और बिना कुछ बोले वहां से चली गई.

उसके बाद वो मुझे दिखाई नहीं दी.
मैं भी पार्टी से जल्दी घर आ गया.

अगले दिन मैं ऑफिस में कुछ काम कर रहा था तो देखा 2-3 लड़कियां ऑफिस में आईं. जिनमें से एक वही लड़की थी जो कल रात पार्टी में मिली थी.

उसे देखते ही अचानक मेरे मुँह से निकल गया- हाय!

तभी मेरे ओनर के बेटे जिनका नाम नवीन था, उन्होंने कहा- क्या तुम एक दूसरे को जानते हो?
मैंने कहा- नहीं, कल रात पार्टी में मिले थे.

नवीन ने कहा- ओके आर्यन इनसे मिलो, ये मेरी सिस्टर संजना हैं. हमारा ये बिजनेस संजना इंटरप्राइजेज, इसी के नाम पर है.

अब मुझे समझ आया कि इसे मेरा नाम कैसे पता था.
हम दोनों ने एक दूसरे को देख कर स्माइल दी.

फिर वो लोग चले गए.

कुछ दिन ऐसे ही बीत गए.

मेरी गर्लफ्रेंड कहीं बाहर गई थी. वो मुझे अक्सर देर रात को फ़ोन करती थी.
मैं ऑफिस से आकर ज्यादा थक जाता था, तो पता नहीं, कब मेरी नींद लग जाती थी.

उस दिन भी मैं ऑफिस से आकर सो गया था.

देर रात को मेरा फ़ोन बजा, मैंने बिना स्क्रीन देखे, फ़ोन उठाया और कान में लगा कर बोला- हां जान.

मैं अपनी गर्लफ्रेंड को जान कह कर बुलाता था.
फोन में से आवाज आई- कौन जान!

मैं- जान, प्लीज मजाक मत कर मेरा बच्चा … बहुत नींद आ रही है यार!

फोन से फिर आवाज आई- एक बार नंबर चैक करो, फिर बात करो.

मैंने नंबर चैक किया तो मेरी गांड फट गई.
इतनी रात में ये मेरी गर्लफ्रेंड नहीं थी, कोई अनजान नम्बर था.

मैं किससे ऐसे बात कर रहा था. मेरी तो जैसे नींद ही उड़ गई थी.

फिर मैंने पूछा- आप कौन हैं?
वहां से रिप्लाई आया- पहले ये बताओ कि ये जान कौन है?

मैंने फिर से पूछा- ओके बता दूंगा, पर आप कौन हैं?
उधर से एक मीठी आवाज आई- संजना.

मुझे झटका सा लगा कि इतनी रात में इसका फ़ोन ऐसे कैसे आ गया.

मैंने उससे पूछा- आपको मेरा नम्बर किसने दिया?
उसने कहा- मैंने भईया के मोबाइल से आपका नंबर लिया है. मेरा आपसे बात करने का मन हो रहा था, पर आप तो किसी जान का इन्तजार कर रहे थे. आपको डिस्टर्ब करने के लिए सॉरी.

मैंने जल्दी से कहा- नहीं ऐसी कोई बात नहीं है.
मगर तब तक फ़ोन कट गया था.

मैंने दुबारा फोन लगाया तो उसने फोन उठाया और कहा- अब बाद में बात करती हूँ.
मैंने ओके कहा और फोन काट दिया.

इसके बाद मुझे रात भर नींद नहीं आई.
मैं सोचता रहा कि ये सब चल क्या रहा है.

अगले दिन मैं ऑफिस में था कि तभी संजना वहां आ गई.
उसका भाई नवीन और मैं कुछ काम को लेकर डिसकस कर रहे थे.

उसने नवीन से कहा- मुझे घर ड्रॉप कर दो.
नवीन बोला- संजू मैं थोड़ा बिजी हूं … तुम्हें आर्यन ड्राप कर देगा.

ये कहते हुए नवीन ने कार की चाभी मुझे दे दी.

मैं संजना को लेकर उसके घर जाने के लिए निकला.

उसने कार में बैठते ही कहा- लांग रूट लेना … घर जाने के लिए!
मैंने वैसा ही किया.

चूंकि वो मेरी ओनर थी, उसकी बात तो माननी ही थी.

रास्ते में उसने मुझसे फिर पूछा- ये जान कौन है?
मैं- मेरी गर्लफ्रेंड को मैं जान कह कर बुलाता हूँ.

संजना- जब तुमने जान कहा न … तो तुम्हारी आवाज में इतनी कशिश थी कि मुझे तुमसे प्यार हो गया है.
मैंने अचानक गाड़ी रोक कर उसकी तरफ देखा, वो मेरे गले लग गई और हमारे बीच पहला किस हो गया.
यह पहला किस 5-7 मिनट तक चला.

मैंने उससे कहा- सॉरी मैंने आपको हर्ट किया.
वो बोली- किस करने को हर्ट करना कहते हैं … ये मुझे आज ही मालूम चला.

मैंने कहा- किस के लिए नहीं कह रहा हूँ … वो आपको गर्लफ्रेंड की बात कह कर हर्ट किया, उसके लिए सॉरी बोला है.
वो मुस्कुरा दी.

उसने मुझसे अगला सवाल पूछा- क्या तुम प्यार मुहब्बत में भरोसा करते हो?
मैंने उसकी तरफ देखा और कहा- मैं उसमें घर का खाना … और बाहर खाना जैसा फर्क ही समझता हूँ.

वो बोली- तो मैं क्या हूँ?
मैंने कहा- पनीर टिक्का.

वो मेरे जवाब से बहुत जोर से हंसी और मेरे गले लग गई.
मैंने कहा- एक प्लेट पनीर टिक्का मिलेगा?

वो बोली- पूरा डिनर मिलेगा मेरी जान … बस मौका मिलने दो.
मैंने कहा- भूख तो अभी लगी है.

वो बोली- अभी घर का खाना खा लेना.
मैंने कहा- आजकल घर का खाना लाल रंग से रंगा पड़ा है.

वो फिर से हंस पड़ी और बोली- ये तो बड़ी मुसीबत है … तेरी गर्ल फ्रेंड की दुकान बंद है और मुझे अभी मौक़ा नहीं मिल रहा है.
मैंने कहा- ओके पनीर टिक्का न मिल सकता हो तो खाली प्लेट ही चाटने को मिल जाए!

वो समझ गई और बोली- किसी सुनसान जगह पर चल कर कार लगाओ.
मैंने कहा- क्या मिलेगा?

वो इठला कर बोली- दूध पीने का मन है?
मैंने कहा- मैं तो जितनी देर में दूध पियूंगा, उतनी देर में तो पूरी थाली खा जाऊंगा.

वो बोली- इतनी जल्दी में ये सब ठीक नहीं है. जरा सब्र रखना भी सीखो. सब्र का फल मीठा होता है.
मैंने कहा- ओके.

अभी मैं कार एक किनारे लगा कर कुछ करने ही वाला था कि उतनी देर में संजना के भाई का फोन आ गया.

उसने मुझे कार जल्दी वापस लाने को कहा था, उसे किसी जरूरी काम से बैंक जाना था.

मैंने संजना की तरफ देखा.
वो आंख दबा कर बोली- हो गया केएलपीडी!

मैं हंस दिया और उसे चूम कर मैंने गाड़ी को उसके घर की तरफ मोड़ दिया.

घर आते ही वो कार से उतर कर घर चली गई.

अगली सुबह संजना का फोन आया- आज घर पर कोई नहीं है, ऑफिस ओपन होते ही भईया से कोई बहाना करके घर आ जाना, मुझे तुमसे मिलना है.

मेरी तो मानो लॉटरी लग गई थी.

सब कुछ अपने आप ही हो रहा था.
वो टाइम भी आ गया.

चूंकि मैं काम में बहुत सिन्सियर था.
मैंने नवीन से कहा- मुझे मां को लेकर हॉस्पिटल जाना है.
नवीन ने तुरंत कह दिया- ओके आराम से जा.

मैं कंडोम और चॉकलेट लेकर सीधे संजना के घर आ पहुंचा.
मैंने फोन किया तो उसने दरवाजा खोल दिया.

मैं अन्दर आ गया.

उसने मुझे गले से लगा लिया. हम दोनों ऐसे ही लिपटे खड़े थे.

मैंने धीरे से उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
अब हम सब कुछ भूलकर एक दूसरे में खोए हुए थे.

थोड़ी देर बाद वो मुझे अपने बेडरूम में ले गई.

मैंने बिना टाइम गंवाए उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसने भी मुझे पूरा नंगा कर दिया. हम दोनों नंगे एक दूसरे के सामने थे.

उसने मेरा लंड सहलाते हुए पूछा- यू लाइक सकिंग!
मैंने यस कह दिया.

अगले ही पल हम दोनों ने 69 की पोजीशन ले ली.
मैं उसकी चूत पर टूट पड़ा और वो भी मेरे लंड को बहुत अच्छे से चूस रही थी.

लगभग 15 मिनट के बाद संजना बोलने लगी- प्लीज आर्यन … मेरी चूत में लंड डाल दो … अब मुझसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हो रहा है.

बर्दाश्त तो मुझसे भी नहीं हो रहा था, बहुत दिनों बाद चूत जो मिली थी.

मैंने भी बिना देर किए उसकी टांगें फ़ैला दीं और लंड को उसकी चूत पर रख कर अन्दर डालना शुरू कर दिया.

उसे थोड़ी तकलीफ हुई पर मैं क़ामयाब हो गया.
लंड चुत के अन्दर डाल कर मैंने धीरे धीरे धक्के लगाना शुरू कर दिया.

मैं संजना की चुत चुदाई के साथ उसके मम्मों को भी चूस रहा था. बहुत ही प्यारे बबले थे उसके!

वो जोर जोर से बोले जा रही थी- ओह्ह आर्यन मैं कब से प्यासी हूँ … आंह चोद डालो मेरी इस चूत को.

मैं उसे चोदता रहा, फिर मैंने उसे घोड़ी बना कर भी चूत चोदी.

लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया और हम दोनों ऐसे ही चूत में लंड डाले सो गए.

ये रिच हॉट गर्ल Xxx स्टोरी संजना के साथ मेरी पहली चुदाई की कहानी थी.
इसके आगे और भी मस्त सेक्स कहानी है.
जल्दी ही मैं आगे की सेक्स कहानी लेकर हाजिर होऊंगा.

आप लोगों के मेल का इंतजार रहेगा.
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