पार्ट टाइम वेश्या बन कर पैसे कमाए- 1

(Sex For Job Kahani)

रत्न दत्त 2024-03-12 Comments

सेक्स फॉर जॉब कहानी में पढ़ें कि कैसे एक कमसिन लड़की मजदूरी पाने के लिए ठेकेदार का बिस्तर गर्म करने लगी. उसका पति उसे मजा नहीं देता था तो उसे ठेकेदार के साथ मजा आने लगा.

मेरे मित्र की पत्नी एक एन जी ओ में काम करती है.
एनजीओ का काम खेत और कंस्ट्रक्शन में रोज के हिसाब से मजदूरी करने वाली महिलाओं को परिवार नियोजन के बारे में बताना है.
उन्हें यौन और अन्य बीमारियों से कैसे बचना चाहिए, शरीर की साफ़ सफाई किस तरह से की जाना चाहिए आदि के बारे में बताने का कार्य होता है.

मेरे मित्र की पत्नी को महिलाएं दीदी कहती हैं.

मित्र ने मेरी लिखी सेक्स कहानियां पढ़ी हैं.
मैंने मित्र से कहा- मुझे रोज के हिसाब से मजदूरी करने वाली महिलाओं के सेक्स जीवन के बारे में कुछ नहीं पता है.

मित्र बोला कि उसकी पत्नी ने बताया है कि इन महिलाओं का सेक्स जीवन उन्मुक्त होता है. ठेकेदार जो उनका काम दिलाते है, उन्हें अपने पास सेक्स के लिए बुलाते हैं. यह बात उन महिलाओं के पतियों को भी मालूम होता है.
ज्यादातर महिलाएं ठेकेदार के साथ सेक्स का आनन्द लेती हैं. वे कहती हैं कि जब ठेकेदार के पास जाना ही है तो उसका आनन्द लो.

मित्र ने उदाहरण के लिए एक महिला कमली के बारे में बताया.
वह पार्ट टाइम वेश्या का भी काम करती थी.
उसकी कुछ सहेलियां भी पार्ट टाइम वेश्या का काम करती हैं.

यह सेक्स फॉर जॉब कहानी इसी कमली की है.

मैं मित्र के साथ कमली से मिला.
हमने साथ बैठ कर शराब पी, खाना खाया.

इधर मैंने उनका नाम बदल दिया है.

उसी दौरान कमली ने अपनी पूरी कहानी बताई.

कमली के माता पिता रोज के हिसाब से मजदूरी करते थे.
बड़ी होकर कमली भी उनके साथ काम पर जाती.

कम उम्र में कमली की शादी उसी गांव के वसंत से हो गई थी.
वसंत भी मजदूरी करता था. कमली उसके साथ काम पर जाती थी. दोनों का गुजारा चल रहा था.

उन्हीं दिनों कमली की मुलाकात एनजीओ की दीदी से हुई थी.

जब काम नहीं मिलता, तब बचे पैसे भी घर खर्च में ख़त्म हो जाते.
वसंत रात को शराब पीता.
वह गांडू भी था; ठेकेदार से गांड मरवा लेता.

वसंत कंडोम लगाकर कमली से सम्भोग करता, कंडोम एनजीओ से फ्री में मिलता था.

कमली सुन्दर थी, धूप में काम करने से रंग सांवला हो गया था.
उसका शरीर गठा हुआ था, तने हुए चूचे थे.

ठेकेदार की नज़र कमली पर पड़ी.
उसने कमली से कहा कि कल रात 8 बजे आ जाना.

कमली ने सेक्स फॉर जॉब की यह बात अपनी माँ को बताई.

माँ ने कहा- यदि तू ठेकेदार के पास नहीं गयी, तो ठेकेदार उसको और वसंत की काम नहीं देगा. तुम अपने साथ में कंडोम ले जाना. पुलिस में जाने की गलती मत करना, कोई गवाही नहीं देगा.

कमली की सहेली मालती ने भी उससे कहा कि वह भी ठेकेदार और उसके मित्रों के साथ सम्भोग करती है. जब वे बुलाते हैं, तो उसे जाना पड़ता है. जब जाना ही है, तो वहां जाकर सम्भोग का आनन्द लो. वह चूत की तरफ इशारा करके बोली कि यह तो चमड़े की चीज है, चुदवाने से घिस नहीं जाएगी.

पति वसंत बोला- हां कमली, तुम जाओ. मज़बूरी है. मैं भी तो उनके पास गांड मरवाने जाता हूँ. मुझे अब मजा आने लगा है.

एनजीओ की दीदी ने कमली को बताया था कि झांटें और कांखों के बाल साफ करना चाहिए, जिससे पसीना जमा होने से त्वचा की बीमारी न हो.
कमली अपने उन दोनों जगह के बाल नियमित रूप से साफ करती थी.

उसने ठेकेदार के पास जाने के दिन अच्छे से अपनी चूत और काँख के बालों को साफ किया.
नहाकर साफ़ साड़ी ब्लाउज पहना.

रात 8 बजे ठेकेदार के खेत में बने घर में पहुंची.
ठेकेदार उसका इन्तजार कर रहा था.

कमली के कमरे में घुसते ही उसने दरवाज़ा बंद कर दिया.
वह कमली को बाथरूम में ले गया, बाथरूम के नल कमोड के इस्तेमाल की विधि आदि समझाया.

फिर उसे एक साफ़ साड़ी देते हुए कहा- नहाकर सिर्फ यह साड़ी पहनकर बाहर आओ.
कमली ने इतना अच्छा बाथरूम पहली बार देखा था.

वह साबुन से नहाकर सिर्फ साड़ी पहनकर बाहर आ गयी.

ठेकेदार 40 साल का हट्टा-कट्टा मर्द था.
वह कमली को आगोश में लेकर चूमने लगा, उसके चूचे दबाने लगा.

ठेकेदार ने कमली की साड़ी उतार दी.
नंगी खड़ी कमली को कमरे की धीमी लाइट में ठेकेदार हसरत से देख रहा था.

कमली को शर्म आयी तो उसने अपने चूचे हाथों से ढक लिए.
ठेकेदार नंगा हो गया.

कमली ने देखा ठेकेदार का लंड उसके पति से थोड़ा बड़ा था पर इतना बड़ा भी नहीं कि चुदवाने में डर लगे.

ठेकेदार ने कमली को बिस्तर पर लिटा दिया.
कमली के हाथ चूचों से हटाकर वह दोनों चूचे बारी बारी से दबाने और चूसने लगा.

तब कमली उठ कर उसे अपने दूध पिलाने लगी और मजा लेने लगी.

ठेकेदार ने कमली को पुन: चित लिटा दिया और उसके पूरे बदन, जांघ, चूत को चूमा.
कमली उत्तेजना से सिसकारी लेने लगी. उसकी चूत गीली हो गयी. कमली ने अपने पांव फैला दिए.

इतनी अच्छी तरह उसके पति ने उसे सम्भोग के लिए कभी उत्तेजित नहीं किया था.
पति तो दारू पीकर आता और लंड पेल कर चुदाई शुरू कर देता.

ठेकेदार ने लंड पर कंडोम लगाया, जो उसके पास था.
कमली भी कंडोम लायी थी, मगर उसकी जरूरत नहीं पड़ी.

ठेकेदार कमली के ऊपर चढ़कर चुदाई करने लगा.
कमली कमर उठाकर साथ देने लगी.

काफी देर बाद कमली की चूत से रस का फ़व्वारा निकला, वह पस्त होकर लेट गयी.
इतना आनन्द उसे पहली बार मिला.
ठेकेदार भी कंडोम में झड़ गया.

कमली कपड़े पहनने लगी, ठेकेदार ने पूछा- कहां जा रही हो?
कमली- पेशाब करने!

ठेकेदार- अभी कपड़े मत पहनो, अभी तो शुरू किया है. नंगी ही जा कर आ जाओ.
कमली बाथरूम से नंगी वापस आ गयी.

ठेकेदार- चलो खाना खाते हैं. चिकन टिक्का खाओगी?

कमली खुश हो गयी.
उसने जिंदगी में एक बार ही चिकन टिक्का खाया था, जब वो माँ के साथ किसी की शादी में बर्तन मांजने गयी थी.

ठेकेदार ने दो ग्लास, पानी, व्हिस्की की बोतल निकाली.
कमली- मैं दारू नहीं पीती, गन्दी बास आती है.

ठेकेदार- यह व्हिस्की है, हाथ भट्टी की दारू नहीं है. इससे बास नहीं आएगी, बल्कि मजा आएगा.
उसने लिम्का मिलाकर व्हिस्की कमली को दी.

दोनों नंगे ही चिकन टिक्का के साथ व्हिस्की पीने लगे.
कमली को हल्का नशा आ गया.

खाने के बाद हाथ मुँह धोकर थोड़ी देर बात करने के बाद ठेकेदार बोला- एक बार फिर हो जाए?
कमली ने सर हिलाकर हां कहा.

वह कमली के होंठ चूमने लगा, चूचे दबाने लगा.
नशे में कमली को मजा आने लगा और वह भी गर्म हो गयी.

ठेकेदार बोला- अब मैं तुम्हारी गांड मारूंगा.
कमली- नहीं चूत मारो, गांड मारने से दर्द होता है. मेरी सहेलियों ने बताया है. मैंने कभी गांड नहीं मरवाई.
ठेकेदार- मैं धीरे से करूँगा, ज्यादा दर्द नहीं होगा. तुम्हें मजा आएगा.

उसने कमली को एक और पैग पिला दिया.
कमली को पेट के बल लिटाकर ठेकेदार कमली के कूल्हे चूमने लगा.

कमली ने देखा कि ठेकेदार ने उठकर पतली मोमबत्ती पर क्रीम. (के वाई जैल) लगायी.
ठेकेदार बोला- कमली गांड ढीली छोड़ो.

कमली ने गांड को ढीली छोड़ी तो ठेकेदार ने क्रीम लगी मोमबत्ती गांड में डाली, कमली को दर्द नहीं हुआ.

ठेकेदार मोमबत्ती अन्दर बाहर करने लगा, कमली को अच्छा लग रहा था.

ठेकेदार ने अपने लौड़े पर कंडोम पहना और उस पर क्रीम लगायी.

अब ठेकेदार धीरे धीरे अपना लंड कमली की गांड में डालने लगा.

कमली दर्द से हाथ पटककर बोली- आ आह … दर्द हो रहा है.
ठेकेदार पुचकार कर बोला- थोड़ा सह लो, गांड ढीली छोड़ो … पहले थोड़ा दर्द होगा फिर मजा आएगा.

इस तरह से ठेकेदार ने अपना पूरा लंड कमली की गांड में डाल दिया और वह कमली के ऊपर लेट गया.
अब वह कमली की गर्दन चूमने लगा और दूध दबाने लगा.

थोड़ी देर बाद कमली ने हाथ पटकना बंद कर दिया.
उसका दर्द कम हो गया था.

ठेकेदार धीरे धीरे गांड मारने लगा.
कमली को दर्द के साथ मजा आ रहा था, गांड में थोड़ी जलन हो रही थी.

ठेकेदार ने गांड मारने की गति बढ़ा दी.
वह थोड़ी देर पहले ही झड़ा था इसलिए वह देर तक चलने वाला था.

काफी देर गांड मारने के बाद ठेकेदार कंडोम में झड़ गया.

वह कमली के ऊपर से उतर गया.
कमली बाथरूम जाने के लिए खड़ी हुई, तो उसको चलने में मुश्किल हो रही थी.

किसी तरह बाथरूम से आकर वह बिस्तर पर लेट गयी.

कमली- मुझे चलने में तकलीफ हो रही है, कल मैं काम पर कैसे जाऊंगी?

ठेकेदार- तुम एक दिन आराम के बाद ठीक हो जाओगी. मैं तुम्हें तीन दिन की मजूरी के पैसे दूंगा. रात के 11 बज गए हैं, तुम यहीं सो जाओ. सुबह चली जाना.
कमली नशे में थी और वह नंगी ही सो गयी.

सुबह 5 बजे कमली की नींद खुली. ठेकेदार उसके शरीर पर हाथ फेर रहा था, उसका लंड खड़ा था.
ठेकेदार- मेरी एक बार और तुम्हारी चूत मारने की इच्छा है, पर कंडोम ख़त्म हो गया है.

कमली मूड में आ गयी.
उसने अपनी थैली से कंडोम निकालकर ठेकेदार को दिया.

ठेकेदार ने लंड पर कंडोम चढ़ाकर कहा- कमली बकरी की तरह चार हाथ पांव पर खड़ी हो जाओ.

कमली बकरी बन गई.
ठेकेदार पीछे से कमली की चूत चोदने लगा था, वह चुदाई के साथ ही कूल्हों पर चांटे भी मार रहा था.

इसमें कमली को नया मजा आ रहा था. वह अपनी कमर हिलाकर लंड और अन्दर लेने की कोशिश कर रही थी.

चुदाई के बाद दोनों साथ नहाये.
कमली इतनी अच्छी चुदाई से बहुत संतुष्ट और खुश थी.

ठेकेदार ने टेप से कमली के चूचों, कमर की नाप लिया.

कमली ने पूछा- नाप क्यों ले रहे हैं?
ठेकेदार- तुम्हारे लिए उपहार खरीदने.

कमली कुछ नहीं बोली और अपने कपड़े पहनकर घर चली गयी.
रास्ते में उसकी सहेली मालती मिल गयी.

मालती- कैसी रही ठेकेदार के साथ रात?
कमली- मजा आ गया, पहली बार पता चला कि असली चुदाई क्या होती है. सिर्फ गांड दुख रही है.

कमली एक दिन बाद ठीक होकर काम पर जाने लगी.

ठेकेदार को बड़ा ठेका मिला था, उसमें मजदूरी ज्यादा मिलती थी.
वह सारे मजदूरों को अपने ट्रक में बिठाकर ले जाता.

एक हफ्ते बाद जब सभी ट्रक में बैठ रहे थे तब उसने मालती और कमली से कहा कि तुम दोनों आज काम पर मत जाओ. दिन भर आराम करो और शाम को 6 बजे मेरे खेत के घर आ जाना. मालती, तुम कमली को तैयार करके ले आना.

यह कह कर ठेकेदार बाकी मजदूरों को लेकर चला गया.

मालती- कमली मैं इसके पहले एक और लड़की के साथ गयी हूँ. ठेकेदार हमें दूसरी जगह ले जाएगा. वहां कुछ मर्द होंगे, उनको खाना और शराब परोसना है, हमारी जम कर चुदाई होगी.

तब मालती कमली को अपने घर ले गयी, उसने कमली की झांटों और कांख के बालों की शेविंग की, फिर कमली से अपनी शेविंग कराई.

मालती ने कहा- खाना खाकर सो जाना, रात भर जागना है.

शाम 6 बजे मालती कमली को लेकर ठेकेदार के खेत के घर गयी.

ठेकेदार ने दोनों को झीनी साड़ी, ब्रा पैंटी, नकली गहने, बिंदी, लिपस्टिक देकर कहा- नहाकर तैयार हो जाओ.

दोनों ने सुंगधित साबुन से एक दूसरे को नहलाया.

कमली ने ब्रा पैंटी पहली बार पहनी थी, मालती ने उसे पहनना सिखाया.
मालती- कमली, इन्हीं कपड़ों को खरीदने के लिए ठेकेदार ने तेरे शरीर की माप ली थी.

कमली हल्की गुलाबी और मालती हल्की नीली साड़ी में गजब की लग रही थीं.
उन्होंने साया ब्लाउज नहीं पहना था, साड़ी के अन्दर ब्रा पैंटी दिख रही थी.

इसके बाद उन्होंने गहने पहने, मेकअप किया. फिर अपने आप को आइने में देख खुश हो गईं.

ठेकेदार दोनों को बंद जीप में बिठाकर जीप चलाने लगा.
मालती, कमली को बाहर का कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.

आगे की सेक्स फॉर जॉब कहानी अगले भाग में!
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सेक्स फॉर जॉब कहानी का अगला भाग: पार्ट टाइम वेश्या बन कर पैसे कमाए- 2

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