सीलपैक शिष्या की कुंवारी चुत चूसकर चोदी

(Sex With Cute Girlfriend)

सेक्स विद क्यूट गर्लफ्रेंड में मुझे बहुत मजा आया क्योंकि वो एकदम अनछुई कुंवारी लड़की थी. वो मेरी पुरानी स्टूडेंट थी. हमारे बीच ये सब कैसे हुआ?

प्रिय पाठको, यह सेक्स विद क्यूट गर्लफ्रेंड की मेरी सच्ची सेक्स कहानी है.
मैं रोहन (बदला हुआ नाम) उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं.

बात उन दिनों की है जब मैं एक प्राइवेट स्कूल में अध्यापन का कार्य कर रहा था. मैं वहां पर सोशल स्टडी पढ़ाता था.
ये बात आज से लगभग 5 साल पहले की है.

कहानी शुरू करने से पहले मैं अपने बारे में बता दूँ कि मैं इस समय सरकारी सेवा में हूं. मेरी हाइट सामान्य ही है, लेकिन दिखने में ठीक-ठाक हूं.

उस स्कूल में पढ़ाते हुए मुझे एक साल हो गया था लेकिन सभी स्टूडेंट मुझसे बात करने से डरते थे क्योंकि मैं काफी स्ट्रिक्ट टीचर था.

मेरा लास्ट पीरियड दसवीं कक्षा में होता था. इसके बाद का समय खेल में जाता था.

चूंकि बच्चे दूर से आते थे तो वो रोज 10 मिनट पहले ही निकल जाते थे.

इससे मुश्किल से मुझे 15 मिनट ही मिलते थे. इस बात से मुझे बड़ी गुस्सा आता था.

एक दिन गुस्से में आकर मैंने दो तीन स्टूडेंट्स की पिटाई कर दी.
अगले दिन मुझे मेरी क्लास सही सलामत मिली.

मुझे भी ये अहसास हुआ कि मैंने गलत ही पिटाई कर दी थी इसलिए मैंने उनसे सॉरी कहा और पूछ लिया कि किसी को ज्यादा तो नहीं लगी थी.

बस उस दिन से ही सब स्टूडेंट्स मुझसे काफी घुलते मिलते चले गए.

वैसे तो उस क्लास में कई सारी खूबसूरत लड़कियां भी थीं … लेकिन एक लड़की ऐसी भी थी जिससे मेरी बिल्कुल भी बात नहीं होती थी.
वो बला की खूबसूरत लौंडिया थी.

हालांकि उसे लेकर अभी तक मेरे दिमाग में ऐसा कोई विचार नहीं आया था कि इसकी तरफ कोई आकर्षण बने.

फिर 6 माह बाद ही मेरी सरकारी जॉब लग गयी.

मैं अपनी नई जॉब में खुश था.
स्कूल छोड़ने के लगभग एक महीने बाद मेरे व्हाट्सएप पर उसी खूबसूरत लड़की का मैसेज आया.

उसने मुझे मैसेज किया था, ये बात मेरे लिए एक अजूबा से कम नहीं थी.

आगे बढ़ने से पहले मैं आपको उसके बारे में बता देता हूँ.

उसका नाम सिमरन (बदला हुआ नाम) था. हाइट सामान्य थी लेकिन उसका रंग एकदम दूध के जैसा गोरा था.

उसके पतले से गुलाबी होंठ ऐसे लगते थे, मानो गुलाब की पंखुड़ियां हों. उसकी आंखें इतनी खूबसूरत थीं कि वो जिधर भी देख ले … समझो बिजली गिर जाए.

मैंने उसके मैसेज का जवाब दिया, तो उसके मैसेज मेरे पास रोज आने लगे.
मैं भी उसके मैसेज का जवाब देने लगा.

धीरे धीरे हम दोनों में बातें शुरू हो गईं.

बातें करते करते पता ही नहीं चला कि कब हम टीचर स्टूडेंट के रिश्ते से निकल कर गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड के रिश्ते में आ गए.

अब हम दोनों के बीच खुल कर सभी प्रकार की बातें होने लगी थीं.

इसी बीच उसने मेरे शहर में ही पढ़ने के लिए एड्मिशन ले लिया था.
वो अपने एक रिश्तेदार के घर रहकर पढ़ाई करती थी.

अब हम दोनों का एक दूसरे के बिना बिल्कुल मन नहीं लगता था और हम दोनों मिलने के लिए बहुत बेताब थे.

फिर उसी महीने में उसका बर्थडे आया.

मैंने उसे विश किया और पूछा- कितनी बड़ी हो गई हो?
उसने मुझसे कहा कि मैं अब पूरी जवान हो गई हूँ.

मैंने उसे उसके नवयौवना होने की बधाई दी.
वो बोली- बधाई मिल कर लूंगी.

मैंने ओके कह दिया.

अब हम दोनों ने मिलने का प्लान बना लिया.
मैं मौका और जगह देखने लगा.

वो मुझसे नितांत अकेले में किसी निजी स्थान पर मिलना चाहती थी.
उसका मन होटल आदि में मिलने का नहीं था.

मैंने उससे कहा- ठीक है सिमरन, मैं देखता हूँ.

फिर एक हफ्ते बाद मेरे घर कोई नहीं था तो मैंने उसे बता दिया.

वो घर से स्कूल न जाकर मेरे घर ही आ गयी.

उस दिन वो स्कूल ड्रेस में कयामत लग रही थी.

वो जैसे ही मेरे पास आयी, मैंने उसे अपनी बांहों में भर लिया और हम एक दूसरे को काफी देर तक किस करते रहे.

फिर हम अलग हुए और मैंने उसे चाय पानी के लिए पूछा तो उसने मना कर दिया.

हम दोनों सीधे बेडरूम में आ गए और फिर से एक दूसरे के मुँह में जीभ डाल कर किस करने लगे.

धीरे धीरे मैंने अपना एक हाथ उसकी मस्त चिकनी गांड पर रख दिया और बारी बारी से उसके दोनों चूतड़ों को सहलाने दबाने और मसलने लगा.
इससे वो गर्म होने लगी.

मैंने इसी बीच अपना दूसरा हाथ उसके मस्त नुकीले मम्मों पर रख दिया और उनको धीरे धीरे से सहलाने लगा.
इससे वो और गर्म हो गयी और सिसकारियां लेने लगी.

वो मुझे बेड पर खींचने लगी तो हम दोनों बेड पर आ गए.

मैंने उसके बदन से कपड़े निकालने शुरू कर दिए.
जब वो ब्रा पैंटी में मेरे सामने थी तो मैं एकदम अवाक रह गया.

पहली बार मैंने उसे इस तरह से नंगी देखा था. मैं उसे देखता ही रह गया.
वो भी मुझे लुभाने के लिए मादक अंगड़ाई लेने लगी.

मैंने कहा- मारने का इरादा लेकर आई हो क्या?
वो हंस पड़ी और उसने मेरे गले में बांहें डालकर अपनी तरफ खींच लिया.

उस समय उसका साइज 32-28-34 का था.

कुछ देर बाद मैंने उसकी ब्रा और पैंटी भी निकाल दी. उसकी छोटी सी सुर्ख गुलाबी चूत को देखकर मेरा लंड अकड़ गया और मेरे शार्ट में ही फुंफकारने लगा.
उसने ये देखकर अपने एक हाथ से मेरा लंड पकड़ लिया और ऊपर से ही उसे सहलाने लगी.

अब मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए और हम दोनों सीधे 69 की पोजीशन में आ गए.
मैं उसकी चूत को चाट रहा था और वो मेरे लंड को चूसने लगी थी.

वो मेरे लंड की विकरालता को देख कर डर भी रही थी.

शुरुआत में उसने लंड को जीभ से चाटा और कहने लगी कि ये बहुत बड़ा है.
मैंने मसखरी की- क्या तुमने अब तक इससे छोटा लिया है!

वो हंस पड़ी और बोली- अभी तो जवान हुई हूँ, इससे पहले कैसे किसी का ले सकती थी.
मैंने कहा- फिर तुमको कैसे मालूम है कि ये बड़ा है?

वो बोली- मुझे मालूम है.
मैंने कहा- किसका देखा है!

वो बोली- बस देखा है.
मैंने पूछा- बताओ न, किसका देखा है?

काफी देर तक उसे कुरेदने के बाद उसने बताया कि मैं जब अपने बगल वाली चाची के बेटे को मूतते हुए देखती हूँ न … तो उसका तो जरा सा दिखता है.
मैंने पूछा- उसकी उम्र क्या है?

वो बोली- अरे वो अभी बहुत छोटी क्लास में पढ़ता है.
मैं हंस पड़ा कि ये मेरे लंड से किसका लंड मिला रही है.

मैंने कहा- अबे यार वो नुन्नु होती है. उसे लंड बनने में अभी काफी समय लगेगा.
वो बोली- हां ये तो है.

वो मेरा लंड चूस रही थी. उसके मुँह में मेरा लंड बड़ा फंस फंस कर जा रहा था.
पहली बार किसी का लंड चूस रही थी तो उसे दिक्कत हो रही थी.

वो बोली- ये तो मेरे मुँह में जा ही नहीं रहा है.
मैंने कहा- जाने लगेगा … जीभ बाहर निकाल कर लंड अन्दर लो.

वो अपनी जीभ बाहर निकाल कर लंड अन्दर लेने लगी.
उसी समय मैंने भी जरा लंड को अन्दर धक्का दिया तो आधे से ज्यादा लंड उसके मुँह में चला गया.

कुछ देर की प्रैक्टिस के बाद वो मेरा लंड काफी अन्दर लेने लगी थी.

मैंने उससे पूछा- तुमको लंड का स्वाद कैसा लगा?
वो बोली- शुरू में तो जरा कसैला सा लगा, पर अब तो नमकीन लग रहा है.

मेरे लंड का कुछ प्रीकम उसके जीभ को नमकीन स्वाद देने लगा था.

मैंने पूछा- ज्यादा नमकीन चाहिए?
वो बोली- हां चाहिए.

मैंने उसके मुँह को चोदना शुरू कर दिया.

हम दोनों ही अब बात बंद करके सिर्फ लंड चुत चाटने चूसने का मजा ले रहे थे.

काफी देर तक ऐसे करते रहने पर उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और मैंने उसकी चुत का सारा रस चाट लिया.

फिर मैंने भी देर न करते हुए उसके मुँह में अपने लंड का पानी छोड़ दिया.
वो मेरे वीर्य को खा गई और बोली- बड़ा नमकीन और खट्टा सा रस था.

मैंने कहा- तुम्हें खाने में मजा आया?
वो हंस दी और उसने अपना सर हां में हिला दिया.

दोस्तो, आमतौर पर लड़कियां लंड चूसने से इंकार करती हैं. मगर सिमरन को लंड चूसने में इसलिए मजा आया था क्योंकि मैं अपने लंड को साफ़ रखता हूँ.
झांटों से लड़की को लंड चूसने में घिन आती है. उसमें पसीने की दुर्गन्ध भी आती है.
फिर लौड़े के टोपे को खोल कर उसके अन्दर जो पेशाब की गंध और कुछ सफ़ेद सा पदार्थ लग जाता है, उससे भी लड़कियों को बुरा सा लगता है.

जब आप किसी पोर्न फिल्म को देखते हैं तो उसमें लंड चुत दोनों ही एकदम साफ़ दिखाई देते हैं. जिस वजह से पोर्न ऐक्ट्रेस लंड चुत की चुसाई का खुल कर मजा लेते हैं.

तो सिमरन को मेरा साफ़ सुथरा लंड चूसने में मजा आ गया था.

मैंने अब उसकी कमर के नीचे एक तकिया लगा दिया था.
वो चुदने के लिए पूरी तरह से तैयार थी.

लेकिन जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रखा, वो पेलने के लिए मना करने लगी.

जब मैंने पूछा- क्या हुआ?
तो बोली- यार, आपका लंड बहुत मोटा है, ये मेरी फुद्दी में नहीं जा पाएगा.

मैंने उससे कहा- कुछ नहीं होगा, तुम चिंता मत करो. बस जैसे सुई लगवाते समय हल्का सा दर्द होता है, वैसे ही थोड़ा सा लगेगा. मगर उसके बाद तुम खुद इसको लेने के लिए बार बार कहोगी.

मेरे थोड़ी देर तक समझाने के बाद वो चुदाई के लिए मान गयी.

मैंने उसकी चूत के छेद पर लंड रखकर धीरे से दबाब डाला, तो लंड का सुपारा उसकी चूत में फंस गया और उसकी चीख निकल गई.

लेकिन मैंने उस पर जरा सा भी रहम न करते हुए एक जोर का झटका दे दिया और मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया.

वो चीखने चिल्लाने लगी, उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे.

मैं थोड़ी देर के लिए रुक गया और जैसे ही वो थोड़ा सा सामान्य हुई, मैंने पूरी ताकत से एक झटके में ही पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया.

वो दर्द से बिलबिला उठी और उसने मुझे इतनी जोर से जकड़ा कि उसके नाखून मेरी पीठ में घुस से गए.

वो रोने लगी और छोड़ देने के लिए बोली.

मैं फिर से रुक गया और जब वो सामान्य हुई तो मैंने अपने लंड को धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.

थोड़ी ही देर में वो मेरा साथ देने लगी और गांड उठा उठा कर चुदाई का मजा लेने लगी.

लगभग 15 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों एक साथ ढेर हो गए.

उस दिन मैंने एक बार सेक्स विद क्यूट गर्लफ्रेंड किया.
फिर मैंने उसको दर्द की और गर्भ रोकने की दवाई लाकर दी.
वो स्कूल की छुट्टी के टाइम चली गई.

उसके बाद हमारी बात कुछ दिन और हुई, उसे इस बीच मैंने कई बार चोदा.

फिर वो मुझसे अलग होकर अपने गांव चली गई.

उसके बाद से वो मुझे दोबारा कभी नहीं मिली.
मुझे आज भी उसकी सील पैक चुत की चुदाई याद आती है और मैं उससे दोबारा मिल कर चोदना चाहता हूँ.
मैं उसे आज भी उतना ही प्यार करता हूँ.

आपको मेरी सेक्स विद क्यूट गर्लफ्रेंड की कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मेल करें.
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