फेसबुक से मिली लड़की ने बच्चे के लिए सेक्स किया- 1

राज शर्मा 009 2022-12-28 Comments

प्रेगनेंसी सेक्स कहानी में पढ़ें कि एक लड़की ने मुझसे फेसबुक पर दोस्ती की और घर बुलाया. वहाँ उसकी सास भी थी. उसकी सास ने मुझसे क्या कहा?

नमस्कार दोस्तो, हिन्दी सेक्स कहानी की सबसे बड़ी साईट अंतर्वासना पर आपका स्वागत है.
मेरी पिछली कहानी
पहाड़न माल भाभी की चूत चुदाई होटल में
को पढ़कर आपको मजा आया, मुझे बेहद अच्छा लगा.

आज की प्रेगनेंसी सेक्स कहानी मेरी जिंदगी को बदलने वाली कहानी है.

दोस्तो, कुछ दिनों पहले फेसबुक पर एक लड़की, जिसका बदला हुआ नाम करिज़्मा है … उसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट आई.

मैंने स्वीकार कर ली.

फिर एक दिन उसका गुडमॉर्निंग का मैसेज आया.
ऐसे ही कुछ दिन गुड मॉर्निंग गुड नाइट का आदान-प्रदान चलता रहा.

एक दिन करिज़्मा ने अपनी एक फोटो भेजी.
वो करीब 25 साल की गोरी सुंदर शादीशुदा महिला थी.
मैंने जवाब में नाइस पिक लिख दिया.

फिर एक रात को करिज़्मा का मैसेज आया. उसने बताया कि वो करोल बाग में रहती है.
मैंने बताया कि मैं गुड़गांव में किराए के कमरे में रहता हूं.

उसने बताया कि उसके पति की सरकारी नौकरी है और घर में उसकी सास और वो दोनों ही रहते हैं.

उसकी शादी को 4 साल हो गए थे लेकिन कोई बच्चा नहीं हुआ था.

धीरे धीरे हमारे बीच मजाक की बातें होने लगीं और फिर हम दोनों रात में सेक्स की बातें करने लगे.
अब अक्सर रात को हमारे बीच सेक्स चैट होने लगी.

करिज़्मा ने मुझे अपने घर मिलने के लिए बुलाया.
पहले तो मुझे डर लगा लेकिन फिर मैं जाने को तैयार हो गया.

एक दिन दोपहर को एक बजे मैं उसके बताए पते के पास पहुंच गया.
वो मुझे लेने आ गई.
मैं उसके साथ उसके घर चला गया.

उसने एक अपार्टमेंट के बाहर अपनी स्कूटी रोक दी और लिफ्ट से हम दोनों उसके फ्लैट में पहुंच गए.
उसकी सास ने दरवाजा खोला और मुस्कुराती हुई बोलीं- राज, आ गए!

मैं चौंक गया क्योंकि मैं उन्हें जानता नहीं था.
फिर हम दोनों बैठ कर बातें करने लगे और करिज़्मा चाय नाश्ता लेकर आ गई.

उसकी सास एकदम खुले विचारों वाली शिक्षित महिला थी.
हमने एक दूसरे को अपना परिचय दिया.

करिज़्मा की सास बोलने लगीं- राज, करिज़्मा की शादी को 4 साल हो गए हैं. लेकिन बेचारी बच्चे के लिए परेशान है.
इन बाटों से करिज़्मा का चेहरा मायूस हो गया था.

मैंने कहा- आंटी जी करिज़्मा जी को अच्छे डॉक्टर को दिखाइए, ये जल्दी मां बन जाएगी.
इस पर करिज़्मा की सास बोलने लगीं- बेटा राज, सब जगह दिखवा लिया. जब कुछ नहीं हुआ, तभी तो तुम्हें बुलाया है.

मैंने कहा- मैं समझा नहीं?
वो बोली- मेरा बेटा बाप नहीं बन सकता और मैं जीते जी अपना पोता एक बार देखना चाहती हूं.

मैंने कहा- तो आंटी जी, मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूं?
वो बोली- बेटा, अगर तुम हमारी मदद करोगे तो मेरी बहू मां बन सकती है.

मैंने कहा- आजकल तो इलाज से भी करिज़्मा मां बन सकती है, फिर आप मुझसे क्यों बोल रही हैं?
इतने में करिज़्मा बोलने लगी- मुझे अधूरी मां नहीं बनना है. मैं पूरी मां बनना चाहती हूं. प्लीज़ राज बात को समझो.

वो मेरे पैरों पर आकर बैठ गई.
मैं एक अजीब से असमंजस में पड़ गया.

करिज़्मा बार बार ‘प्लीज़ राज मुझे मां बना दो …’ बोलने लगी.
उसकी सास भी बोलने लगीं- राज मान जाओ … मैं तुम्हारे पैर पड़ती हूं.

मैंने उनके हाथ पकड़ लिए और कहा- आंटी जी, अगर आपके बेटे को पता चला, तब जानती हैं क्या होगा?
वो बोलीं- कुछ नहीं होगा, करिज़्मा को फेसबुक पर अच्छा लड़का देखने के लिए मेरे बेटे ने ही कहा था.

मैं समझ गया कि मुझे इसके पति ने ही चुदाई के लिए, प्रेगनेंसी सेक्स के लिए अधिकृत किया है.
अब दोनों सास बहू मुझे लेकर करिज़्मा के बेडरूम में आ गईं.

करिज़्मा ने एक पीली साड़ी पहनी हुई थी और वो बहुत खूबसूरत लग रही थी.
उसकी सास ने उसकी साड़ी पेटीकोट ब्लाउज उतार दिया.

करिज़्मा काली ब्रा और पैंटी में मेरे सामने खड़ी थी.
उसकी सास ने करिज़्मा को मेरे पास खड़ा कर दिया और बोली- लो राज, मैं अपनी बहू तुम्हें सौंपती हूं.

वो दोनों को पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद देकर रूम से बाहर चली गईं.
उनके जाते ही करिज़्मा ने दरवाजा बंद कर लिया और हम दोनों बिस्तर पर आ गए.

मैंने करिज़्मा के होंठों को चूसना शुरू कर दिया और वो भी साथ देने लगी.
मैं ब्रा के ऊपर से उसकी गोल गोल चूचियों को दबाने लगा.

करिज़्मा की सिसकारियां निकलने लगीं और वो मचलने लगी.
मैंने उसकी ब्रा को खोल दिया और चूचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा.

वो ‘आहहह ऊई ऊह …’ करने लगी.
करिज़्मा को मैंने लिटा दिया और चूमने लगा वो छटपटाने लगी.

मैंने उसकी पैंटी को निकाल लिया और उसकी बिना बालों की चिकनी गुलाबी चूत को देखते ही खुश हो गया.

उसकी चूत गुलाबी की पंखुड़ियों की तरह थी.
मैंने उंगली लगाई तो वो ऊईईईई करके सिहर उठी.

उसकी चूत बिल्कुल चिपकी हुई थी.
उसने बताया कि 4 महीने से उसकी चूत में लंड नहीं गया है.

अब मैं मन ही मन खुश हो रहा था और मैंने अपने कपड़े उतार दिए.
मैंने जैसे ही करिज़्मा की चूत की फांकों को खोला, वो मादक आवाज में आहह करके छटपटाने लगी.

मैंने धीरे से अपनी जीभ चूत में लगा दी और चाटने लगा.
करिज़्मा मस्ती से ऊई ईई आह हहह करके मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी.

उसकी चूत एकदम मस्त नमकीन थी.
मैं चूत को चाटने लगा और साथ ही मैंने उसकी चूत के दाने को चूसना शुरू कर दिया.

करिज़्मा और ज्यादा ऊईईई ऊईईई करके अपने पैर पटकने लगी और मैं मज़े लेकर चूत का दाना चाटने लगा.

कुछ ही देर में करिज़्मा की चूत ने पानी छोड़ दिया.
मैंने उसकी चूत का नमकीन पानी चाट चाट कर साफ़ कर दिया.

करिज़्मा ने बताया कि उसके पति ने कभी ऐसा सेक्स नहीं किया और जबसे उसे पता चला वो बाप नहीं बन सकता, उसने सेक्स करना ही बंद कर दिया.
मैंने करिज़्मा से लंड चूसने को कहा.

वो बोली- राज, मैंने कभी नहीं किया.
मैंने कहा- देखो, मैंने भी तो किया है.
वो बोली- ठीक है.

मैंने लंड मुँह में डाल दिया और झटके लगाने लगा.
वो घू घू करके बाहर निकाल रही थी लेकिन मैं झटके मार मार कर लंड घुसाने लगा.

थोड़ी देर बाद लंड निकाल लिया और करिज़्मा को बिस्तर पर लिटा दिया.

अब मैं करिज़्मा के ऊपर आ गया और चूत में लंड रगड़ना शुरू कर दिया.
करिज़्मा बोलने लगी- राज, अब मुझे मां बना दो प्लीज़ अपना अन्दर डालो.

मैंने करिज़्मा की दोनों चूचियों को हाथों में लेकर जोर से धक्का लगाया.
मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.

करिज़्मा ‘ऊईईईई ऊईई मर गई मम्मी बचाओ मर गई बचाओ … निकाल लो बाहर आह बचाओ.’ चिल्लाने लगी.

मैंने अपने लंड को रोक दिया और उसकी चूचियों को चूसने और चूमने लगा.
करिज़्मा को कुछ आराम हुआ.

मैंने होंठों पर होंठ रख दिए और दोनों एक-दूसरे के होंठों को चूसने लगे.
मौक़ा देखकर मैंने फिर से जोर से धक्का लगाया. मेरा पूरा लंड सनसनाता हुआ अन्दर चला गया.

करिज़्मा फिर से छटपटाने लगी और पैर पटकने लगी.
मैंने धीरे धीरे झटके लगाना शुरू कर दिए.

करिज़्मा की आंखों से आंसू निकलने लगे.
मैंने अपनी चुदाई जारी रखी और तेजी से अन्दर बाहर अन्दर बाहर करके झटके लगाने शुरू कर दिए.
थोड़ी देर बाद चूत ने लंड से दोस्ती कर ली.

अब करिज़्मा आहहह आहह आह ह करके अपनी कमर उठाने लगी.
मैंने दोनों चूचियों को मसलते हुए तेज़ तेज़ झटके लगाने शुरू कर दिए.

मैं अपनी पूरी रफ्तार से सटा सट सटा सट अन्दर बाहर अन्दर बाहर करके उसे चोदने लगा.

करिज़्मा की टाइट चूत में मेरा लंड खलबली मचा रहा था और सिसकारियां पूरे कमरे में गूंजने लगी थीं.

करिज़्मा मस्ती से मेरे होंठों को चूसने लगी और आहहह आहह करके अपनी कमर उठा-उठा कर चुदाई में भरपूर साथ देने लगी थी.
हम दोनों की चुदाई से पूरा कमरा गूंज रहा था और मैं अपनी पूरी रफ्तार से अन्दर बाहर अन्दर बाहर करके चुदाई कर रहा था.

कुछ ही देर में करिज़्मा की आह आहह बढ़ गई थी और चूत ने लंड को नहला दिया.
मेरा गीला लंड फच्च फच्च करके सनसनाता हुआ अन्दर बाहर अन्दर बाहर हो रहा था.

कुछ झटकों के बाद मेरे लंड ने ज्वालामुखी छोड़ दिया और गर्म गर्म वीर्य करिज़्मा की चूत में भर गया.
लंड अन्दर घुसा कर ही मैं करिज़्मा के ऊपर लेट गया.

थोड़ी देर हम ऐसे ही लेटे रहे.
इतने में करिज़्मा की सास दरवाजा खटखटाने लगी.

हम दोनों अलग हुए करिज़्मा ने दरवाजा खोला.
आंटी जी के हाथ में दो गिलास थे.

एक करिज़्मा को और एक मुझे देकर बोलीं- ये केशर वाला दूध है, दोनों पी जाओ.
हम दोनों बिल्कुल नंगे अपना अपना गिलास पी गए.

आंटी हमें देखकर बहुत खुश थीं और बोलने लगीं- देखना बेटा ही होगा.
पता नहीं आंटी जी ने करिज़्मा के कान में क्या कहा, फिर वो हंसती हुए बाहर चली गईं.

हम वापस बिस्तर पर आ गए और एक दूसरे को सहलाने लगे.

करिज़्मा ने बताया- आज पहली बार मेरी ऐसी चुदाई हुई है. मेरे पति ने तो कभी मुझे ऐसा नहीं चोदा.

धीरे धीरे लंड खड़ा हो गया.
करिज़्मा मुँह में लेकर चूसने लगी.

अब वो बड़े प्यार से गपागप गपागप लंड को चूस रही थी.
हम दोनों की शर्म जा चुकी थी और करिज़्मा खुलकर बोलने लगी थी.

करिज़्मा बोलने लगी- राज, मेरी चूत चाटो.
हम दोनों 69 में आकर लंड चूत चाटने लगे.

मैंने वापस करिज़्मा को लिटा दिया और ऊपर आकर एक ही झटके में लंड घुसा दिया.
उसकी हल्की सी आह निकली और मैं चोदने लगा.

वो कराहने लगी- ऊईई आह हहह मर गई … बचाओ आह राज धीरे करो प्लीज मैं मर जाऊंगी.
मैं उसकी चूचियों को मसलने लगा और जोर जोर से धक्का लगाकर अन्दर बाहर करने लगा.

मैं जब जब धक्का लगाता, करिज़्मा की आहहहह की आवाज तेज हो जाती.
कुछ देर बाद मैंने करिज़्मा को घोड़ी बनने को कहा.
वो तुरंत हां बोली.

मैंने उसे घोड़ी बनाया और कमर पकड़कर जोर जोर से धक्का लगाकर चोदना शुरू कर दिया.
करिज़्मा आहहह उन्ह करके अपनी गांड आगे पीछे करने लगी और चुदाई की थप थप की आवाज़ आने लगी.

उसको भी पूरा मज़ा आ रहा था.
मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा और झटके लगाने लगा.

हम दोनों अपनी अपनी कमर तेज़ी से आगे पीछे करके मस्ती से आहह ओह हहह करके चुदाई का मज़ा लेने लगे थे.

मैंने करिज़्मा की गर्दन को चूमना शुरू कर दिया और चूचियों को दबाने लगा.
वो मस्ती से अपनी गांड आगे पीछे कर रही थी.

कुछ देर बाद मैंने करिज़्मा को बिस्तर पर सीधा लिटा दिया और ऊपर चढ़कर चोदने लगा.
मेरा लंड सनसनाता हुआ अन्दर बच्चादानी तक जाने लगा और करिज़्मा की ऊई ईईई की आवाजें तेज होने लगीं.

मैं अपनी पूरी रफ्तार से सटा सट सटा सट अन्दर बाहर अन्दर बाहर करके करिज़्मा को जमकर चोद रहा था.
हमें पता ही नहीं चला कब आंटी जी कमरे में आ गई थीं.

वो पीछे खड़ी चुपचाप अपनी बहू की चुदाई, प्रेगनेंसी सेक्स देख रही थीं और मैं करिज़्मा की चूचियों को चूसने में लगा था और जोर जोर से धक्का लगाकर चोद रहा था.
करिज़्मा भी आंख बंद करके आहह आहह करके चिल्ला रही थी.

तभी करिज़्मा की चूत ने पानी छोड़ दिया और फच्च फच्च फच्च करता लंड तेज़ी से अन्दर बाहर होने लगा.
आंटी जी चुपचाप अपनी बहू की चुदाई देख रही थीं.

अब मेरा लौड़ा भी ज़बाब देने लगा और करिज़्मा की चूत वीर्य से भर गई.
हम दोनों एक-दूसरे से चिपक कर लेट गए.

उसी समय आंटी जी पीछे से मेरे सर पर हाथ फेरने लगीं.
मैं चौंक गया क्योंकि मैं नहीं जानता था कि आंटी जी कमरे में हैं.

वो बोलीं- बेटा राज, तुमने हम सास बहू पर बहुत बड़ा उपकार किया है.

मैंने करिज़्मा की चूचियों को चूसते हुए कहा- आंटी जी, आपकी बहू तो सोना माल है.
आंटी जी बोलीं- हां राज, मेरी बहू बहुत प्यासी है, इसे ऐसे ही बड़े प्यार से चोदते रहना.

मैंने कहा- आंटी जी, आप बिल्कुल चिंता न करो.
उसके बाद मैंने करिज़्मा को एक बार और जमकर चोदा और शाम को 5 बजे मैं गुड़गांव के लिए निकल पड़ा.

करिज़्मा स्कूटी से मुझे बस स्टाप तक छोड़ने आई थी.
उसने मुझे किसी रात अपने घर में रूकने के लिए कहा.
मैं भी उसके घर एक रात रूका.

वो सब अपनी नई सेक्स कहानी में बताऊंगा.

आपको यह प्रेगनेंसी सेक्स कहानी कैसी लगी?
मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं.
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कहानी का अगला भाग: फेसबुक से मिली लड़की ने बच्चे के लिए सेक्स किया- 2

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