ब्रिटेन में गोरी अप्सराओं की मस्त चुदाई-1
मैं ब्रिटेन गया कम्पनी के काम से तो मेरी सहयोगी और मेरी बॉस दोनों हुस्न की परी गोरी मेम थी। पढ़ें मेरी सहकर्मी के साथ दोस्ती और चूत चुदाई की कहानी!
मैं ब्रिटेन गया कम्पनी के काम से तो मेरी सहयोगी और मेरी बॉस दोनों हुस्न की परी गोरी मेम थी। पढ़ें मेरी सहकर्मी के साथ दोस्ती और चूत चुदाई की कहानी!
मैं अपने चचेरे भाई भाभी के साथ रहता था। मैं और भाभी टाइम बिताने के लिए अक्सर ताश खेलते हैं, खेलते हुए हम दोनों में हंसी मज़ाक, छेड़ना चिढ़ाना चलता रहता था।
हम दोनों क्लास रूम में बैठ कर लव कर रहे थे तो अचानक से एक लड़की वहाँ आ गई और हमारे साथ बैठ गई। गर्लफ्रेण्ड बाहर गई तो वो लड़की अचानक मेरे होंठों को चूसने लगी।
हम दोनों एक-दूसरे को प्यार करने लगे थे, चूमना चाटना तो चालू कर दिया था लेकिन वो सेक्स करने को गलत मानती थी। उसकी एक सहेली ने बताया कि सेक्स में बहुत मज़ा है।
हमारे खेतों में बिहार की लड़की काम करती है। मेरे कसरती जिस्म पर गांव की हरेक लड़की मरती थी, वो भी उनमें से एक थी। उसने मुझे अपने जाल में फ़ंसा कर चुदाई कराई।
मैंने उसे बांहों में भर लिया और उसे चूमने लगा, वह भी मुझे चूमते हुए मेरे लंड को सहलाने लगी। जब मैंने उसके कपड़े उतारे तो मैं पहली बार नंगी लड़की देख रहा था।
मेरी पड़ोसन की भाभी बहुत ही सेक्सी माल हैं। मैं और भाभी आमने-सामने होते तो वो मुस्कुरा देती.. कहानी पढ़ कर देखिये कि हम दोनों ने एक दूसरे को पटा कर कैसे सेक्स किया.
मेरा बेटा मेरी गांड मारना चाहता था। मैं थकी थी और गांड मरवाने में दर्द से डर रही थी। फ़िर भी बेटे की खुशी के लिए मैंने उसे मेरी गांड मारने के लिए हाँ कह दी।
मैं दिल्ली में पढ़ता था तो क्लास की एक लड़की पहले ही दिन मेरे दिल में उतर गई। कहानी पढ़ कर जानें कि मैंने उसे कैसे पटाया और फिर किस तरीके से उसे चोदा।
अब तो श्वेता का योनिप्रदेश शिवम के एकदम सामने उठा हुआ प्रतीत हो रहा था, श्वेता के प्रफुल्लित योनिओष्ट की फड़फड़ाहट शिवम के कामदण्ड को अपने अन्दर समाने को बेचैन थी।
मेरी गर्लफ़्रेन्ड चली गई तो मेरी नजर दोस्त की माशूका पर पड़ी… लंड को तो चूत चाहिए। मैंने उसे फ़ोन किया और सारी बात कर ली, वो रसीली चालू माल थी तो एकदम मान गई।
हमारे घर में किराये पर एक परिवार आया, उसमें दो जवान लड़कियाँ थी, उस परिवार से हमारे अच्छे सम्बन्ध हो गए। कहानी पढ़ कर देखिये कि उनमें से एक लड़की को मैंने कैसे पटाया।
मैं मार्क और लुइस के लण्ड से ही पानी में खेलने लगी, मैंने उन्हें कहा- मुझे चुदना है, बहुत तेज आग लग रही है चूत में! मैं देर न करते हुए उन दोनों के लण्डों को बारी बारी चूसने लगी।
एक क्लासमेट मुझे अच्छी लगी, उसका चेहरा एकदम मासूम था, आँखें बहुत प्यारी थीं। मुझे उससे प्यार हो गया और मैंने उसे ‘आई लव यू’ बोल दिया लेकिन उसने मना कर दिया।
मैं तो कब से ये चाहता था कि तुम इस सुख को भोगो, मैं भी अपनी जान को किसी की बाहों में स्वच्छन्द खेलते देख सकूं। तुमको मजा आ रहा है ना?
हमें अपनी अन्तर्वासना को तृप्त करने का कोई जायज़ स्रोत नहीं मिलने वाला तो हमारी शारीरिक इच्छाओं की पूर्ति के लिये इसके सिवा और कौन सा मार्ग हो सकता है?
सविता भाभी सेक्रेटरी की जॉब के लिये इन्टरव्यू देने जाती है अपनी एक सहेली के ऑफ़िस में… वहाँ मैनेजर ने सविता को ऊपर से नीचे तक कामुकता भरी निगाहों से देखा।
कार से निकलते ही मैंने साड़ी निकाल दी और उसके घर के अंदर तक पहुंचते ही मैं पूरी नंगी हो गई और सारे कपड़े एक तरफ फेंक उसे किस करने लगी।
मेरी भाभी हसीन माल थीं। मैंने बहुत कोशिश की परंतु भाभी मुझे घास ही नहीं डालती थीं। एक दिन मैं भाभी के घर गया, वो तब बेटे को चूचों से दूध पिला रही थीं।
मेरी श्वेता को किसी कामुक मर्द का बाहों में देखने की तमन्ना तो अधूरी ही थी। मैं देखने को उत्सुक था कि मेरी पत्नी के जलवे से लोग कैसे घायल होते हैं। साथ ही वो खुद कैसे अपने अन्दर की कामज्वाला से किसी मर्द को जलाती है।