इक्कीसवीं वर्षगांठ-3
प्रेषिका : शिप्रा सुबह आठ बजे जब पापा ऑफिस चले गए तब शिप्रा ने मेरे पजामे में हाथ डाल कर मेरे लौड़े और टट्टों को दबा कर मुझे जगाया और कहा कि मैं फ्रेश हो कर नाश्ता कर लूँ ! मैं भी उसके मम्मों को पकड़ कर दबाते हुए उठा और उसे चूम कर बाथरूम […]