गांड मारने, मरवाने की चुदाई कहानियाँ

गांड मारने, मरवाने या गांड में उंगली घुसाने की चुदाई कहानियाँ

Gaand Marne, marwane ya gaand me ungli ghusane ki sex kahaniyan

Stories related to anal sex

कॉलेज़ की हवा लग गई

हम रोज़ मिलते तो वो मेरे स्तन दबा देता था और कभी मेरे चूतड़ भी। वो मुझे फ़ोन पर ब्लू फिल्म दिखाया करता था तो मेरे चुदने की तो बहुत इच्छा होती थी।

सब्र का फ़ल-2

उसका दोस्त नीचे लेट गया और मुझे उसके ऊपर लेट कर चूत में लण्ड घुसाने को कहा. मैं उसके दोस्त के ऊपर आ गई और उसके खड़े लण्ड पर चूत को फ़िट कर दिया.

सोनू से ननदोई तक-6

जैसे मैंने अन्तर्वासना पर पिछले भाग में बताया : रात को मेरी खाट पर मेरी रजाई में मैंने किसी को पाया। उसने दबी आवाज़ से कहा- मैं हूँ काला ! चुप रह ! यहाँ क्यूँ आये हो? मैं धीरे से बोली। रात के दो बज रहे हैं, घोड़े बेच सो रहे हैं सभी ! उसने […]

सोनू से ननदोई तक-4

उसने जल्दी से मेरी सलवार का नाड़ा खोल लिया और वहाँ पड़ी एक पुरानी दरी बिछा मुझे लिटा कर मेरी टाँगें ऊपर उठवा ली और मेरी गीली चूत में अपना लौड़ा घुसा दिया।

गांव की छोरी की चूत और गांड मारी

वो नींद में थी. मैंने भी मौके का फायदा उठा कर उसकी चूची पर हाथ रख दिया. उसने सलवार-कमीज पहना हुआ था. मैंने उसके कमीज़ में हाथ डाल दिया उसने ब्रा नहीं पहनी थी.

हंसी तो फंसी-2

एक बार फिर से हाजिर हूँ चूत में से पानी निकालने और लंड में से अमृत रस निकालने के लिए। मैंने आपको अपनी कहानी के पिछले भाग हंसी तो फंसी-1 में बताया था कि कैसे मैंने मोनिका को चोदा था। इस कहानी में आपको बताऊंगा कि कैसे मैंने मोनिका की बड़ी बहन मानसी को चोदा। […]

दोस्त की सेक्सी बीवी

मैं रीमा के पास ही सो गया, रीमा पूरी नंगी ही सोई हुई थी। उसकी गांड मेरी तरफ थी, मैं उसे सहला रहा था कि मुझे नींद आ गई। काफ़ी देर के बाद मेरी नींद खुली, रीमा की नंगी गाण्ड देख मैं उसे सहलाने लगा।

अकेली मत रहियो

भरी वर्षा में उसकी चुदाई मुझे आज तक याद आती है। काश आज पचास की उमर में भी ऐसा ही कोई हरा भरा जवान आ कर मुझे मस्त चोद डाले... मेरे मन की आग बुझा दे...

वो पूस की एक रात-2

On 2008-01-04 Category: कोई मिल गया Tags: गांड

मैंने हाथ बढ़ाया, जैसे ही उसने रूमाल लेना चाहा… मैंने कसकर उसे खींच लिया और सीने से दबोच कर छिपकली की तरह चिपका लिया। इससे पहले वो कुछ बोलती मैंने उसके होंठ अपने होंठों से कस दिए। उसकी सलवार पैरों पर नीचे जमीं पर गिर चुकी थी, वो छूटने के लिए मचल उठी.. मैंने होंठों […]

वो पूस की एक रात-1

On 2008-01-03 Category: कोई मिल गया Tags: गांड

मेरा नाम माही है। मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ। आज मैं आप लोगों को अपनी पहली सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मुझे यकीन है कि आप सबको यह बहुत पसंद आएगी। कृपया अपने विचार मुझे मेल करें। मेरी उम्र बत्तीस साल है और मैं शादीशुदा हूँ। दोस्तो, चुदाई का ज्ञान तो मुझे […]

मौसी हो तो ऐसी-2

राज कार्तिक सब अपने कमरे में जा चुके थे, मैं भी अपने कमरे की तरफ चल पड़ा। मौसी भी मेरे कमरे की तरफ आ रही थी कि माँ ने मौसी को आवाज दी और कहा कि वो माँ के कमरे में सो जाये ! सुन कर हैरानी भी हुई क्योंकि पिताजी भी तो उसी कमरे […]

उसकी खुद की फट गई !

हरीश महरा सभी अन्तर्वासना पढ़ने वालों को मेरा यानि हरीश का प्रणाम, गुरु जी को भी मेरा नमस्कार ! यह मेरी अन्तर्वासना पर पहली पहली कहानी है और सनी भाई का बहुत बहुत सारा शुक्रिया जिनकी बदौलत मेरी गांड की प्यास बुझ गई। सनी भाई आपकी मैंने अब तक की सभी कहानियाँ पढ़ी हैं, पहले […]

होली के बहाने-2

लेखक : सनी गुरु जी को बहुत बहुत प्यार, नमस्कार ! अन्तर्वासना के पाठकों और मेरे आशिकों को जिन्होंने चैट में मेरे से बात की, मेरी नंगी गांड और लड़कियों जैसा जिस्म देखा। लेकिन यह सब अन्तर्वासना की बदौलत हुआ। होली के बहाने का पहला भाग आपने पढ़ा, अब आगे लिखने जा रहा हूँ ! […]

पुलिस वाली की चूत और गांड ठुकाई

अदिति मस्ती में पागल हुई जा रही थी। वो अपने असली पुलीसिया अन्दाज में आ चुकी थी। सुनील भी इसी आनन्द में डूबा हुआ था। उसका मोटा लण्ड अदिति को दूसरी दुनिया की सैर करवा रहा था।

रक्षिता और उसकी भाभी

हेल्लो दोस्तो, पहले तो अन्तर्वासना को मेरी कहानी अन्तर्वासना में प्रकशित करने के लिए धन्यवाद और आप सभी दोस्तों को प्यार जिन्होंने मुझे मेल किया. आशा करता हूँ सभी चूतों और लौड़ों को मेरी यह कहानी भी पहले वाली कहानियों की तरह ही पसंद आएगी. मेरा इमेल कहानी के अंत में दिया हुआ है. आपने […]

मस्तानी लौन्डिया-4

सुमित ने उसकी बुर के पानी को ही उसकी गाण्ड के छेद पर लगाया और फ़िर थूक लगा लगा कर निशु की गाण्ड से खेलने लगा। उसका एक हाथ बूर के साथ खेल रहा था और एक हाथ गाण्ड के साथ।

ननद का जेठ और उसका दोस्त -2

उसने मेरी चूत पर अपना लौड़ा रख दिया और झटके से अन्दर किया। थोड़ी सी चुभन हुई, सह गई। लेकिन जब दूसरा झटका लगा तो मेरी सांस अटक गई गले में !

कुड़ी पतंग हो गई

जीजू का लण्ड फिर से खड़ा हो गया और उन्होंने मुझे पलटी मार कर उल्टा कर दिया. मेरे छोटे-छोटे कसे हुए चूतड़ों के बीच उन्होंने अपना लण्ड फ़ंसा दिया.

सबकी इच्छा पूर्ति

आज मैं एक कहानी बताने जा रहा हूँ जो मेरी अपनी है। मेरी शादी हुए दस साल हो गये हैं और हम दोनों का यौन-जीवन बहुत बढ़िया है। पर मेरे मन में इसके अलावा भी कुछ और करने की इच्छा थी। मैंने रात को सेक्स करते हुए बीवी को बोला- अगर तुम्हें एक ओर लंड […]

मेरी रसीली जवानी

'दीदी, आप तो मेरी जान हो... कहो ना!' 'मुझे गाण्ड मरवाने का बहुत शौक है... प्लीज!' 'क्या बात है दीदी... गाण्ड और आपकी... सच में मजा आ जायेगा!'

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