गरीबी ने चूत और नौकरी दोनों दिलाई-3

(Garibi Ne Chut Aur Naukari Dono Dilai- Part 3)

वैभव खरे 2018-08-14 Comments

नमस्कार दोस्तो,
मैं बंटी आप सब पाठकों के सामने अपनी सेक्स कहानी
गरीबी ने चूत और नौकरी दोनों दिलाई-2
से आगे की कहानी पेश कर रहा हूँ।
मेरी पिछली कहानी पर आप लोगों के बहुत से ईमेल मुझको मिले थे, मैंने सभी दोस्तों को जवाब देने का प्रयास किया किया है, जिन मित्रों को जवाब नहीं मिला है, उन सभी से मैं माफ़ी चाहता हूँ और दोस्तो, कृपया मुझ पर किसी भी प्रकार से जूही की चूत दिलाने का दबाब ना डालें, यह किसी भी तरह से मेरे लिए संभव नहीं है, जूही के साथ मैं ऐसा कर भी नहीं सकता हूँ क्योंकि उसने हमेशा मेरा बुरा समय में साथ दिया है।

जैसा कि आप लोगों को पता ही है मैं जूही के साथ अपना जीवन बहुत अच्छे से गुजार रहा था और उसी के ऑफिस में मेरी नौकरी बहुत अच्छे से चल रही थी। अभी भी हम लोग हर 2-3 दिन में सम्भोग किया करते थे।

एक दिन जूही का फ़ोन आया कि उसको आज रात को मुझसे बहुत जरूरी मिलना है। मैंने उसको शाम को मिलने के वादे के साथ ही फ़ोन को काट दिया।

रात को अपनी ड्यूटी करने के बाद मैं सीधा जूही के ही घर ओर चला गया उसके घर पहुँच कर हमेशा की तरह मैंने जूही को लंबी किस की और हम लोग शराब पीने के लिए बैठ गए। हम लोग एक दूसरे के अंगो से भी खेल रहे थे और साथ ही साथ शराब भी पीते जा रहे थे और मैं जूही के दूध भी चूसे जा रहा था।

जूही ने मुझको अलग करते हुए कहा- मैं तुमको अपना एक काम सौंपना चाहती हूँ!
मैं जूही की यह बात सुन कर अचंभित था कि ऐसा कौन सा काम है जो जूही सिर्फ मुझसे ही कराना चाहती है? जबकि मैं उसके सामने कुछ भी नहीं था।

जूही ने कहा- हम लोगों के बारे में पूजा सब कुछ जानती है और वह छुप छुप के हम लोगों की चुदाई को बहुत बार देख चुकी है। अब पूजा चाहती है कि तुम उसके साथ वह सब करो जो तुम अभी तक मेरे साथ करते हुए आ रहे हो! और इसके लिए तुमको और भी बहुत पैसे मिलेंगे।

मैंने जूही को साफ़ साफ़ बता दिया कि मैं पूजा के साथ कुछ भी नहीं करूँगा क्योंकि पूजा मेरे ऑफिस में ही मेरी अधिकारी भी है। उसके साथ ये सब करने के बाद उससे ऑफिस में नजर मिलाना मुश्किल ही जायेगा।
इसलिये मैंने जूही को बिलकुल साफ़ साफ़ मना कर दिया।

उसके बाद जूही ने कभी मेरे ऊपर दबाव भी नहीं डाला। हम लोगों ने शराब को ख़त्म करने के बाद चुदाई का कार्यक्रम शुरू कर दिया और हम लोग उस दिन सुबह तक चुदाई करते रहे।
सुबह उसके घर से निकल कर मैं अपने घर पर आ गया और नहा धो कर सीधे अपने ऑफिस चला गया, वहां पर पहुँच कर मैंने अपना काम को शुरू कर दिया।

थोड़ी देर के बाद पूजा भी ऑफिस आ गयी, वह आज मुझको कुछ ज्यादा ही सेक्सी लगने लगी थी, आज वो पहली बार ऑफिस में साड़ी पहन कर आई थी।
शायद उसको जूही ने ही बताया होगा कि मुझको साड़ी में लड़कियाँ बहुत सेक्सी लगती हैं।
साड़ी में उसका पेट और उसकी नाभि बिल्कुल साफ़ नजर आ रही थी।

अब मैं उसको दूसरी नजर से देखने लगा था लेकिन मैं उसके साथ कुछ भी करना नहीं चाहता था। बस उसको ऐसे ही जी भर कर देखा करता था। और पूजा का भी कपड़े पहनने का तरीका बदल चुका था, अब वो भी ऑफिस में ज्यादातर साड़ी ही पहन कर आने लगी थी और वो मुझको जान कर ही अपनी नाभि भी दिखाया करती थी लेकिन मैं हमेशा खुद पर अपना कंट्रोल रखता था। ऐसे ही समय गुजरता जा रहा था और जूही के साथ चुदाई चल रही थी।

एक दिन जूही का दोपहर में ही फ़ोन आया- बंटी, अभी तुरंत मेरे घर पर आ जाओ!
लेकिन उस दिन पूजा ऑफिस में नहीं आई थी तो मैंने जूही को बता दिया कि आज मैं उसके पास पहुँचने असमर्थ हूँ क्योंकि आज पूजा ऑफिस नहीं आई है।
लेकिन जूही ने बहुत जोर दे कर कहा- अभी आ जाओ और ऑफिस के बंद होने के समय तक वापिस चले जाना।
मैं भी ज्यादा न नुकुर ना करते हुए जूही के घर जल्दी से जल्दी पहुँचने की कोशिश करने लगा।

15-20 मिनट के बाद मैं जूही के घर पहुँच गया और घंटी बजाई। लेकिन दरवाजा खुला हुआ ही था, मैं सीधा अंदर ही चला गया, जूही सामने ही बैठी हुई थी, उसने साड़ी ही पहनी हुई थी। वह उस समय बहुत सेक्सी लग रही थी।
जूही ने पूछा- आज क्या लेना चाहोगे?

मेरा बियर पीने का मन था तो हम लोगों ने बियर पीना शुरू कर दिया। आज जूही मुझसे ज्यादा तेज बियर पी रही थी।

मैंने पीते पीते उसके दूधों पर हाथ रखना चाहा तो जूही ने मेरा हाथ अपने वक्ष से हटा दिया। मैं बहुत अचम्भित था कि आज जूही मुझको हाथ भी क्यों नहीं लगाने दे रही है। जूही से मैंने पूछा कि हाथ भी क्यों नहीं लगाने दे रही हो?
जूही ने कहा कि आज बस वो पीना ही चाहती है।
मैंने भी आज अपने मन में सोच लिया कि आज बस बियर के नशे से काम चलाना पड़ेगा क्योंकि आज जूही हाथ नहीं आने वाली है।

थोड़ी देर के बाद मैं और जूही दोनों बहुत नशे में आ चुके थे लेकिन मैं खुद को काबू करने की कोशिश कर रहा था।
फिर जूही ने मुझसे कहा कि वो कपड़े बदलना चाहती है और मैं उसके बेडरूम से जा कर उसकी मैक्सी लेकर आऊँ।

मैं जैसे ही जूही के बेडरूम में पंहुचा, मैंने देखा कि वहां पूजा पहले से ही बिस्तर पर लेटी हुई थी उसे देखकर मेरे पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक गयी, उसने अपने शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं पहना हुआ था।
मैं वहां से तुरंत ही बाहर आ गया और सीधे यह बात आकर जूही को बता दी।

लेकिन जूही को यह सुन कर कुछ भी असर नहीं हुआ, शायद जूही को पहले से ही सब कुछ पता था।
तब तक पूजा नंगी ही खुद ही बाहर आ गयी, मैं खुद भी बहुत नशे में था और आज पूजा पर मेरा दिल खुद भी फिसलने लगा था।

पूजा ने आकर हमारे साथ ही बियर पीना शुरू कर दिया, पूजा अपना गिलास लेकर सीधा मेरे गोद में आ कर बैठ गयी, मैं भी उसके दूध चूसने लगा।

थोड़ी देर के बाद हम दोनों ने अपने बियर के गिलास को ख़त्म कर दिया। फिर मैंने पूजा से पूछा- क्या तुमने आज से पहले कभी चुदाई की है?
तो उसने जवाब दिया कि उसने आज तक कभी भी किसी से भी चूत नहीं मरवाई है आज उसका पहली बार चुदने का प्लान है।

अब मैं पूजा की एक चूची को मुख में लेकर चूसने लगा और दूसरी चूची को हाथ में लेकर मसलने लगा। पूजा अब कामुकता से बहक चुकी थी और बार बार बोल रही थी- क्या ऐसे ही बाहर बाहर से ही मसलने का इरादा है?
पूजा को अब नशा होने लगा था क्योंकि उसने पहले भी बहुत पी हुई थी और जूही ज्यादा पीने की वजह से पहले ही सोफे पर आँख बंद कर के लेटी हुई थी। अब पूजा ने मुझको कस कर अपनी बांहों में जकड़ लिया था।

मैंने पूजा से कहा कि और बियर पीते हैं।
तो पूजा ने जवाब दिया- आज मुझको ही पी लो… मुझमें भी बहुत नशा है!
और अपने होंठों को मेरे होंठों से सटा दिया।

पूजा मेरे होंठों को चूसने लगी जैसे कि आज खा ही जायेगी। मैं भी पूजा के होंठों को उसका सर पकड़कर बुरी तरह से चूसने लगा और अपनी पूरी जीभ पूजा के मुंह में डाल दी। पूजा मेरा पूरा साथ दे रही थी।

3-4 मिनट तक हम लोग ऐसे ही एक दूसरे के होंठों को चूसते रहे। उसके बाद पूजा ने अपना एक हाथ मेरी जीन्स में डाल दिया, मेरे लण्ड को पकड़ लिया और कहने लगी- बंटी, आपका लण्ड तो बहुत अच्छा है। जितना जूही से आपके लण्ड के बारे में सुना था, आपका तो सचमुच में उतना ही अच्छा लण्ड है।

मैं भी अपने हाथ से पूजा गांड को मसले जा रहा था और दूसरे हाथ से उसकी चूची को मसल रहा था।

अब पूजा ने मेरे लण्ड को छोड़ कर मेरे शर्ट के बटन को खोलने लगी, मेरी शर्ट को उतार कर फेंक दिया और कहने लगी- बंटी चलो अब बेडरूम में चलते हैं।
मैंने पूजा को कहा- मैं तो आपकी सेवा के लिए ही हाज़िर हूँ, आप जहाँ कहो, मैं आपको वहां ले चलूं! जहाँ तुम कहोगी, वहां पर ही मैं तुम्हारी चुदाई को शुरू कर दूँगा।

मैंने पूजा को छोड़ दिया और आपने आप को सम्भालते हुए उसके पीछे पीछे बेडरूम में चल दिया।

पूजा वहां बेड पर लेट गयी और मुझको बाहें फैला कर बुलाने लगी- आ जाओ बंटी, मेरे तन की प्यास को बुझा दो। कब से मैं तुम्हारा ही इंतज़ार कर रही हूँ अपनी चुदाई के लिए।

अब मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए, मेरे शरीर पर सिर्फ अंडरवीयर ही था। पूजा मुझको बोली- इसको भी उतार दो!
तो मैंने उसको बोल दिया- इतनी भी क्या जल्दी है उतारने की? अभी उतार दूँगा, कुछ शुरू तो करो!

फिर पूजा ने मुझको चूमना शुरू कर दिया। मैं भी बहुत उत्तेजित होने लगा, मैंने भी उसको चूसना शुरू कर दिया।

उसके बाद हम लोग बिस्तर पर 69 की पोजीशन में आ गए, मैं पूजा की चूत चाटने लगा, पूजा की चूत एकदम सफाचट थी जैसे थोड़ी देर पहले ही उसने क्रीम से अपनी झांटें साफ़ की हों। उस गरम लड़की की चूत से महक भी अच्छी आ रही थी।

पूजा मेरा लंड अपने मुख में भर कर चूस रही थी।

थोड़ी देर में पूजा की चूत का पूरा पानी निकल गया और मैं उसको पूरा पी गया।

अब पूजा की पूरी चूत गीली हो गयी थी। फिर मैंने अपना लंड पूजा की चूत पर रखा एक बार में ज़ोर के झटके के साथ पूरा अंदर कर दिया। पूजा की जोरदार चीख निकल गयी, मैंने उसके मुँह पर हाथ रख दिया और फिर हल्के हल्के झटके लगाने लगा।

कुछ मिनट के बाद हम दोनों एक दूसरे की बांहों में झड़ गए।
उसके बाद पूजा आराम करने लगी और मैं सो गया।

थोड़ी देर के बाद मुझको एहसास हुआ कोई मेरा लंड मुँह में लेने के कोशिश कर रहा है। मैंने आंखें खोल कर देखा तो वो जूही थी।

फिर पूजा और जूही दोनों मुझसे लिपटकर मुझको चूमने लगी। मुझमें भी उत्तेजना आने लगी, मैंने जूही के दूध मसलने शुरू कर दिए, पूजा ने मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया और जूही मेरे अंडों को चूसने लगी।

थोड़ी देर में जूही ने मेरा लंड अपनी चुत में डलवा लिया और पूजा जूही के दूध चूसने लगी। मैं जूही की चूत में झटके लगाए जा रहा था।

थोड़ी देर में जूही झड़ गयी और वो कमरे से चली गयी। फिर पूजा मुझसे चिपक गयी क्योंकि अभी तक मेरा निकला नहीं था, मैंने तुरंत पूजा की चूत में पूरा एक बार में अंदर कर दिया। पूजा की भी सिसकारी निकल गयी।
थोड़ी देर के बाद हम दोनों को सम्भोग का परम आनन्द प्राप्त हो गया।

दोस्तो, आज तक यह सिलसिला चल रहा है, बस अब जूही ने अपना ऑफिस दिल्ली के पास मुरादाबाद में कर लिया है और अब मैं शनिवार और रविवार जूही के साथ पूरी मस्ती करता हूँ।
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