बहन का लौड़ा -54
रोमा चूत की आग बुझाने नीरज के पास गई तो नीरज उसकी चुदाई की वीडियो बनाने लगा… रोमा की पूरी चुदाई की वीडियो नीरज के पास थी। कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए…
जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में
jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan
Indian Sex stories of teen girls and Boys
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राधे मीरा के नंगे बदन से लिपट कर सो गया। सुबह ममता मीरा के घर आई तो उन दोनों को नंगे देख कर उसकी वासना जाग उठी… वो राधे का लण्ड चूसने लगी… कहानी का मज़ा लें…
राधे मीरा की चूत को चूसता रहा, मीरा नशे में धुत्त थी.. वो सो गई तो राधे भी उसके नन्गे बदन से लिपट कर सो गया। उधर रोमा की मम्मी को बाहर जाना पड़ा तो रोमा क्या करेगी, नीरज को अपने घर बुला लेगी या… सुबह को ममता मीरा के घर आई तो उन दोनों को नंगे देख कर उसकी वासना जाग उठी… कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए…
मैं देखने में काफी सुंदर हूँ.. ऐसा लड़कियों से सुना है मैंने.. मैं किसी हसीं लड़की को अपनी प्रेमिका बनाना चाहता था कि एक दिन स्कूल में मुझे बहुत ही सुंदर लड़की दिखाई दी। उसकी आँखें मुझ पर आ टिकीं.. नज़रें मिलीं.. मैंने भी नजरें नहीं हटाईं.. वाह.. क्या हुस्न था.. क्या खूबसूरत मंजर था..
मीरा अपने बेडरूम में एकदम नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी.. उसने मम्मों और चूत पर चॉकलेट पेस्ट लगाया हुआ था। राधे धीरे-धीरे मीरा के जिस्म को चूमता हुआ उसकी चूत तक पहुँच गया था और मीरा की बेचैनी बढ़ने लगी थी। राधे मीरा की चूत को चूसता रहा, मीरा नशे में धुत्त थी.. मगर लौड़े की चाहत उसको तड़पा रही थी। कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए…
राधे ने देखा कि मीरा अपने बेडरूम में एकदम नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी.. उसके पास बीयर की बोतल आधी खाली पड़ी थी.. यानी उसने आधी बोतल गटक ली थी और उसने मम्मों और चूत पर चॉकलेट पेस्ट लगाया हुआ था। मीरा ने बताया कि वो खुद दो बोतल बीयर लाई थी और अब सिर्फ़ आधी बोतल बची थी… मीरा नशे में धूत राधे का लौड़ा मांग रही थी… पूरी बात कहानी में पढ़िये !
नीरज के सारे पैसे रोमा को फ़ांसने और उसकी चुदाई में खत्म हो चुके थे तो वो राधे से और पैसे मांगने गया। राधे ने उसे पाँच लाख देने का वायदा किया और जब राधे घर लौटा तो उसने देखा कि मीरा अपने बेडरूम में एकदम नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी.. उसके पास बीयर की बोतल आधी खाली पड़ी थी.. यानी उसने आधी बोतल गटक ली थी और उसने मम्मों और चूत पर चॉकलेट पेस्ट लगाया हुआ था।
फिर मैं अपने आपको सम्हालते हुए अपनी जेब में हाथ डालकर लौड़े को सही करने लगा.. क्योंकि उस समय मैंने सिर्फ लोअर ही पहन रखा था। मैं जल्दबाज़ी में चड्डी पहनना ही भूल गया था.. तभी मैंने अपने लण्ड को एडजस्ट करते हुए ज्यों ही रूचि की ओर देखा.. तो उसके भी चेहरे पर शरारत भरी मुस्कान छा चुकी थी.. शायद उसने भी मेरे उभार को महसूस कर लिया था।
दोस्तो, मीरा से लेकर रोमा तक सब चुद चुकी हैं.. यह रोज का सिलसिला हो गया दिन में राधे.. ममता को.. और रात को मीरा को चोदता.. उसकी लाइफ में इन दोनों का मज़ा लिखा हुआ था।
उधर रोमा की चूत की आग दिन पर दिन बढ़ती जा रही थी। वो किसी ना किसी बहाने नीरज के पास चली जाती और अपनी चूत को ठंडा करवा के आती थी।
मेरे फ़ोन पर एक एस एम एस आया- हाऊ आर यू? मैं दिव्या हूँ.. आपकी एक दोस्त है रीना.. मैं उसकी सहेली हूँ.. मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूँ.. आप मुझे दोस्ती करोगे?
मुझे लगा कि चलो दोस्ती ही सही..
फिर हम लोग रोज बात करने लगे। धीरे-धीरे उसके मैसेज से लगने लगा था कि वो मुझसे प्यार करने लगी थी..
कहानी पढ़ कर देखिए कि वो कैसे चुदी!
राधे ने ममता की गाण्ड और चूत को मार-मार कर लाल कर दिया था। वो ठीक से चल भी नहीं पा रही थी।
उधर स्कूल से घर आने के बाद रोमा बेचैन सी हो गई थी। उसके दिमाग़ में बस नीरज ही घूम रहा था...
उसने सहेली के घर जाने का बहाना बनाया और पहुँच गई सीधे नीरज के पास अपनी चूत की आग बुझाने… आगे क्या हुआ… कहानी में पढ़ें !
एक लड़की थी स्नेहा था, वो हमेशा मुझे देखा करती थी और एक दिन मैंने भी उसे प्रपोज कर दिया- I Love You... आई लव यू! उसने भी ‘हाँ’ कह दी और फिर बात होने लगी। धीरे-धीरे हमारी बीच सेक्सी बात होने लगीं.. और एक दिन मैंने उसे कॉलेज में अकेले में पकड़ कर किस किया.. कहानी पढ़ कर खुद जान लीजिए कि आगे क्या हुआ..
ममता भी खुशी खुशी गाण्ड मरवाने के लिये राजी हो गई… राधे और ममता जब उत्तेजना की आग में जलने लगे.. तो राधे ने ममता को लेटा कर खूब चोदा.. उसकी चूत को पानी-पानी कर दिया.. दोपहर तक राधे ने ममता की गाण्ड और चूत को मार-मार कर लाल कर दिया था। वो ठीक से चल भी नहीं पा रही थी। उधर स्कूल से घर आने के बाद रोमा बेचैन सी हो गई थी। उसके दिमाग़ में बस नीरज ही घूम रहा था... आगे क्या हुआ… कहानी में पढ़ें !
मैंने पुराना मोबाइल खरीदा तो उसमें कुछ फ़ोन नम्बरों में एक लड़की का फ़ोन नम्बर भी था… मैंने उसे मैसेज कर दिया और धीरे धीरे हमारी दोस्ती हो गई। जब मैं उससे मिला तो उसे देखता ही रह गया.. उसका फिगर कमाल का था.. मुलाकातें होती रहीं.. हम धीरे-धीरे बहुत करीब आ गए। एक दिन मैंने मज़ाक में उसके मम्मों की तरफ इशारा करते हुए कहा- आपके इनमें से तो दूध निकल रहा है.. उसने भी बिंदास जवाब दिया- हाँ कोई पीता नहीं है.. तो निकलेगा ही ना..
मैं इन्जीनियरिंग कॉलेज में आया तो मेरी क्लास में ही सुमन नाम की लड़की आई… वो मुझे पसन्द आ गई, मैं उसे फ़ांस कर चोदना चाहता था तो उससे दोस्ती बनाई और एक दिन फ़ोन पर उसे I Love You आई लव यू बोल दिया। उसके बाद क्या हुआ… आप खुद कहनी पढ़ कर जान लीजिए…
कोचिंग में मेरी एक फ्रेंड थी.. मैं उसे मन से चाहता था.. एक दिन उसने बताया कि उसका कोई ब्वॉय-फ्रेंड था.. जिससे उसका हाल ही में ब्रेक-अप हुआ है.. मैंने कहा- कोई बात नहीं.. ऐसा तो सबके साथ हो ही जाता है। प्यार चीज़ ही ऐसी है.. जिसे मिले.. उसे कदर नहीं होती और मेरे जैसे जिन्हें कदर होती है.. वो बस इंतज़ार के लम्हे काटते हैं। ऐसे ही प्यार का इजहार हो गया… कैसे हुआ? इस कहानी में पढ़िये…
नीरज ने रोमा की कुन्वारी चूत जम कर चोदी और अन्दर ही अपना वीर्य निकाल दिया… दर्द से बचाने के लिये उसने रोमा को गोली खिलाई और रोमा अपनी सहेली टीना के पास आई…
मैं दिल्ली में रहता हूँ, एक दिन मैं अपने कोचिंग जा रहा था और चलते-चलते मैं अपने मोबाइल पर गाने सुन रहा था.. कि अचानक एक लड़की से मेरी टक्कर हो गई.. और उसकी सारी बुक्स गिर गईं। मैंने उसको देखा तो देखता ही रह गया.. उससे ‘सॉरी’ बोला.. तो उसने भी मुझे आँखों से मुस्कुराते हुए ‘सॉरी’ कहा और चली गई। फिर अगले दिन वही लड़की फिर मुझे आती दिखी, मैंने उसे देख कर स्माइल की और उसने भी स्माईल की.. और बात आगे बढ़ती गई…
हमारे हॉस्टल में एक खूबसूरत लड़की थी सुधा, उसके दूध देखते ही सब लड़कों का लंड खड़ा हो जाता था। पर उसका केरेक्टर थोड़ा चालू था. एक बार मैंने उसे बाथरूम से अधनंगी निकलते भी देखा था.. एक बार छुट्टियों के बाद मैं स्कूल पहुंचा तो देखा कि वहां पर सिर्फ सुधा ही आई हुई थी, और कोई नहीं था.. तो कहानी पढ़ कर खुद आगे की बात जान लीजिये...
मेरे पड़ोस की एक लड़की दिव्या पर कॉलोनी के सारे छोकरे मरते थे पर मुझे नहीं पता था कि वो छोकरी मुझ पर मरती है... जब मैं अपनी छत पर पढ़ने जाता था तो वो अकसर अपनी छत पर आकर मुझसे बात करती थी. एक दिन वो अपनी मम्मी के साथ मेरे घर आई और उसकी मम्मी ने मुझे उसे मैथ समझाने को कहा... कहानी पढ़ कर खुद जान लीजिये कि क्या हुआ...