गे सेक्स स्टोरी

गे सेक्स स्टोरी, दो मर्दों के बीच गांड मारने-मराने वाले समलिंगी, गाण्डू, लौण्डेबाजी गे सेक्स की कहानियाँ हिंदी में
Do mardon ke beech Gand Marne Maraane Ki Gay sex kahaniyaan Hindi mein
Gay sex Stories in hindi based on Sex between two males anal sex

पेशाबघर

रंगबाज़ आज मैं आप सबको सत्य घटना पर आधारित कहानी सुनाने जा रहा हूँ। बस इसे रोचक बनाने के लिए मैंने इसमें थोड़ा सा मिर्च-मसाला लगा दिया है। मुझे कुछ दिनों पहले पता चला कि हमारे शहर के मुख्य बस अड्डे के कोने में एक पुरुषों का शौचालय है जहाँ हमेशा समलैंगिक मर्द और लड़के […]

अब तो मेरी रोज़ गांड बजती है-5

मैंने पैन्ट खोल कर टेबल से सामान हटाया कुहनियाँ टिका कर घोड़ी बन गया। उसने गीला करके लुल्ला घुसा दिया और दस मिनट मुझे फुल चोदा।

अब तो मेरी रोज़ गांड बजती है-3

मुझे लगा भी कि अब वो सारा डर छोड़ कर मुझे बाँहों में भर लेगा और मेरे नंगे जिस्म की तारीफ करते ही मुझ पर सवार हो जाएगा, लेकिन वो झिझक रहा था।

अब तो मेरी रोज़ गांड बजती है-2

बदन पर सिर्फ नाम की एक फ्रेंची थी, वो भी काले रंग की जिसमें मेरा गोरा जिस्म और आकर्षक दिख रहा था, चूतड़ों पर भी फ्रेंची आधी चिपकी थी और बाक़ी गांड के चीर में फँसी थी।

अब तो मेरी रोज़ गांड बजती है-1

मैं सोचता हूँ कि अगर मैं लड़की होती, तो चालू बनती, कई आशिक बनाती, स्कूल कॉलेज में बदनाम होती और जब औरत बनती, तो गैर मर्दों से चुदवाती मतलब फुल करेक्टर-लैस होती।

लड़कियों से भी ज्यादा सेक्सी

प्रेषक : डिक लवर बचपन से ही मेरा स्वभाव लड़कियों का सा रहा है, मेरी पसन्द भी लड़कियों के जैसी है। मेरा जिस्म गोरा, होंठ गुलाबी, आँखें नीली हैं। मेरा शरीर दुबला लेकिन कसा हुआ है। मेरी छाती लड़कियों की तरह उभरी हुई है, निप्पल गुलाबी-भूरे से हैं, नितम्ब गोल, तीखे कटाव वाले हैं, गुदा […]

शैलेश भैया का लण्ड

शैलेश भैया गमछा पहने हुए थे और ऊपर कुछ भी नहीं पहने हुए थे। उनके ऊपर का पूरा गोरा था। वो उस समय 21 साल के थे और मैं 18 साल का था। आज पहली बार मेरा मन उनके साथ गाण्ड मरवाने का मन कर रहा था

तेरे मम्मे तो औरतों जैसे हैं

लेखक : सनी गांडू मेरी गाड़ी एक बार फिर से पटरी पर आ चुकी है, अपनी कड़ी मेहनत से मैंने कुछ नये बॉय-फ्रेंड बनाये हैं। किसी का वहाँ का फूला हुआ हिस्सा जब दिखता है, तो कुछ-कुछ होने लगता है। किसी को पेशाब करते हुए उसका लंड देख लेता हूँ तो भी कुछ-कुछ होने लगता। […]

गांडू की दूसरी सुहागरात

यह कहानी है एक गांडू की जिसके साथ एक बड़े बिजनेसमैन ने उसे ब्यूटी पार्लर से दुलहन की तरह सजवाया और उसकी गांड मार कर सुहागरात मनाई.

पंचर बनाने वाले से होमो सेक्स-2

मेरी गांड भी चाटने से ढीली हो गई थी। उसने एक उंगली डाल कर देखा कि मेरी गांड अब चोदने लायक हुई या नहीं। ढेर सारा थूक अपने मुँह से निकाल कर अपने लौड़े पर लगाया।

मैरिज पैलेस के वाशरूम में

आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद, आपने मेरी करवाई गई सभी चुदाइयाँ पसन्द की, कई इमेल्स आ रही हैं, काफी फ्रेंड रिक्वेस्ट याहू पर भी मिलीं, सभी पाठकों का पुनः धन्यवाद, जो मुझे इतना प्यार दे रहे हैं। कुछ दिन बाद ही मुझे एक और नया लंड मिल गया। हमारे मोहल्ले में ही गुप्ता जी का […]

वकील मिश्रा से गांड मरवाई

मैंने पैंट उतारी, लड़कियों वाली जालीदार पैंटी देख उसका बुरा हाल हो गया, उसकी तरफ चूतड़ करके धीरे से पेंटी खिसकते हुए गांड को मटकाने लगा, चूतड़ खोल के अपना छेद दिखाया।

पंचर बनाने वाले से होमो सेक्स-1

अब मेरा घर जाने का इरादा गायब हो चुका था। बस किसी तरह उस लौंडे को पटाकर उसकी गांड मारने का था। मैं अँधेरे में सरक कर उसके पास हो गया। अपना एक हाथ उसकी जाँघ पर रखा और...

सिनेमा में जाकर बात बनी

प्रणाम मेरे आशिक़ो, नये साल की शुरुआत पर मुझे मोटे लंड मिल गए। इतनी ठण्ड में दिल चुदने को बहुत मचलता है। ठंडी-ठंडी गांड में मोटा लंड लेकर मुझे जिस्म में गर्मी लाने से बढ़िया दूसरा कोई रास्ता नहीं मिलता। खैर मैंने बताया था कि कैसे मैंने सर्कस में घुस कर दो मर्द चुनकर उनसे […]

मेरी गांड की सुहागरात

पिछले कुछ समय से मुझे गांड मरवाने का मन करने लगा। एक बार मैंने अपने बोटम साथी से कहा कि वो मेरी गांड मारे पर वो अन्दर नहीं घुसा सका। पर मेरा मन गांड मरवाने के लिए और भी ज्यादा मचलने लगा। पर मैं किसी भरोसे वाले आदमी से मरवाना चाहता था।

नए साल की शुरुआत चुदाई के साथ

By Antarvasna On 2013-04-11 Tags:

  सबसे पहले मेरी तरफ से नए वर्ष की हार्दिक बधाई, आपका सनी नये साल की रात को भी चुद गया ! जब दिमाग में रहते लंड हों तो दिन कौन सा है, तारीख कौन सी है, नहीं याद रहता ! कल की बात है, मैं एक सर्कस के बाहर से गुजरा, देखा कि बहुत […]

योगेश का लौड़ा

By रंगबाज़ On 2013-03-21 Tags:

समस्त पाठकों मेरा नमस्कार। मैं आपके समक्ष नई कहानी लेकर फिर हाज़िर हूँ, इसे मैंने बहुत प्यार से आप सब के लिए लिखा है। इसके कहानी के सभी पात्र और घटनाएँ काल्पनिक हैं। यह बात तब की है जब मैं एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी करता था। मेरा एक सहकर्मी था, योगेश। पूरा नाम योगेश […]

चलो साथ साथ नहाते हैं

By रंगबाज़ On 2013-01-02 Tags:

प्रेषक : रंगबाज़ समस्त पाठकों मेरा नमस्कार। प्रस्तुत है मेरी नई रचना, यह कहानी काल्पनिक है और मैंने इसे प्रथम पुरुष में लिखा है। मेरा नाम धनन्जय है, उम्र बाइस साल, रंग गहरा गेहुँआ है, लम्बाई पांच फुट ग्यारह इंच और शरीर सामान्य है। मैं वैसे इटावा, उत्तर प्रदेश रहने वाला हूँ, पिछले दस साल […]

बिन मेहनत घर में लौड़ा मिल गया

प्रणाम मेरे लवर्स को, मेरे आशिकों को, मेरे पाठकों को ! इतना रिस्पांस क्या बताऊँ, मुझे समझ ही नहीं आती किससे चुदवाऊँ, कैसे चुदवाऊँ, कब चुदवाऊँ, हर किसी से एक समय पर तो मैं मरवा नहीं सकता हूँ, तीन चार हों, तो फिर भी हैंडल हो जाएगा, दस से ज्यादा एक ही डेट को मुझे […]

Scroll To Top